कोर्स 4 - गतिविधि 3 - अपने विचार साझा करें
इन बिंदुओं पर ध्यानपूर्वक विचार करें - पालक शिक्षक संघ की
बैठक कितनी अवधि में की जाती है? अभिभावकों से किस तरह की चर्चा की
जाती है? यह कैसे पता लगाएं कि अभिभावक, विद्यालय और शिक्षक-शिक्षिकाओं की किस प्रकार प्रभावी मदद कर सकते हैं। क्या
आपने अभिभावकों की चिंताओं तथा उनके निराकरण के उपायों के बारे में सोचा है?
इन समस्याओं तथा निराकरण के उपायों के बारे में गंभीरता से चिंतन
करके अपने विचार साझा करें।
बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान मिशन से बच्चों में आधारभूत अंकगणित की समझ बढ़ेगी।वे स्वतंत्र रूप से दैनिक जीवन की सामान्य समस्याओं को हल कर पाएंगे। लोकेन्द्र व्यास इसरथुनी
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह की जानी चाहिए बच्चों की दक्षता आधारित व सीखने के प्रतिफल तथा बच्चों की स्वक्षता ,बच्चों को निमित रूप से स्कूल भेजने आदि पर चर्चा की जाती है।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह होना चाहिए और मासिक मूल्याकंन के परिणाम पर चर्चा कर उनके शैक्षिक विकाश पर कार्य योजना बनानी चाहिए
DeletePalak shikshak Sangh ki baithak Pratima ki Jana chahie aur aur saksharta Dhari bacchon ke bare mein jankari Dena chahie
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक एक मां के अंदर की जाती है एवं बैठक के दौरान अभिभावकों से बच्चों की शिक्षा के बारे में चर्चा की जाती है अभिभावकों और शिक्षकों के बीच बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में बच्चा किस स्तर पर है बच्चों को हम 2 घंटे का समय निकालकर सुबह शाम ध्यान देना चाहिए जिससे बच्चा का लगाओ पढ़ने लिखने एवं सीखने में लग सके जिससे बच्चा शिक्षा सरलता से सीख सके बच्चों को घर में एक कहानी कविता एवं अनेक प्रकार की सामग्रियों द्वारा बच्चों को शिक्षा दी जा सकती है
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमा होना चाहिए
Deleteहमें माह में एक बार पालक और शिक्षक की बैठक कर बच्चों की पढ़ाई के बारे में चर्चा करनी चाहिए एवं बच्चे की प्रगति को पालक से साझा करना चाहिए तथा घर पर छोटी -छोटी रोजमर्रा की गतिविधि मे बच्चों को शामिल कर संख्या ज्ञान एवं साक्षरता का ज्ञान कराने के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान करनी चाहिए।
ReplyDeleteशिक्षक-अभिभावक बैठक साप्ताहिक/मासिक हो जिसमें शिक्षक अभिभावक से सीखने के बारे में संपूर्ण जानकारी दें, उनसे औपचारिक अनौपचारिक बातचीत कर एफएलएन कौशल संबंधित गतिविधियों घर पर सीखने के तरीके बताए व उनसे भी जानें। शिक्षक अभिभावक संवाद मधुर हो।
Deleteपालक व शिक्षक की बैठक हमेशा होती रहनी चाहिए बच्चों के पढाई के बारे मे बातचीत करनी चाहिए रोजमर्रा की गतिविधियां शामिल करFLNकोशल बच्चे हासिल कर सके
DeletePalko kobacco ki shiksha me ruchi le kar gear me vatavarn banana chahiye
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह मे कम से कम एक बार अवश्य रखी जाती है। बच्चों को अध्ययन में आ रही कठिनाइयों व शाला से संबंधित अन्य समस्याओं पर चर्चा की जाती है।
ReplyDeleteBachho ko sala aane k liye protsahit karna chahiye or unke palako se bhi batchit karte rhna chahiye bachho ko shala aane k liye
Deleteबच्चों की प्रारंभिक शिक्षा शिक्षा की नींव है जब नींव मजबूत होगी तब बच्चे का सर्वांगीण विकास होगा ! इसलिए हमें बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा पर जोर देना चाहिए| बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन बच्चो की प्रारंभिक नीव मजबूत बनाने का आधार है
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार किया जाता है परन्तु ग्रामीण क्षेत्र में पालकों की उपस्थिति बहुत कम रहती है । फिर भी जितने पालक उपस्थित होते हैं उनके साथ बच्चों के प्रगति पर चर्चा की जाती है। पालकों के विचार ध्यान पूर्वक सुने जाते हैं। बच्चों को सीखने में आ रही कठिनाइयों पर विशेष चर्चा की जाती है एवं उनके निदान के तरीके पर चर्चा की जाती है। बच्चे की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के लिए शाम- सुबह 1-1घंटा का समय बच्चों को देने का निवेदन किया जाता है। बैठक का स्वरूप ऐसा हो कि उन्हें बोझिल न लगे जिससे पालकों की रुचि बैठक के लिए बनी रहे। धन्यवाद
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार की जाती है परंतु ग्रामीण क्षेत्र में पलकों की उपस्थिति बहुत कम रहती है फिर भी जितने पालक उपस्थित होते हैं उनके साथ बच्चों के प्रगति पर चर्चा की जाती है पलकों के विचार ध्यान पूर्वक सुने जाते हैं बच्चों को सीखने में आ रही कठिनाइयों पर विशेष चर्चा की जाती है एवं बच्च्चों को नियमित स्कूल भेजें और घर में जो लोग पढ़ें हैं वह बच्चों की पढ़ने में मदद करें।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार आवश्यक रुप से होती है और इसमें बच्चों की प्रगति और आवश्यकता पर चर्चा की जाती है।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार किया जाता है परन्तु ग्रामीण क्षेत्र में पालकों की उपस्थिति बहुत कम रहती है । फिर भी जितने पालक उपस्थित होते हैं उनके साथ बच्चों के प्रगति पर चर्चा की जाती है। पालकों के विचार ध्यान पूर्वक सुने जाते हैं। बच्चों को सीखने में आ रही कठिनाइयों पर विशेष चर्चा की जाती है एवं उनके निदान के तरीके पर चर्चा की जाती है। बच्चे की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के लिए शाम- सुबह 1-1घंटा का समय बच्चों को देने का निवेदन किया जाता है। बैठक का स्वरूप ऐसा हो कि उन्हें बोझिल न लगे जिससे पालकों की रुचि बैठक के लिए बनी रहे। धन्यवाद अशोक कुमार कुशवाह सहायक शिक्षक नवीन प्रा.वि.भील फलिया बडा उण्डवा विकास खण्ड आलीराजपुर जिला आलीराजपुर मध्यप्रदेश ।
ReplyDeleteGovt.epes m.s.bhanvarasa Neemuch पालक शिक्षक संघ की बैठक हर माह मे कई जाती है । जिसमे पालको की उपस्थिती बहुत कम होती है। ग्रामीण क्षेत्र मे बहुत ही कम सहयोग पालक का मिलता है । बैठक मे बच्चो के विकास और शाला सबंधी चर्चा की जाती है ।
ReplyDeleteपीटीएम की बैठक प्रति माहि होती है पालक का सहयोग नहीं के बराब सहयोग होता है
Deleteपालक शिक्षक संघ की मीटिंग एक माह के अंदर की जाती है बैठक में बालकों से बच्चों की शिक्षा के बारे में चर्चा की जाती है कि बच्चा शिक्षा के क्षेत्र में किस स्तर पर है पलकों से चर्चा कर बताना चाहिए कि घर पर छोटी-छोटी रोजमर्रा की गतिविधि में बच्चों को शामिल कर संख्या ज्ञान एवं साक्षरता का ज्ञान कराने के तरीकों को बताना चाहिए व बच्चों को समय पर नियमित स्कूल भेजें घर में जो भाई-बहन पढ़े लिखे हैं वह बच्चों की पढ़ाई में मदद करें
ReplyDeleteशिक्षक पालक संघ की बैठक नियमित रूप से प्रति माह होनी चाहिए तथा बैठक के दौरान प्रत्येक बच्चे की नियमित उपस्थिति एवं उनके शैक्षिक स्तर की चर्चा प्रमुख रूप से की जानी चाहिए,, इस हेतु हमें हमेशा अभिभावकों को प्रेरित करने का प्रयास करना चाहिए ताकि उनमे विद्यालय के प्रति लगातार सक्रियता बढे़। ।
ReplyDeletePalak Shikshak Sangh Ki baithak Har mahine ki Jaani chahie aur is baithak mein Main abhibhavak Kaun ko Apne bacchon ki Pragati ke bare mein baat karni chahie aur jo bacche ko kathinai a rahi hai use per baat karni chahie Aur bacchon Ko niyamit Roop se Vidyalay bhejne aur saaf Safai per bhi Dhyan Diya Jana chahie
ReplyDeleteWe have to follow our students to teach them.
ReplyDeletePtm should be held in every month to good result to create learning enviornment.
ReplyDeletePratima Shikshak Palak Paneer ki baithak kar Palak ko Unki samasya ke bare mein batana chahie aur Unki samasyaon Ko Sunna chahie Ek dusre se Saja Karke aur jaise ki Palak batate main kyon ko Samay Nahin Milta Hai Aur covid-19 Ke Karan Sabse Badi samasya a rahi hai unke Rojgar Arthik Mandi Ki Unse Charcha kar ki Kaise apan Keval ghar mein uplabdh shasan ke dwara Hi bacchon Ko sankhya gano satyata mission ki jankari de sakte hain is per Charcha Kar Main bataya Gaya
ReplyDeleteशाला में पालक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार अवश्य की जानी चाहिए क्योंकि इसमें विद्यार्थियों और शिक्षकों के बीच आ रही कठिनाइयों का निराकरण किया जा सकता है एवं उनकी कमजोरियों को बताया जा सकता है
ReplyDeleteपालक व शिक्षक की बैठक हमेशा होती रहनी चाहिए बच्चों के पढाई के बारे मे बातचीत करनी चाहिए रोजमर्रा की गतिविधियां शामिल करFLNकोशल बच्चे हासिल कर सके
Deleteपालक शिक्षक संघ की बैठक हर माह में एक बार की जाती है| जिसमें बच्चों की शैक्षणिक स्थिति को उनको दिखाया जाता है| लेकिन यह मीटिंग प्रभावी इसलिए नहीं हो पाती है कि सभी पालक मीटिंग में उपस्थित नहीं हो पाते है| दूसरा शिक्षक भी इस बात पर विशेष ध्यान नहीं देते कि बच्चों के पालक क्यों नहीं आ रहे हैं? ऐसी स्थिति में हमें पालक शिक्षक संघ की बैठक को अच्छे से सुचारू रूप से जारी रखने के लिए हर बच्चे के पालक से संपर्क करना है| तथा अगर संभव हो सके तो मीटिंग को हर सप्ताह के शनिवार के दिन रख कर बच्चों की प्रगति साझा की जाए| तथा बच्चों के पालकों को बच्चों को घर पर पढ़ाने के लिए मार्गदर्शन दिया जाए |तथा उनको यह जिम्मेदारी सौंपी जाए कि वह बच्चों को नियमित सही समय पर विद्यालय भेजें| तथा बच्चा घर पर भी पढ़ रहा है यह सुनिश्चित करें| शिक्षक जो भी सूचना देता है उसको गंभीरता से सुन कर और उस पर अमल करें| इस प्रकार पालक शिक्षक संघ और शिक्षकों की साझेदारी से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल की जा सकती है| लेकिन जब तक शिक्षक और पालक दोनों पूरे मनोयोग से कार्य नहीं करेंगे तब तक यह संभव नहीं है |अतः पालक शिक्षक संघ की बैठक हर सप्ताह की जाए तथा बच्चों की प्रगति से उन्हें अवगत कराया जाए |जो पालक मीटिंग में नहीं आते हैं उनसे व्यक्तिगत मिलकर बात की जाए तथा अगली मीटिंग में आने के लिए प्रेरित किया जाए |
ReplyDeleteमैं- रघुवीर गुप्ता( प्राथमिक शिक्षक) शासकीय प्राथमिक विद्यालय -नयागांव जन शिक्षा केंद्र -शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय -सहस राम विकासखंड -विजयपुर जिला -श्योपुर(मध्य प्रदेश)
पालक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार आवश्यक रूप से होती है उसमें बच्चों की प्रगति पर चर्चा होती हैं
DeleteFLN C4-3
ReplyDeleteस्कूल में पालक शिक्षक संघ की बैठक को प्रति माह की जानी चाहिए जिससे अगले माह की रूपरेखा,दक्षता उन्मूलन व सीखने के प्रतिफल तथा बच्चों की स्वच्छता,शाला की व्यवस्थाएं,और TLM सामग्री जुटने,बच्चों को निमित रूप से स्कूल भेजने आदि पर चर्चा की जाती है।
पालक शिक्षक संघ की प्रति माह में बच्चों की सभी दक्षता और कमियों की जानकारी देते हुए चर्चा की जानी चाहिए जिससे बच्चे की प्रगति तेजी से बढ़ती है।
ReplyDeleteहमें माह में एक बार पालक और शिक्षक की बैठक कर बच्चों की पढ़ाई के बारे में चर्चा करनी चाहिए एवं बच्चे की प्रगति को पालक से साझा करना चाहिए तथा घर पर छोटी -छोटी रोजमर्रा की गतिविधि मे बच्चों को शामिल कर संख्या ज्ञान एवं साक्षरता का ज्ञान कराने के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान करनी चाहिए।
ReplyDeleteजलालअंसारी प्राथमिक शिक्षक पी़़एस देवरी मुल्ला धनौरा
शिक्षक-अभिभावक बैठक साप्ताहिक/मासिक हो जिसमें शिक्षक अभिभावक से सीखने के बारे में संपूर्ण जानकारी दें, उनसे औपचारिक अनौपचारिक बातचीत कर एफएलएन कौशल संबंधित गतिविधियों घर पर सीखने के तरीके बताए व उनसे भी जानें।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह होनी चाहिये ताकि पालकों को पता रहना चाहिए कि उनके बच्चों की पढ़ाई किस प्रकार की हो रही है
ReplyDeleteशिक्षक अभिभावक बैठक प्रतिमाह आयोजित की जानी चाहिये जिसमें बच्चों का नियमित शाला आना, स्वास्थ्य, स्वच्छता,गृह कार्य, बच्चों की सीखने में प्रगति, उसकी सीखने की जरूरतों आदि पर चर्चा की जानी चाहिए।
ReplyDeleteरीना वर्मा
प्राथमिक शाला बून्दडा हरदा
पालक शिक्षक संघ की मीटिंग एक माह के अंदर की जाती है बैठक में बालकों से बच्चों की शिक्षा के बारे में चर्चा की जाती है कि बच्चा शिक्षा के क्षेत्र में किस स्तर पर है पलकों से चर्चा कर बताना चाहिए कि घर पर छोटी-छोटी रोजमर्रा की गतिविधि में बच्चों को शामिल कर संख्या ज्ञान एवं साक्षरता का ज्ञान कराने के तरीकों को बताना चाहिए व बच्चों को समय पर नियमित स्कूल भेजें घर में जो भाई-बहन पढ़े लिखे हैं वह बच्चों की पढ़ाई में मदद करें| फिर भी जितने पालक उपस्थित होते हैं उनके साथ बच्चों के प्रगति पर चर्चा की जाती है। पालकों के विचार ध्यान पूर्वक सुने जाते हैं। बच्चों को सीखने में आ रही कठिनाइयों पर विशेष चर्चा की जाती है एवं उनके निदान के तरीके पर चर्चा की जाती है। बच्चे की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के लिए शाम- सुबह 1-1घंटा का समय बच्चों को देने का निवेदन किया जाता है। बैठक का स्वरूप ऐसा हो कि उन्हें बोझिल न लगे जिससे पालकों की रुचि बैठक के लिए बनी रहे।
ReplyDeleteमाह में एक बार पालक और शिक्षक की बैठक कर बच्चों की पढ़ाई के बारे में चर्चा करनी चाहिए एवं बच्चे की प्रगति को पालक से साझा करना चाहिए तथा घर पर छोटी -छोटी रोजमर्रा की गतिविधि मे बच्चों को शामिल कर संख्या ज्ञान एवं साक्षरता का ज्ञान कराने के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान करनी चाहिए।
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ReplyDeleteConducting effective parent-teacher conferences can boost family involvement in your classroom and help promote positive outcomes for you, your students, and your school.
A parent-teacher conference is a great opportunity to:
share academic progress and growth based on classroom observations, testing data, assessments, portfolios, and assignments
learn from parents or guardians so you can be better informed about students' strengths, needs, behaviors, and learning styles
discuss enrichment or intervention strategies to support students' learning
discuss issues that may be interfering with students' learning and growth
Parent-teacher conferences are usually once or twice a year at progress reporting periods. They are brief meetings, lasting about 10-30 minutes.
पालक टीचर की बैठक एक माह के अंदर करनी चाहिए जिसमें बच्चों के बारे मैं चर्चा करनी चाहिए बच्चों के स्तर के बारे मैं बताना चाहिए
ReplyDeleteपालक-शिक्षक संघ की बैठक प्रत्येक माह के अंतिम या प्रथम सप्ताह में कम से कम एक बार अवश्य रखना चाहिय्रे | जिसमें बच्चों की शैक्षणिक स्थिति को साझा करते हुए उनके सुझाव लेना चाहिए| हमें पालक शिक्षक संघ की बैठक को अच्छे से सुचारू रूप से जारी रखने के लिए हर बच्चे के पालक से संपर्क करना चाहिये| तथा बच्चों के पालकों को बच्चों को घर पर पढ़ाने के लिए मार्गदर्शन दिया जाए |तथा उनको यह भी समझाया जाना चाहिए कि वह बच्चों को नियमित सही समय पर प्रतिदिन 1 घंटे घर पर पढने अवश्य बैठाएं और गृहकार्य करने बोलें एवं यह भी पूछें और देखे की अज स्कूल में क्या पढ़ा |शिक्षक जो भी सूचना देता है उसको गंभीरता से सुनकर और उस पर अमल करें| इस प्रकार पालक शिक्षक संघ और शिक्षकों की साझेदारी से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल की जा सकती है| लेकिन जब तक शिक्षक और पालक दोनों पूरे मनोयोग से कार्य नहीं करेंगे तब तक यह संभव नहीं है |अतः पालक शिक्षक संघ की बैठक नियमित की जाए और बच्चों की प्रगति से उन्हें अवगत कराया जाए |जो पालक मीटिंग में नहीं आते हैं उनसे व्यक्तिगत मिलकर बात की जाए तथा अगली मीटिंग में आने के लिए प्रेरित किया जाए | बच्चों को घर में एक कहानी कविता एवं अनेक प्रकार की सामग्रियों द्वारा बच्चों को शिक्षा दी जा सकती है
ReplyDelete18, 2021 at 6:32 AM
Deleteपालक शिक्षक संघ की प्रति माह में बच्चों की सभी दक्षता और कमियों की जानकारी देते हुए चर्चा की जानी चाहिए जिससे बच्चे की प्रगति तेजी से बढ़ती
शिक्षकों को पालकों के व्यवसाय और शैक्षणिक योग्यता के बारे में यदि जानकारी होगी तो वे उसका लाभ उनके बच्चों के अलावा विद्यालय के अन्य बच्चों को भी दिलवा सकते हैं।
ReplyDeleteहमें पालक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार अवश्य रखनी चाहिए। बच्चों को सीखने में आ रही कठिनाइयों के बारे में चर्चा करनी चाहिए। बच्चों को 1 घंटे का समय देने का निवेदन किया जाना है। एवं बच्चों को नियमित स्कूल भेजें घर में जो लोग पड़े हैं वह बच्चों को पढ़ने में मदद करें।
ReplyDeleteMonth me ek bar palak shikshak sangh ki bethak krege. Usme bchch ke bare me palako Ko btayege jo bhi smasya hogi palak ke sath chrcha krege ki bache per Dhyan de PTA meeting me jrur aye bchchi ke liye ghar per padne ke liye sthan bnaye unhe padne Ko kahe home work kraye taki bchchi ki buniyadi sakshrta aur gaditiy Gyan pura ho sake . Sangeeta Tandon bhikangaon ,khargone
ReplyDeleteपालकों और शिक्षकों की मीटिंग का आयोजन करना उसमे बच्चों की सीखने के स्तर्की चर्चा करना आपस में एक दूसरे के सुझाव साझा करना बच्चों के स्तर के सुधार हेतु सहयोग करना
ReplyDeleteपालक व शिक्षक की बैठक हमेशा होती रहनी चाहिए बच्चों के पढाई के बारे मे बातचीत करनी चाहिए रोजमर्रा की गतिविधियां शामिल हो
ReplyDeleteVeryNice
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की की बैठक का आयोजन प्रतिमाह होता है जिसमें छात्र-छात्राओं की अध्यापन प्रक्रिया व सीखने के प्रतिफल के बारे में चर्चा होना अत्यंत आवश्यक है बच्चे कैसे सीखते हैं घर पर रहकर कैसे अध्यापन कार्य करते हैं पर चर्चा बिंदुवार होना अत्यंत आवश्यक है छोटी-छोटी रोजमर्रा की दैनिक गतिविधियों में बच्चों को शामिल कर संख्या ज्ञान व साक्षरता FLN कौशलअनुसार होना आवश्यक है। Vinod Kumar Bharti PS karaiya lakhroni patharia Damoh Madhya Pradesh
ReplyDeleteपालक व शिक्षक की बैठक हमेशा होती रहनी चाहिए बच्चों के पढाई के बारे मे बातचीत करनी चाहिए रोजमर्रा की गतिविधियां शामिल करFLNकोशल बच्चे हासिल कर सके
ReplyDeleteशिक्षक-अभिभावक बैठक साप्ताहिक/मासिक हो जिसमें शिक्षक अभिभावक से सीखने के बारे में संपूर्ण जानकारी दें
ReplyDeleteविद्यालय शाला प्रबंधन समिति बैठक का आयोजन करके विद्यालय के शिक्षक पालक अभिभावकों के गीत परामर्श।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार आवश्यक रूप से किया जाना चाहिए क्योंकि इससे बच्चों शिक्षण संबंधी जानकारी दी जाती है ।
ReplyDeleteमासिक बैठक रख कर पलकों को बच्चों की स्थिति से अवगत कराना चाहिए।
ReplyDeleteहमारे यहां शिक्षक पालक बैठक माह में एक बार की जाती हैं परंतु हम बीच-बीच में भी जब आवश्यकता पड़ती हैं मोबाइल के माध्यम से अभिभावकों से संपर्क करते हैं तथा बच्चों के स्तर के बारे में जानकारी देते हैं तथा सुधार के क्षेत्रों पर चर्चा करते हैं वह उनसे निवेदन करते हैं कि आप भी बच्चों को कम से कम एक घंटा अवश्य शिक्षा हेतु देवें जिससे कि बच्चों में पढ़ाई की निरंतरता बनी रहे। शिक्षक पालक संपर्क से बच्चों में क्या कमी है यह अभिभावक समझ सकते हैं व उस पर कार्य कर सकते हैं। इस प्रकार वे शिक्षकों की मदद कर सकते हैं।
ReplyDeleteहम प्रतिदिन पालकों से संपर्क करते हैं और बच्चों की शिक्षा में सुधार हेतु सुझाव देते हैं पालक शिक्षक संघ की बैठक आवश्यकता अनुसार रखी जाती है
ReplyDeleteशंकर प्रसाद नामदेव, प्राथमिक शिक्षक। शास. प्राथमिक विद्यालय मझगुवां, विकास खण्ड-जतारा ,जिला-टीकमगढ़ ,म.प्र. ।विद्यालयों में पालक शिक्षक संघ की बैठक नियमित रूप से साप्ताहिक की जानी चाहिए।जिससे छात्रों की शैक्षिक उपलब्धि पर अभिभावकों से सही जानकारी प्राप्त हो सके।लेकिन प्रदेश और देश में ग्रामीण क्षेत्रों के निवासी अधिकांश आवादी कृषि या मजदूरी पर निर्भय है ।इसलिए अभिभावकों की साप्ताहिक पालक शिक्षक संघ की बैठक में नियमित उपस्थिति सुनिश्चित नहीं हो पाती है। इसलिए यह बैठक माह मे कम से कम एक बार आवश्यक रूप से होना चाहिये।जिससे छात्रों की शैक्षणिक स्थिति की सही सही जानकारी प्राप्त कर उनके अनुसार प्रभावी रणनीति तैयार कर अगली योजना को मूर्त रूप दिया जा सके।
ReplyDeleteबैठक हर महीने होती हैं।बैठक मे बच्चों की प्रगति और आने वाली समस्याओं पर चर्चा की जाना चाहिए।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह की जानी चाहिए बच्चों की दक्षता आधारित व सीखने के प्रतिफल तथा बच्चों की स्वच्छता,बच्चों को निमित रूप से स्कूल भेजने आदि पर चर्चा की जाती है।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह आयोजित की जाती है एवं इसमें अभिभावकों से बच्चे की शैक्षिक प्रगति एवं विद्यालय की अधोसंरचना एवं अन्य भौतिक सुविधाओं के संबंध में चर्चा की जाती है ।अभिभावकों के द्वारा विद्यालय एवं शिक्षकों के संबंध में विभिन्न प्रकार की मदद ली जा सकती है जैसे विद्यालय में वृक्षा रोपण करने के पश्चात पौधों की सुरक्षा के बारे में ,विद्यालय की सुरक्षा के बारे में एवं साफ सफाई से संबंधित चर्चा की जा सकती है अभिभावकों की चिंताओं के निराकरण के लिए उनसे निरंतर संपर्क स्थापित करना एवं बैठक आयोजित करने से निराकरण किया जा सकता है।
ReplyDelete،सकीना बानो
ReplyDeleteपलक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार आवश्यक रूप से होना चाहिए जिसमे शिक्षक बच्चों की प्रगति पालकों के साथ साझा करें और बच्चों के सीखने पर चर्चा करें।
पालक शिक्षक संघ की बैठक हर माह की जाती है |इसमें विद्यार्थियों की प्रगति की समीक्षा, गतिविधियों पर चर्चा की जाती है |घर पर पालकगण बच्चों को किस प्रकार पढ़ाई में सहयोग कर सकते हैं पर चर्चा की जा सकती है |पालकों की क्या समस्या है, इस पर भी विचार किया जाना चाहिए |
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान मिशन से बच्चों में आधारभूत अंकगणित की समझ बढ़ेगी।वे स्वतंत्र रूप से दैनिक जीवन की सामान्य समस्याओं को हल कर पाएंगे। लोकेन्द्र व्यास इसरथुनी
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की प्रति माह बैठक आयोजित कर अभिभावकों से शिक्षक बच्चें की शैक्षिक समस्या और समाधान बातचीत कर उनके निराकरण और मदद संबंधी उपायों पर योजना बध्द रूप से सीखने और सिखाने में आ रही समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक के अलावा भी हमें पालकों से निरंतर सम्पर्क करके बच्चों की शैक्षिक समस्याओका निराकरण करते रहना चाहिये।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह आयोजित होनी चाहिये एवं बच्चों की मासिक मूल्याकंन प्रोग्रेस्स पर चर्चा कर उनकी शैक्षिक क्षमता विकास पर कार्य योजना बनाना चाहिए।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह होना चाहिए और बच्चों का मासिक टेस्ट के परफोर्मेंसे पर चर्चा कर उनके शैक्षिक विकाश हेतू कार्य योजना बनानी चाहिए
ReplyDeletePalak shikshak Sangh ki baithak pratima har mahine Hona chahie jismein bacchon ki padhaai swachhata pratidin school bhejne ke pratidin school bhejne ki charcha charcha padhaai mein a rahi katni ke vishay mein charcha honi chahie honi chahie
ReplyDeletePalak shikshak Sangh ki baithak har har har mahine honi chahie bacchon ki padhaai ke vishay mein unki swachhata ke vishay mein padhaai mein a rahi katni ki vishay mein charcha hoti rahani chahie jis jis se bacchon Ka ka samgraVikas ho sake
ReplyDeleteस्कूल में पालक शिक्षक संघ की बैठक को प्रति माह की जानी चाहिए जिससे अगले माह की रूपरेखा,दक्षता उन्मूलन व सीखने के प्रतिफल तथा बच्चों की स्वच्छता,शाला की व्यवस्थाएं,और TLM सामग्री जुटने,बच्चों को निमित रूप से स्कूल भेजने आदि पर चर्चा की जाती है।
ReplyDeleteपरिवार के सदस्य बच्चों के परिवार के सदस्य होते हैं। नियमित रूप से जांच की जाने वाली सामग्री पालकों के विचार ध्यान दें. जांच करने के लिए जांच करने पर विशेष जांच-पड़ताल करता है। एंटाइटेलमेंट बढ़ाने के लिए शेम-उपनाम 1-1 घंटे का समय मेँ मेँक्क्वायर्ड मैनेज किया जाता है। मीटिंग का प्रारूप तय करना बच्चों के बच्चे के संबंध में मीटिंग करने के लिए तैयार होता है।
ReplyDeletePalak shikshak ki bethak prati mah ki jati he. Rojmarra ki chijon se sankhyagyan ki gatibidhi ki jani chahiye.chhoti choti kahaniyan bachchon ko pratidin sunaye
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार किया जाता है परन्तु ग्रामीण क्षेत्र में पालकों की उपस्थिति बहुत कम रहती है । फिर भी जितने पालक उपस्थित होते हैं उनके साथ बच्चों के प्रगति पर चर्चा की जाती है। पालकों के विचार ध्यान पूर्वक सुने जाते हैं। बच्चों को सीखने में आ रही कठिनाइयों पर विशेष चर्चा की जाती है एवं उनके निदान के तरीके पर चर्चा की जाती है। बच्चे की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के लिए शाम- सुबह 1-1घंटा का समय बच्चों को देने का निवेदन किया जाता है। बैठक का स्वरूप ऐसा हो कि उन्हें बोझिल न लगे जिससे पालकों की रुचि बैठक के लिए बनी रहे।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की हर माह बैठक में बालको की शिक्षा के बारे मेँ चर्चा होने चाहिए।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ कीबैठक प्रतिमाह की जाती है बैठक में बच्चों की नियमित उपस्थिति शैक्षणिक कार्य योजना शाला विकास की योजना बनायी जाती है
ReplyDeleteशिक्षक पालक संघ की बैठक विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रो में लगभग सभी पालक की व्यस्ता अधिक होने के कारण प्रत्येक माह की अमावस्या के दिन रखना चाहिए जिससे कि लगभग सभी पालको की उपस्थिती सुनिश्चित की जा सके।शाला स्तर पर बच्चो से सम्बन्दित समस्याऔ के बारे मे बेठक मे विस्तर्त चर्चा होना चाहिये।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की हर माह बैठक में छात्रों की शिक्षा के बारे में चर्चा होनी चाहिए।
ReplyDeleteशिक्षक अभिभावकों की बैठक प्रतिमा की जाती है उसमें अभिभावकों के साथ बच्चों से संबंधित विचार व्यक्त किए जाते हैं उनके रहन-सहन आचार विचार उनके शिक्षा का स्तर आदि पर विस्तार से चर्चा होती है उन्हें विभिन्न समस्याओं और उपलब्धियों के बारे में अवगत कराया जाता है ताकि अभिभावक अपने बच्चों के प्रति सजग रहें उनके प्रति उनका ध्यान लगा रहा है
ReplyDeleteपालक शिक्षक बैठक प्रति माह होती है इसमें हम बच्चो की उन्नति कार्ड प्र विचार विमर्श करते है और उनमें क्या क्या सुधार की जरूरत है इस प्र विस्तार से चर्चा करते है
ReplyDeleteशिक्षक अभिभावक बैठक साप्ताहिक मासिक हो जिसमें शिक्षक अभिभावक से सीखने के बारे में संपूर्ण जानकारी दें उनसे औपचारिक अनौपचारिक बातचीत कर एफ एल एन कौशल संबंधित गतिविधियां घर पर सीखने के तरीके बताएं वह उनसे भी जाने शिक्षक अभिभावक संवाद मधुर हो
ReplyDeleteपालक पालक शिक्षक संघ की बैठक हर महा होना चाहिए जिससे कि बच्चों ने क्या सीखा हम अभिभावकों को बता सकें
ReplyDeletePTA ki baithak har maah honi chahiya & har abhibhawqak se uske bachche ke bare main alag alag
ReplyDeleteSala mein palk shikshak sangh ki bethak mah mein ek baar avshy ki jani chahiye kyoki isme vidharthiyo aur shikshako ke bich aa rahi kathinaiyo ka nirakaran kiya ja sakta hai yevn unki kmjoriyo ko bataya ja sakta hai.
ReplyDeleteशाला में माह में एक बार पालक -शिक्षक संघ की बैठक होती है और बच्चों की प्रगति पर तथा आवश्यक हिंदूओं पर चर्चा होती है
ReplyDeleteविद्यालय में पालक शिक्षक संघ की बैठक हर माह होनी चाहिए इससे बच्चों में होने वाली शेक्षिक कमी को दूर करने में पालक भी अपनी भूमिका निभा सके । तथा बच्चों से समंधित शैक्षिक गतिविधि के बारे मे चर्चा की जा सके।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह होना चाहिए और मासिक मूल्याकंन के परिणाम पर चर्चा कर उनके शैक्षिक विकाश पर कार्य योजना बनानी चाहिए।
ReplyDeleteह में एक बार पालक और शिक्षक की बैठक कर बच्चों की पढ़ाई के बारे में चर्चा करनी चाहिए एवं बच्चे की प्रगति को पालक से साझा करना चाहिए तथा घर पर छोटी -छोटी रोजमर्रा की गतिविधि मे बच्चों को शामिल कर संख्या ज्ञान एवं साक्षरता का ज्ञान कराने के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान करनी चाहिए।
ReplyDeleteशिक्षक अभिभावक बैठक प्रतिमाह आयोजित की जानी चाहिये जिसमें बच्चों का नियमित शाला आना, स्वास्थ्य, स्वच्छता,गृह कार्य, बच्चों की सीखने में प्रगति, उसकी सीखने की जरूरतों पर चर्चा की जानी चाहिए
ReplyDeleteपालक शिक्षक बैठक प्रतिमाह होना चाहिए पालक को भी जागरुक करे तभी बच्चों की प्रगति होगी
ReplyDeleteस्कूल में पालक शिक्षक संघ की बैठक को प्रत्येक माह की जानी चाहिए जिससे आगे आने माह की रूपरेखा,दक्षता उन्मूलन व सीखने के प्रतिफल तथा बच्चों की स्वच्छता,शाला की व्यवस्थाएं और TLM सामग्री जुटाने,बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने आदि पर चर्चा की जा सकती है।
ReplyDeleteहमें माह में एक बार पालक और शिक्षक की बैठक कर बच्चों की पढ़ाई के बारे में चर्चा करनी चाहिए एवं बच्चे की प्रगति को पालक से साझा करना चाहिए तथा घर पर छोटी -छोटी रोजमर्रा की गतिविधि मे बच्चों को शामिल कर संख्या ज्ञान एवं साक्षरता का ज्ञान कराने के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान करनी चाहिए।
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Sudama Be
पालक शिक्षक संघ की बैठक विद्यालय में प्रति माह की जाती है जिसमें विद्यालय रख रखाव एवं बच्चों की शिक्षा के लिए विभिन्न गतिविधियों पर चर्चा की जाती है जिससे कि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह की जाती है एवं बैठक के दौरान पालकों से बच्चों की शिक्षा के बारे में चर्चा की जाती है । पलको और शिक्षकों के बीच बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में बच्चा किस स्तर पर है, बच्चों को हमे समय निकालकर सुबह शाम कुछ ध्यान देना चाहिए जिससे बच्चों का लगाव पढ़ने लिखने एवं सीखने में लग सके जिससे बच्चा आसानी से सीख सके । बच्चों को घर में कहानी, कविता, खेल आदि अनेक प्रकार की सामग्रियों द्वारा बच्चों को शिक्षा दी जा सकती है
ReplyDeletePalak Shikshak Sangh ki baithak Pratimaah honi chahie aur Shiksha ke Kshetra per Charcha hone chahie Palkon bachchao ke daskhata star kee jankari Dena chahiye
ReplyDeletePalkon Se Subah sham bacchon ko ek ghanta nikalkar padhaane ke liye prerit karna chahie bacchon ko Shiksha prapt Kahani Naitik Shiksha tatha Khel Khel Mein Shiksha Parivar se bhi mil sakti hai Chhoti Chhoti kahani bataen bich bich Mein prashn Puche ghar ke chhutti chhutti kam karvaye aur UN Mein sankhya Gyan vargikaran Aadhi ka mahatv samjhay
आम तौर पर पालक शिक्षक संघ की बैठकें मासिक होती है। इन बैठकों में अभिभावकों से शाला/शाला विकास से संबंधित समस्याओं और किए जा रहे ख़र्च तथा लेन देन पर चर्चा अधिकतर होती है। जबकि इनमें बच्चों के सीखने की स्थितियों पर ,उनकी उपलब्धियों पर चर्चा अधिकतर होना चाहिए। हमारे अभिभावक बच्चों की खूबियों और विशेषताओं और उनकी सीखने की गति और रूचियों की हमें जानकारी देकर हमारा सहयोग कर सकते हैं, बशर्ते हम उन्हें यह जानकारी आदान प्रदान करने का अवसर दें। अभिभावकों की समस्या उनके बच्चों द्वारा बिल्कुल नहीं सीखने या बहुत धीमें सीखने की होती है,यदि हम पालकों और बालकों का सक्रिय सहयोग ले कर , बच्चों को उनकी आयु,रूचि और क्षमताओं के अनुरूप गतिविधियों से पढ़ाने में सफल हो गए ,तो न केवल बच्चे सीखेंगे अपितु पालकों की चिंता का कुछ हद तक निराकरण कर सकते हैं।
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ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह में बच्चों की सभी दक्षता और कमियों की जानकारी देते हुए चर्चा करनी चाहिए जिससे बच्चे की प्रगति भी तेजी से बढ़ती है।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघऔर एसएमसी की बैठक प्रतिमाह आयोजित की जानी चाहिए एवं बैठक में पलकों को उनके बच्चों की मासिक प्रगति से अवगत कराया जाना चाहिए एवं बच्चे बच्चे के सीखने में आ रही समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा करनी चाहिए एवं घर पर उनको पढ़ाई का माहौल मिले और पालक घर पर उनको पढ़ने में आ रही समस्याओं को दूर कर सकें एवं शिक्षक द्वारा दिए गए गृह कार्य एवं अन्य सूचनाओं पर ध्यान दें एवं बच्चों को नियमित गृह कार्य करवा कर नियमित विद्यालय भेजा जाना सुनिश्चित करें एवं विद्यालय की गतिविधियों में भाग ले और अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें l परंतु अधिकांश विद्यालयों में पालक शिक्षक संघ बैठक में अभिभावक बहुत कम संख्या में उपस्थित होते हैं एवं बच्चों के विकास पर ध्यान नहीं देते हमें उनको संपर्क करके विद्यालय से जोड़ना है एवं उनकी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए ऐसी योजनाएं बनानी होंगी जिससे वह विद्यालय से जुड़े एवं उनके अनुभव और और ज्ञान का उपयोग कर हम विद्यार्थियों को पठन-पाठन में पारंगत करें एवं विद्यालय की योजनाओं में उनकी भागीदारी सुनियोजित करें l अधिकांश अभिभावकों की समस्या है की वह विद्यालय में समय नहीं दे पाते एवं अपने बच्चों की प्रगति नहीं देखते , हमें विशेष प्रयास करके उनको विद्यालय से जोड़ना होगा तभी हमारी संयुक्त भागीदारी से बच्चे fln गतिविधियां एवं संख्या ज्ञान कौशल मैं निपुण हो पाएंगे l
ReplyDeleteधन्यवाद,,
महावीर प्रसाद शर्मा
प्राथमिक शिक्षक
शासकीय प्राथमिक विद्यालय गिन दौरा
विकासखंड बदरवास, जिला शिवपुरी, मध्य प्रदेश
पालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह होनी चाहिये ।
ReplyDeleteऔर मासिक टेस्ट बच्चो का sayechhadik ज्ञान का जानकरी होनी चाहिए।
ओर पेरेंट्स की भागीदारी होती है
Palak Shikshak Sangh ki baithak mein Hamen Ek Bar Hona chahie jisse ki Ham palakon ko school ke bare mein bacchon ki upsthiti ke bare mein tatha unhone kya kya Sikha Yahan bata sakte hain
ReplyDeletePalak Shikshak Sangh ki baithak Pratimah niyamit Roop Se Ki Jana chahie. baithak mein bacchon se sambandhit Unki shakshnikPragati upsthiti tatha unke Vikas ke liye sujhav bhi Deni chahie.
ReplyDeletePTM ki baithak prati maah honi chahiye.isse chhatron ki puri activity shikshak dwara bhi bhavon ko aur abhibhavak dwara shikshakon ko pata chalti rahegi
ReplyDeleteबच्चे की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के लिए शाम- सुबह 1-1घंटा का समय बच्चों को देने का निवेदन किया जाता है। बैठक का स्वरूप ऐसा हो कि उन्हें बोझिल न लगे जिससे पालकों की रुचि बैठक के लिए बनी रहे
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह की जानी चाहिए बच्चों की दक्षता आधारित व सीखने के प्रतिफल तथा बच्चों की स्वक्षता ,बच्चों को निमित रूप से स्कूल भेजने आदि पर चर्चा की जाती है
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार अवश्य की जाना चाहिए ताकि बच्चों के पालकों से चर्चा कर बच्चों की प्रगति को उनके सामने रखा जा सके एवं बच्चों की समस्यों को उनके सामने रखकर हल निकाला जा सके|
ReplyDeleteहमें माह में एक बार पालक और शिक्षक की बैठक कर बच्चों की पढ़ाई के बारे में चर्चा करनी चाहिए एवं बच्चे की प्रगति को पालक से साझा करना चाहिए तथा घर पर छोटी -छोटी रोजमर्रा की गतिविधि मे बच्चों को शामिल कर संख्या ज्ञान एवं साक्षरता का ज्ञान कराने के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान करनी चाहिए। विक्रम सिंह गवाटिया, प्राथमिक शिक्षक एकीकृत शाला नरोला हीरापुर।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह आयोजित होना चाहिए । इसमें बच्चों के सीखने के प्रतिफल पर ,अघ्घयन में आ रही कठिनाइयों पर , शाला से संबंधित अन्य समस्याओं पर चर्चा कर बच्चों की शैक्षिक क्षमता विकास पर कार्य योजना बनाना चाहिए । अभिभावक शाला में समय देकर शाला के विकास में सहयोग कर सकते हैं । पालकों के विचार भी घ्यान से , गंभीरता से सुनना चाहिए तथा उन्हें शाला हित में लागू करने का प्रयास भी करना चाहिए ।
ReplyDeleteप्रत्येक माह में एक बार पालकों और शिक्षकों की अनिवार्य बैठक होना चाहिए। इस बैठक में बच्चों की पढाई के बारे में चर्चा कर बच्चों की प्रगति को पालकों से साझा करना चाहिए तथा पालकों को घर पर होने वाली छोटी मोटी दैनिक गतिविधियों मे बच्चों को शामिल कर संख्या ज्ञान एवं साक्षरता के ज्ञान के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान करना चाहिए।
ReplyDeleteश्रीमति शिवा शर्मा, सहायक शिक्षिका,
शासकीय कन्या प्राथमिक शाला,
ग्राम नागपिपरिया, जिला विदिशा (म.प्र.)
Palak shikshak sangh ki baithk ek niyamit samay antaral par hoti rahati hai phir bhi hum sabhi shikshak mobila ke madhyam se palako ke sampar me bane rahte hai satha hi avsyakhkata anusar palako ko bulakr bachcho ki pragati se sambandit charcha karte rahate hai.jisase palak bhi bachcho ki vastvik sthiti se avagat rahte hai aur avashykatanusar bachcho ki pragati me shikshak ka sahyog kar sakte hai.
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक एक मां के अंदर की जाती है एवं बैठक के दौरान अभिभावकों से बच्चों की शिक्षा के बारे में चर्चा की जाती है अभिभावकों और शिक्षकों के बीच बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में बच्चा किस स्तर पर है बच्चों को हम 2 घंटे का समय निकालकर सुबह शाम ध्यान देना चाहिए जिससे बच्चा का लगाओ पढ़ने लिखने एवं सीखने में लग सके जिससे बच्चा शिक्षा सरलता से सीख सके बच्चों को घर में एक कहानी कविता एवं अनेक प्रकार की सामग्रियों द्वारा बच्चों को शिक्षा दी जा सकती है।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमा होना चाहिए
हमें माह में एक बार पालक और शिक्षक की बैठक कर बच्चों की पढ़ाई के बारे में चर्चा करनी चाहिए एवं बच्चे की प्रगति को पालक से साझा करना चाहिए तथा घर पर छोटी -छोटी रोजमर्रा की गतिविधि मे बच्चों को शामिल कर संख्या ज्ञान एवं साक्षरता का ज्ञान कराने के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान करनी चाहिए।
शिक्षक-अभिभावक बैठक साप्ताहिक/मासिक हो जिसमें शिक्षक अभिभावक से सीखने के बारे में संपूर्ण जानकारी दें, उनसे औपचारिक अनौपचारिक बातचीत कर एफएलएन कौशल संबंधित गतिविधियों घर पर सीखने के तरीके बताए व उनसे भी जानें। शिक्षक अभिभावक संवाद मधुर हो।
शाला प्रबन्धनसमिति की बैठक प्रती माह आयोजीत कर बच्चो की प्रगतीशैक्षिक स्थिति से पालको को अवगत कराना चाहिये।एवं गणितिय संक्रियाओं की समझ के लिए छोटी -छोटी गतिविधियाँ पत्तियों,कंकड,चिये,तिलियाँ आदि का उपयोग कर रोचक रुप से सीखाया जा सकता है।
ReplyDeletePTA की बैठक में पलकों को भी बताना चाहिए कि वे भी बच्चों को देयनिक जीवनअंक गणित के बारे में ज्ञान देना चाहिए
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह होनी चाहिए एवं बैठक के दौरान बच्चों की दक्षता आधारित शिक्षा व सीखने के प्रतिफल मासिक मूल्यांकन के परिणाम पर चर्चा कर उनके शैक्षिक विकास पर कार्य योजना बनानी चाहिए ।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमा होना चाहिए छात्रों को अध्ययन में आ रही कठिनाइयों वह साला से संबंधित अन्य समस्याओं पर चर्चा की जा सकती हैं कैलाश मालवीय पीएस मुल्तानपुरा
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह आयोजित होनी चाहिये एवं बच्चों की मासिक मूल्याकंन प्रोग्रेस्स पर चर्चा कर उनकी शैक्षिक क्षमता विकास पर कार्य योजना बनाना चाहिए।PTA की बैठक में पलकों को भी बताना चाहिए कि वे भी बच्चों को देयनिक जीवनअंक गणित के बारे में ज्ञान देना चाहिए
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान मिशन से बच्चों में आधारभूत अंकगणित की समझ बढ़ेगी।वे स्वतंत्र रूप से दैनिक जीवन की सामान्य समस्याओं को हल कर पाएंगे।शाला प्रबन्धनसमिति की बैठक प्रती माह आयोजीत कर बच्चो की प्रगतीशैक्षिक स्थिति से पालको को अवगत कराना चाहिये।एवं गणितिय संक्रियाओं की समझ के लिए छोटी -छोटी गतिविधियाँ पत्तियों,कंकड,चिये,तिलियाँ आदि का उपयोग कर रोचक रुप से सीखाया जा सकता है।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार की जाती है अभिभावकों से बच्चों के प्रगति के बारे में चर्चा की जाती है बच्चों की कमजोरी एवं उन्हें बेहतर बनाने के लिए रणनीति बनाई जाती है जो बच्चे उपस्थित कम रहते हैं या ज्यादा कमजोर है उन्हें अलग से पढ़ाया जाता है और अभिभावकों से भी उन्हें घर पर पढ़ाई जाने की रोजमर्रा की गतिविधियों द्वारा बच्चों को पढ़ाई जाने की जानकारी दी जाती है
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह होनी चाहिए साथ ही त्रैमासिक, अर्धवार्षिक के बाद भी हमें विशेष बैठक का आयोजन करना चाहिए ताकि पलकों को बच्चें की उपलब्धि और समस्याओं के निराकरण के विषय पर मिल कर बातचीत की जाए। और बच्चो को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
ReplyDeletePTA kee baithk prati mah hone chahie jisse abibhavko ko jankaree ho ki bchcho me buniyadee saksharta sankhya jayan me jo amaya aa rahee hai unka nidan aapa me mil jul ke kiya ja sake.
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह मैं एक बार अवश्य होनी चाहिए जिसमें बच्चों की अध्यापन में आ रही कठिनाइयों के विषय में चर्चा हो साथ हीशाला से संबंधितसमस्याओं पर चर्चा की जा सके
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह कम से कम एक बार अवश्य होनी चाहिए जिसमें बच्चों की अध्यापन में आ रही कठिनाइयों पर चर्चा होगी व शाला से संबंधित समस्याओं पर चर्चा की जा सके
ReplyDeleteशाला मे प्रत्येक हफ्ते बच्चों और शिक्षकों के मध्य मीटिंग होनी चाहिए और बच्चों कि समस्याओ का निवारण करना चाहिए।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह की जानी चाहिए जिसमें अभिभावकों से बच्चों के चश्मे स्तर के बारे में चर्चा की जानी चाहिए तथा उन्हें यह बताना चाहिए कि उनका बच्चे का शैक्षणिक स्तर क्या है जिससे अभिभावकों को अपने बच्चों के बारे में पता चल सके कि हमारा बच्चा क्या पढ़ रहा है और अभिभावकों को यह भी बताना चाहिए कि वह भी बच्चों के स्तर को बढ़ाने में शिक्षकों की मदद कैसे कर सकते हैं उन्हें बच्चों के साथ कौन-कौन सी गतिविधियां करवा कर वह बच्चों के शैक्षणिक स्तर में बढ़ोतरी करवा सकते हैं जिससे बच्चे अपना शैक्षणिक स्तर शीघ्र पूर्ण कर सके
ReplyDeleteTeacher ko apne class ke bachcho ka sarvangek vikash ke liye bachcho ke Palak ko se bat kar samasya ko batana chahiye jisse bachcho ke prakriya ke sath jankare dekar unka sahayog mil sake
ReplyDeleteप्रतिमाह पालक शिक्षक संघ की बैठक आयोजित होती हैं। बच्चे को आने वाली समस्याओं के बारे में चर्चा की जाती है। शैक्षणिक विकास कैसे हो सकता हैं।इस पर मिलकर योजना बनाई जाती हैं।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह के अंतिम दिनांक को प्रति माह रखना चाहिए जिसमे शिक्षक द्वारा पालक को बच्चे के शैक्षणिक प्रगति के बारे मे पालक से चर्चा करके बच्चे मे कैसे सुधार किया जाये जिससे बच्चा स्थाई ज्ञान प्राप्त कर सके एंव पालक,शिक्षक, और बच्चे के बिच अच्छा सैक्षणिक माहौल बन सके
ReplyDeletePalak shikshak sangh ki baithak pratimah rkhi jati h.usme bacho ki padhai se sambandhit bate unko btai jati h, bacho ko niymit school bhejne ki bat kahi jati h.ghr pr v abhibhavk bacho pr dhyan de ye apeksha unse ki jati h, abhi bhavk ghr pr kai prakar ki gatividhiyon k dwara bacho ko sikha skte h.or uske lie shikshak v unka margdarshan kr skte h.jisse ki unko koi v gatividhi samjhne me kisi prakar ki samsya na ho.
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक हर माह की जाती हैं जिसमें विद्यालय संबंधी चर्चा की जाती हैं जैसे बच्चों के मासिक मूल्यांकन, बच्चों को अध्ययन में आ रही कठिनाइयों एवं शाला संबधित अन्य समस्याओं पर चर्चा की जाती हैं।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक और आपसी संवाद बराबर होना बहुत जरूरी हैं, अभिभावकों को घर पर वातावरण बनाना बहुत जरूरी हैं, क्योंकि करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान घर पर जाकर पुनरावृत्ति बहुत जरूरी होती हैं,
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह होनी चाहिए ।
ReplyDeleteअभिभावक और शिक्षक की बैठक एक माह में एक बार होनी चाहिए। एवं बैठक के दौरान अभिभावकों से बच्चों की शिक्षा के बारे में चर्चा की जाती है अभिभावकों और शिक्षकों के बीच बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में बच्चा किस स्तर पर है बच्चों को हम 2 घंटे का समय निकालकर चाहिए जिससे बच्चा का लगाव पढ़ने लिखने एवं सीखने में लग सके जिससे बच्चा शिक्षा सरलता से प्राप्त सके बच्चों को घर में एक कहानी कविता एवं अनेक प्रकार की सामग्रियों द्वारा बच्चों को शिक्षा दी जानि चाहिए।
ReplyDeleteगिरवर सिंह लोधी पीएस राजपुर
पालक शिक्षक संघ की बैठक समय समय पर अथवा एक माह के अंदर की जाती है एवं बैठक के दौरान अभिभावकों से बच्चों की शिक्षा के बारे में चर्चा की जाती है अभिभावकों और शिक्षकों के बीच बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में बच्चा किस स्तर पर है बच्चों को हम 2 घंटे का समय निकालकर सुबह शाम ध्यान देना चाहिए जिससे बच्चा का लगाओ पढ़ने लिखने एवं सीखने में लग सके जिससे बच्चा शिक्षा सरलता से सीख सके बच्चों को घर में एक कहानी कविता एवं अनेक प्रकार की सामग्रियों द्वारा बच्चों को शिक्षा दी जा सकती है
ReplyDeletePalak shikshak sangh ki bethak maah me ek baar avashya honi chahiye. Isme bachchho ki pragati padhai unka kary vyavhar shala ki any samasyaye aadi kai samasyao ko suljha kar abhibhavko ka sahyog le sakte h.paalak abhibyavak ki personal samasya ko bhi dhyaan me rakhkar bethak aayojit ki ja sakti h.thanks
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह आयोजित होना चाहिए । अभिभावकों का भी यह दायित्व बनता है कि विद्यालय में होने वाली बैठक में वह भाग ले और शिक्षकों से अपने बच्चों के बारे में उनकी शैक्षणिक गतिविधियां के बारे में चर्चा करें तथा शिक्षकों का भी यह दायित्व बनता है कि प्रत्येक बच्चे के अभिभावकों से वह बच्चे कि प्रत्येक गतिविधियों के बारे में चर्चा करें। पालक शिक्षक संघ बैठक का भी यही उद्देश है कि पालक एवं शिक्षक एवं बच्चे का संपर्क नियमित बना रहे हैं।
ReplyDeleteशैलेंद्र सक्सेना नवीन प्राथमिक विद्यालय कुरावर मंडी जिला राजगढ़ मध्य प्रदेश
Sanjeev Kumar Tiwari
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह होना चाहिए और मासिक मूल्याकंन के परिणाम पर चर्चा कर उनके शैक्षिक विकाश पर कार्य योजना बनानी चाहिए
बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान मिशन से बच्चों में आधारभूत अंकगणित की समझ बढ़ेगी।वे स्वतंत्र रूप से दैनिक जीवन की सामान्य समस्याओं को हल कर पाएंगे।
ReplyDeletePalak shiksak sangh ki bethak Her mahine ki jani chaiye
ReplyDeleteशिक्षक-अभिभावक बैठक साप्ताहिक/मासिक हो जिसमें शिक्षक अभिभावक से सीखने के बारे में संपूर्ण जानकारी दें, उनसे बातचीत कर एफएलएन कौशल संबंधित गतिविधियों घर पर सीखने के तरीके बताए व उनसे भी जानें।
ReplyDeletesmc कि बैठक प्रति माह होना चाहिए /मेरे विद्यालय में प्रतिदिन एक दो पालक से फोन लगाकर बात करता हु और उनकी समस्या को भी सुनता हु मेरी भी समस्या उनको बताता हु कि उनका बाल क विद्यालय में प्रति दिन क्या कर रहा है
ReplyDeleteउनकी मदद प्रतेक शिक्षक को लेना चाहिए हर पालक के पास कुछ ण कुछ हुनर होता ही है उनका वह हुनर विद्यालय में शिक्षा के प्रति क्या जागरूकता ला सकता है वह देखकर ही निर्णय लेकर करना कहिये
पालक शिक्षक संघ की बैठक माह मे कम से कम एक बार अवश्य रखी जाना
ReplyDeleteचाहिए । बच्चों को अध्ययन में आ रही कठिनाइयों व शाला से संबंधित अन्य समस्याओं पर चर्चा की जाना चाहिए ।
Palak shikshak Sangh ki baithak vahan mein kam se kam ek bar avashya Hona chahie jismein palakon ke samaksh bacchon ko unki padhaai mein a rahi kathinai aur vidyalay prabandhan mein a rahi samasyaon per vistrit charcha ki ja sake
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार अवश्य रखनी चाहिए। बच्चों को सीखने में आ रही कठिनाइयों के बारे में चर्चा करनी चाहिए। बच्चों को 1 घंटे का समय देने का निवेदन किया जाना है। एवं बच्चों को नियमित स्कूल भेजें घर में जो लोग पड़े हैं वह बच्चों को पढ़ने में मदद करें।
ReplyDeleteपठन पाठन के क्रिया कलाप पालक घर पर प्रतिदिन बच्चों से साझा करने हेतु प्रोत्साहित करना चाहिए।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार की जाती है परंतु ग्रामीण क्षेत्र में पालकों की उपस्थिति बहुत कम रहती है बच्चों को सीखने में आ परेशानि पर विशेष ध्यान दिया जाता है एवं बच्च्चों को नियमित स्कूल भेजें ।
ReplyDeleteश्रीमती राघवेंद्र राजे चौहान कन्या आश्रम शाला मलावनी शिवपुरी। हमारे यहां शिक्षक पालक बैठक माह में एक बार की जाती है परंतु हम बीच-बीच में भी जब आवश्यकता पड़ती है ह तो मोबाइल के माध्यम से अभिभावकों से संपर्क करते हैं तथा बच्चों के स्तर के बारे में जानकारी दे ते तथा सुधार के क्षेत्रों पर चर्चा करते हैं की आप को भी बच्चों को कम से कम एक घंटा अवश्य शिक्षा हेतु देवें जिससे कि बच्चों में पढ़ाई की निरंतरता बनी रहे शिक्षक पालक संपर्क से बच्चों में भी क्या कमी है अभिभावक समझ सकते हैं उस पर कार्य कर सकते हैं इस प्रकार अभिभावक शिक्षक शिक्षिकाओं की प्रभावी मदद कर सकते हैं
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह मे कम से कम एक बार अवश्य होना चाहिए | बच्चों को अध्ययन में आ रही कठिनाइयों व शाला से संबंधित अन्य समस्याओं पर चर्चा की जाना चाहिए
ReplyDeleteपालक- शिक्षक संघ की बैठक प्रत्येक माह होनी चाहिए, बैठक में बच्चों के दक्षता आधारित , स्तरानुसार बुनियादी साक्षरता पर सीखने के प्रतिफलों पर चर्चा होनी चाहिये और आगे की कार्य योजना बनाई जानी चाहिए!
ReplyDeletePalak shikshak bethak kam se kam har mahine anivarya hai
ReplyDeleteप्रत्येक माह p T A की बैठक मे सभी पालको से सार्थक चर्चा की जानी चाहिर
ReplyDeleteपालको के साथ बच्चो को भी बिठाना चाहीये ताकी वो भी अपने बच्चों की पढाई तथा उनकी समझ का पता चलता है
ReplyDeleteपालको के द्वारा बच्चों को घर में अलग गतिविधिया करने के लिए उत्तेजित करना चाहिए
ReplyDeleteएक बार की जाती है| जिसमें बच्चों की शैक्षणिक स्थिति को उनको दिखाया जाता है| लेकिन यह मीटिंग प्रभावी इसलिए नहीं हो पाती है कि सभी पालक मीटिंग में उपस्थित नहीं हो पाते है| दूसरा शिक्षक भी इस बात पर विशेष ध्यान नहीं देते कि बच्चों के पालक क्यों नहीं आ रहे हैं? ऐसी स्थिति में हमें पालक शिक्षक संघ की बैठक को अच्छे से सुचारू रूप से जारी रखने के लिए हर बच्चे के पालक से संपर्क करना है| तथा अगर संभव हो सके तो मीटिंग को हर सप्ताह के शनिवार के दिन रख कर बच्चों की प्रगति साझा की जाए| तथा बच्चों के पालकों को बच्चों को घर पर पढ़ाने के लिए मार्गदर्शन दिया जाए |तथा उनको यह जिम्मेदारी सौंपी जाए कि वह बच्चों को नियमित सही समय पर विद्यालय भेजें| तथा बच्चा घर पर भी पढ़ रहा है यह सुनिश्चित करें| शिक्षक जो भी सूचना देता है उसको गंभीरता से सुन कर और उस पर अमल करें| इस प्रकार पालक शिक्षक संघ और शिक्षकों की साझेदारी से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल की जा सकती है| लेकिन जब तक शिक्षक और पालक दोनों पूरे मनोयोग से कार्य नहीं करेंगे तब तक यह संभव नहीं है |अतः पालक शिक्षक संघ की बैठक हर सप्ताह की जाए तथा बच्चों की प्रगति से उन्हें अवगत कराया जाए |जो पालक मीटिंग में नहीं आते हैं उनसे व्यक्तिगत मिलकर बात की जाए तथा अगली मीटिंग में आने के लिए प्रेरित किया जाए |
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह एक बार अनिवार्य रूपसे आयोजित की जानी चाहिए एवं बैठक में पलकों को उनके बच्चों की मासिक प्रगति से अवगत कराया जाना चाहिए एवं बच्चे बच्चे के सीखने में आ रही समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा करनी चाहिए एवं घर पर उनको पढ़ाई का माहौल मिले और पालक घर पर उनको पढ़ने में आ रही समस्याओं को दूर कर सकें एवं शिक्षक द्वारा दिए गए गृह कार्य एवं अन्य सूचनाओं पर ध्यान दें एवं बच्चों को नियमित गृह कार्य करवा कर नियमित विद्यालय भेजा जाना सुनिश्चित करें एवं विद्यालय की गतिविधियों में भाग ले और अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें l परंतु अधिकांशत पालक शिक्षक संघ बैठक में अभिभावक बहुत कम संख्या में उपस्थित होते हैं एवं बच्चों के विकास पर ध्यान नहीं देते हमें उनको संपर्क करके विद्यालय से जोड़ना है एवं उनकी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए ऐसी योजनाएं बनानी होंगी जिससे वह विद्यालय से जुड़े एवं उनके अनुभव और और ज्ञान का उपयोग कर हम विद्यार्थियों को पठन-पाठन में पारंगत करें एवं विद्यालय की योजनाओं में उनकी भागीदारी सुनियोजित करें l अधिकांश अभिभावकों की समस्या है की वह विद्यालय में समय नहीं दे पाते एवं अपने बच्चों की प्रगति नहीं देखते , हमें विशेष प्रयास करके उनको विद्यालय से जोड़ना होगा तभी हमारी संयुक्त भागीदारी से बच्चे fln गतिविधियां एवं संख्या ज्ञान कौशल मैं निपुण हो पाएंगे l
ReplyDeleteमैं अनुराधा सक्सेना सहायक शिक्षिका एकीकृत शासकीय माध्यमिक विद्यालय माधवगंज क्रमांक दो प्राथमिक खंड विदिशा मध्य प्रदेश प्रश्न अनुसार पालक शिक्षक संघ की बैठक कितनी अवधि में की जाती है समस्याओं तथा निराकरण के उपायों के बारे में प्रतिउत्तर में पालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह होना चाहिए एवं बैठक में बच्चों की दक्षता आधारित शिक्षा एवं सीखने के प्रतिफल के बारे में चर्चा होना चाहिए मासिक मूल्यांकन के बारे में चर्चा होती है तो बच्चों की गलतियां क्या है बताना चाहिए नियमित स्कूल भेजना जरूरी है यह भी बताना चाहिए बच्चों के लिए समय निकालकर ध्यान देना अभी बाबू को का कर्तव्य है यह बताना चाहिए पालक कविता कहानी अंताक्षरी बच्चों से घर पर करें ताकि उनका बौद्धिक विकास हो सके साफ सफाई से रहना सिखा दें ताकि सफाई पर स्वच्छता पर बाल्यकाल से ही ध्यान देने लगे शिक्षक पालकों से औपचारिक अनौपचारिक बातचीत कर एफ एल एन कौशल संबंधित गतिविधियों को घर पर सीखने के तरीके बताएं ताकि बच्चा पढ़ाई में रुचि ले सके और उसका बौद्धिक विकास हो सके बच्चों को अध्ययन में आ रही कठिनाई को भी पालकों को बताना चाहिए ताकि वह भी ध्यान रख सके बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा मजबूत होगी तभी वह आगे बढ़ेंगे और उनका सर्वांगीण विकास होगा बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन बच्चों की प्रारंभिक नींव मजबूत बनाने का आधार है धन्यवाद सहित
ReplyDeleteशिक्षक-अभिभावक बैठक साप्ताहिक/मासिक हो जिसमें शिक्षक अभिभावक से सीखने के बारे में संपूर्ण जानकारी दें, उनसे औपचारिक अनौपचारिक बातचीत कर एफएलएन कौशल संबंधित गतिविधियों घर पर सीखने के तरीके बताए व उनसे भी जानें। शिक्षक अभिभावक संवाद मधुर हो।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह जाता है और बैठक में माता पिता या घर के कोई भी सदस्य उपस्थित हो सकता है और बच्चे के प्रगति के बारे में जानकारी दे सकते है और दक्षता आधारित सीखने का प्रतिफल पर चर्चा करना चाहिए, मासिक मुल्यांकन के बाद बैठक करना चाहिए जिससे बच्चे के कमजोरी का पता अभिभावकों को चल सके, और बच्चा किस स्तर का है उसके अनुसार माता पिता भी अपने घर परिवार के साथ बच्चों को नई गतिविधि के साथ उनको मोटिवेट कर सके और बच्चों को शिक्षा के स्तर तक जोड़ सके आदि l
ReplyDeleteHame palko or bachcho ko hamesha follow up karte rahna chahiye .or palko ki bhi ghar per bachcho ko kuch n kuch gatividhiya karwate rahana chahiye jisse ki bachche jaldi sikhate
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह आयोजित की जाती है। इसमें बच्चों की शैक्षणिक समस्याओं और उपलब्धियों की चर्चा की जाती है। प्रत्येक बच्चे के आचार विचार व्यवहार को समझते हुए मनोवैज्ञानिक तरीकों से मार्गदर्शन करना चाहिए।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की की बैठक का आयोजन प्रतिमाह होता है जिसमें छात्र-छात्राओं की अध्यापन प्रक्रिया व सीखने के प्रतिफल के बारे में चर्चा होना अत्यंत आवश्यक है बच्चे कैसे सीखते हैं घर पर रहकर कैसे अध्यापन कार्य करते हैं पर चर्चा बिंदुवार होना अत्यंत आवश्यक है छोटी-छोटी रोजमर्रा की दैनिक गतिविधियों में बच्चों को शामिल कर संख्या ज्ञान व साक्षरता FLN कौशलअनुसार होना आवश्यक है।
ReplyDeleteEk bar palak shikshak Sangh ki baithak hoti hai aur baithak mein hamen Vivah usko ko bacche ki unnati ke bare mein bata sakte hain
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक prtimah होनी चाहिये। बैठकों में Sala में होने Bali sekchhik evm सभी प्रकार की gatividhiyon की जानकारी होना चाहिये jisse बे अपनी भूमिका निभा सके। मासिक बैठकों में पालको को prttek बच्चे की उपलब्धि स्तर से अवगत होना चाहिये जिससे बे अपने बच्चों की मदद कर सके।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की आवश्यकता अनुसार बैठक आयोजित किया जाना चाहिए ताकि शासन के द्वारा बच्चों के शिक्षण संबंधित योजनाओं से अभिभावकों को अवगत कराया जा सके तथा उन्हें लागू करने पर सामुहिक रूप से विचार करक्रियान्वित किया जा सके तथा बच्चों को शाला में होने वाली असुविधा तथा समस्याओं पर विचार कर समाधान किया जा सके
ReplyDeleteस्कूल को समुदाय से जोड़ने के लिए पालक-शिक्षक मिलन एक बहुत ही अच्छा साधन है।
ReplyDeleteइसके जरिए हम अपने विचारों का, योजनाओं को साझा कर सकते हैं।
शाला में पालक शिक्षक संघ की बैठक हर 15 दिवस में होनी चाहिए इससे बच्चों द्वारा की जाने वाली गतिविधियों को देखा जाए जिससे बच्चों प्रोत्साहन मिले और वे अपने कार्य को ठीक प्रकार से कर सके परन्तु ऐसा संभव नही हो त क्योकि माता पिता को समय नही मिल पाता । चूंकि उनको व्यवसाय हेतु बाहर जाना पड़ता है तो मैने उनसे उनके अनुसार समय पर आने को कहा और उनका शाला की गतिविधियों में सहभागिता करना कितना आवश्यक है ये भी बताया । बच्चों के लिए अभिभावकों की उपस्थिति बहुत ही उपयोगी होगी जब हैब बछो की प्रगति के बारे में उनके सामने चर्चा करेंगे । इस प्रकार की गतिविधियों से बच्चों का विकास बहुत ही शीघ्र होगा।
ReplyDeleteप्रतिमाह पालक शिक्षक संघ की बैठक होनी चाहिए, तथा बैठक में बच्चों की दक्षता आधारित शिक्षा एवम सीखने के प्रतिफल मासिक मूल्यांकन परिणाम पर चर्चा करके , पालक के सहयोग से बच्चो के शैक्षक विकास पर कार्य योजना बनाई जानी चाहिए।
ReplyDeletePTM ki meeting har mahine avashya honi chahiye taaki parents ko apne baccho ki performance ki jaankari ho ske taaki ve apni taraf se sudhaar kr ske.
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह की जाती है जिससे बच्चों की शैक्षणिक समस्याओं और उनकी उपलब्धियों पर चर्चा की जा सकें जिससे पालक भी बच्चों के साथ दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली वस्तुओं पर चर्चा कर सकें प्रत्येक बच्चे के आचार- विचार एवं उनके व्यवहार पर चर्चा कर सकें
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह होनी चाहिए|जिसके दौरान हम पालको से बच्चों की प्रगति पर चर्चा कर सकते हैं |साथ ही उन्हें यह भी बताएं की घर पर भी बच्चों के लिए स्कूल जैसा वातावरण बनाएं , उन्हें गतिविधि करवाएं|
ReplyDeleteबुनियादी साक्षरता में हम कह सकते हैं कि पालक और समुदाय का विशेष महत्व होता है या कह सकते हैं विशेष स्थान होता है हमें करना क्या है कि हमें प्रतिमाह पालक शिक्षक संघ की बैठक का आयोजन करना है जिससे कि हम बच्चों की रोजमर्रा की प्रकृति व उसके सीखने के और व कौशल के बारे में बातचीत करें और उन्हें क्या दिक्कत आ रही है यह क्या परेशानी आ रही है इस पर चर्चा करें छात्र पर और अभिभावक पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है बच्चों को रोजमर्रा की गतिविधियों में संख्याओं के बारे में गणितीय अवधारणाओं के बारे में बहुत ही आसानी तरीके से सिखा सकते हैं और जैसे कि माताजी पिताजी के द्वारा यह परिवार के सदस्यों के द्वारा उन्हें छोटी-छोटी संख्याओं का ज्ञान अनायास ही प्राप्त हो जाता है और हम उनको संख्या ज्ञान करा सकते हैं साथ में कहानी कविता पेंटिंग ऐसी बहुत सारी गतिविधियां हैं जिससे कि हम बच्चों को साक्षर और शिक्षित कर सकते हैं और उनके कौशल का विकास कर सकते हैं बहुत सी गतिविधियां ऐसी होती हैं कि हम बच्चों को टॉपिक टॉपिक देते हैं एक विषय देते हैं और उस पर लेखन करने का या फिर उस पर कहानी बनाने का कारण देते हैं जिससे कि बच्चे का शब्द भंडार बढ़ता है और उसको कहानी व कविता के बारे में ज्ञान होता है ऐसे अनेक गतिविधियां पालक भी करते हैं अपनी भाषा में अपने परिवेश को लेकर और उन्होंने अपने दादा दादी से जो भी चीजें या कहानी कविताएं सुननी है बच्चों को सिखाने के लिए बहुत कारगर सिद्ध होते हैं इसलिए जरूरी है कि पालक शिक्षक संघ में विद्यालय से जुड़े चीजों पर चर्चा तो हो ही साथ में बच्चों को लेकर और उनके कौशल विकसित करने को लेकर विशेष तौर पर चर्चा होनी चाहिए और बच्चों की उपस्थिति के बारे में भी चर्चा होनी चाहिए कोशिश करनी चाहिए कि हम बालकों के साथ एक सामान्य बना सके और एक प्रभावी संवाद कर सके और उनको सके धन्यवाद 🙏
ReplyDeleteमैं वैदेही त्रिपाठी
शासकीय प्राथमिक शाला हरिजन बस्ती महाराजपुरा टीकमगढ़(मध्य प्रदेश)
पालक शिक्षक संघ की बैठक एक मांह के अंदर की जाती है एवं बैठक के दौरान अभिभावकों से बच्चों की शिक्षा के बारे में चर्चा की जाती है अभिभावकों और शिक्षकों के बीच बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में बच्चा किस स्तर पर है बच्चों को हम 2 घंटे का समय निकालकर सुबह शाम ध्यान देना चाहिए जिससे बच्चा का लगाओ पढ़ने लिखने एवं सीखने में लग सके जिससे बच्चा शिक्षा सरलता से सीख सके बच्चों को घर में एक कहानी कविता एवं अनेक प्रकार की सामग्रियों द्वारा बच्चों को शिक्षा दी जा सकती है
ReplyDeletePalak Shikshak Sangh ki baithak Prati Saptah hone chahie jisse a bacchon ke a mulyankan ki ki jankari Ye Pal kaun ho ko bataye Ja sake AVN b unke nidan dhundh Saken Durga Prasad Verma PS jaldi Kheda
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह होना चाहिए
ReplyDeleteहमें माह में एक बार पालक और शिक्षक की बैठक कर बच्चों की पढ़ाई के बारे में चर्चा करनी चाहिए एवं बच्चे की प्रगति को पालक से साझा करना चाहिए तथा घर पर छोटी -छोटी रोजमर्रा की गतिविधि मे बच्चों को शामिल कर संख्या ज्ञान एवं साक्षरता का ज्ञान कराने के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान करनी चाहिए
ReplyDeleteHamare school me Hume bacchho ke parents se Hamesa contect karte rahna chahiye is ke per month meeting jaruri hai aise me hum apne suggestion unse sare kar sakte hai and unke suggestion bhi le sakte hai
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह ली जाती है तथा बच्चे ने क्या सीखा क्या रह गया सीखने और सिखाने की कमियों के बारे में चर्चा की जाती है तथा घर पर बच्चों को किस तरह से सिखाएं अभिभावक को यह भी बताते हैं तथा बच्चा कहां पर समस्या कर रहा है तथा उस समस्या का निदान हम कैसे दूर कर सकते हैं तथा बच्चों की सीखने पर चर्चा की जाती है।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह आयोजित होनी चाहिये एवं बच्चों की मासिक मूल्याकंन प्रोग्रेस्स पर चर्चा कर उनकी शैक्षिक क्षमता विकास पर कार्य योजना बनाना चाहिए। बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान मिशन से बच्चों में आधारभूत अंकगणित की समझ बढ़ेगी।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक हर माह में एक बार की जाती हैं। बैठक में अभिभावकों से बच्चों की शैक्षणिक स्थिति को बताया या दिखाया जाता है। पालक शिक्षक संघ की बैठक को प्रभावी बनाने हेतु प्रत्येक पालक विशेष उपस्थिति हो तथा शिक्षक भी इस बात पर विशेष ध्यान दे कि बच्चों के पालक हैं या नहीं। पालक शिक्षक संघ की बैठक का संचालन जारी रखने के लिए हर बच्चे के पालक से संपर्क सतत अनिवार्य है तथा बच्चों के पालकों को बच्चों को घर पर पढ़ाने के लिए मार्गदर्शन दिया जाए। उनको यह जिम्मेदारी सौंपी जाए कि बच्चों को नियमित सही समय पर विद्यालय भेजे, बच्चा घर पर भी पढ़ रहा है या नही इसकी जानकारी शिक्षक को दे या शिक्षक जो भी सूचना देता है उसको गंभीरता से सुने और उस पर अमल करें। इस प्रकार पालक शिक्षक संघ और शिक्षकों की साझेदारी से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल की जा सकती है। इसलिए जरूरी है कि पालक शिक्षक संघ की बैठक निर्धारित समय सीमा में कराई जाए। बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए शिक्षक, शिक्षिकायें, पलकों को इस बैठक के महत्व को समझते हुए अपनी-अपनी उत्तरदायित्व को निभाये।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार की जाती है परंतु ग्रामीण क्षेत्र में पलकों की उपस्थिति बहुत कम रहती है फिर भी जितने पालक उपस्थित होते हैं उनके साथ बच्चों के प्रगति पर चर्चा की जाती है पलकों के विचार ध्यान पूर्वक सुने जाते हैं बच्चों को सीखने में आ रही कठिनाइयों पर विशेष चर्चा की जाती है एवं बच्चों को नियमित स्कूल भेजें और घर में जो लोग पढ़ें हैं वह बच्चों की पढ़ने में मदद करें।एवं बच्चों को कहानियों व किस्सों ,अपने परिवेश संस्कृति की चर्चा करके उन्हें उनके सीखने में मददगार साबित हो सकते हैं।
ReplyDeleteपालक शिक्षक बैठक प्रति माह आयोजित की जाती है इस बैठक में शामिल सदस्यों को शाला में आयोजित कार्यक्रमों का हिस्सा होना चाहिए साथ ही स्कूल प्रबंधन को चाहिए कि बच्चों के शैक्षिक और गैर शैक्षणिक कार्यों का ध्यान रखना तथा माता पिता, अभिभावक को इसके बारे मे जानकारी देना चाहिए आठ
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक में हर 2 माह में होनी चाहिए अभिभावकों से बातचीत करना चाहिए कि बच्चों को नियमित स्कूल भेजें जिससे हम मिलकर बच्चों की दक्षता ओं को संवाद द्वारा बात कर सकते हैं जिससे घर और विद्यालय के बीच मजबूत संबंध बनेगा और बुनियादी शिक्षा में अभिभावकों की सहभागिता बहुत जरूरी है
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार होती है। बैठक में बच्चों की शैक्षणिक प्रगति,नियमित उपस्थिति,बच्चों के प्रति अभिभावकों की विभिन्न चिंताओं,बच्चों के मूल्यांकन/ आकलन परिणाम तथा पालकों के द्वारा प्रस्तुत समस्याओं पर चर्चा होती है।अभिभावकों से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करके,उनसे बच्चों की शैक्षणिकप्रगति के लिए सहयोग की अपेक्षा कर सकते हैं।हम अभिभावकों की चिंताओं को गंभीरता से लेते हुए ,उनका त्वरित निराकरण करते हैं।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक में हर 2 माह में होनी चाहिए अभिभावकों से बातचीत करना चाहिए कि बच्चों को नियमित स्कूल भेजें जिससे हम मिलकर बच्चों की दक्षता ओं को संवाद द्वारा बात कर सकते हैं जिससे घर और विद्यालय के बीच मजबूत संबंध बनेगा और बुनियादी शिक्षा में अभिभावकों की सहभागिता बहुत जरूरी है
ReplyDeleteमासिक मूल्याकंन प्रोग्रेस्स पर चर्चा कर उनकी शैक्षिक क्षमता विकास पर कार्य योजना बनाना चाहिए।पालक शिक्षक संघ की बैठक माह में एक बार की जाती है परंतु ग्रामीण क्षेत्र में पलकों की उपस्थिति बहुत कम रहती है फिर भी जितने पालक उपस्थित होते हैं उनके साथ बच्चों के प्रगति पर चर्चा की जाती है पलकों के विचार ध्यान पूर्वक सुने जाते हैं बच्चों को सीखने में आ रही कठिनाइयों पर विशेष चर्चा की जाती है एवं बच्चों को नियमित स्कूल भेजें और घर में जो लोग पढ़ें हैं वह बच्चों की पढ़ने में मदद करें।एवं बच्चों को कहानियों व किस्सों ,अपने परिवेश संस्कृति की चर्चा करके उन्हें उनके सीखने में मददगार साबित हो सकते हैं।
ReplyDeletePTM ki meeting har mahine honi chaiye taaki parents ko bacchon ki performance ki jaankari rahe, aur sudhaar kiya jaa sake.
ReplyDeleteSmc ki baitak prati mah hoti hai.Palak ,abhi bhavk ka sahyog nahi ke barabar hota hai.Palak ki sakriyta badani chahie.
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक माह में कम से कम एक बार अवश्य होना चाहिए |बैठक में बच्चों की उपस्थिति, पढ़ाई, सीखने के तरीके व घर में पढ़ाई के वातावरण पर चर्चा होना चाहिए |RRP PS Shantinagar
ReplyDeletePalak Shikshak Sangh Ki baithak Har mahine ki Jaani chahie tatha ismein balkon ke Pratima Hone Wali Pragati ke bare mein Palkon Se Charcha karne chahie Sath hi palakon ko ghar mein ki jaane wali gatividhiyan ki jankari Deni chahie ki Kis Tarah Ham bacchon Ko Khel Khel ke Madhyam se bacchon ko ank ganit nice shabdon ki pahchan kara sakte hain Sab chijon Ko Baki kar karna Sikha sakte hain Is Tarah Ham bacchon Ko Shiksha ke Kshetra mein Aage Badhana Sikha sakte hain
ReplyDeleteशाला में हर महीने पालक संघ की बैठक करते हैं जिससे बच्चों उपस्थिति और उनकी प्रगति के जानकारी पालको को मिले .
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक हर सप्ताह की जाना चाहिए एवं अभिभावकों को बच्चों की प्रगति से अवगत कराया जाए। जो पालक मीटिंग में नहीं आते हैं उनसे व्यक्तिगत मिलकर बात की जाए तथा अगली मीटिंग में आने के लिए प्रेरित किया जाए। दादा दादी मां मां से उनके बच्चों को घर में कौन- सी गतिविधियां कराईं जाती है और कैसे कर सकते हैं उनके अनुभवों को साझा करना।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह होनी चाहिए पालकों को उनके बच्चों की शिक्षण प्रगति में किस तरह से सहयोग कर सकते हैं उन्हें बताना चाहिए| PURNIMA DHURVEY M /S PISUA (MATKULI)
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक हर महीने की जानी चाहिए और इस बैठक में अभिभावक को अपने बच्चों की प्रगति के बारे में बात करने चाहिए और जो बच्चे की कठिनाई हो रही हैं। उस पर बात करनी चाहिए।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ या शाला प्रबंधन समिति की बैठक मासिक होना चाहिए ।बैठक मे अभिभावकों को बच्चे के कक्षा स्तर के सीखने के प्रतिफल, सभी विषयों मे रुचि या अरुचि के कारण व समस्या निदान पर चर्चा की जानी चाहिए ।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक में हर 2 माह में होनी चाहिए अभिभावकों से बातचीत करना चाहिए कि बच्चों को नियमित स्कूल भेजें जिससे हम मिलकर बच्चों की दक्षता ओं को संवाद द्वारा बात कर सकते हैं जिससे घर और विद्यालय के बीच मजबूत संबंध बनेगा स्कूल प्रबंधन को चाहिए कि बच्चों के शैक्षिक और गैर शैक्षणिक कार्यों का ध्यान रखना तथा माता पिता, अभिभावक को इसके बारे मे जानकारी देना चाहिए
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक विद्यालय में प्रत्येक सप्ताह के अंत मे रखी जानी चाहिए।पालको से चर्चा की जानी चाहिए कि शिक्षण को किस प्रकार ज्यादा से ज्यादा प्रभावी बनाया जा सकता है तथा इस कार्य मे वे अपना योगदान किस प्रकार कर सकते है।पालको से यह भी चर्चा की जा सकती है कि क्या वे अन्य बच्चे जिनके पालक मजदूरी करते है उनके शिक्षण में कोई मदद कर सकते हैं।पालक किस प्रकार से विद्यालय में आकर बच्चों से उनकी पढ़ाई से संबंधित चर्चा कर सकते है एवम उसे रुचिकर बनाने में विद्यालय परिवार की मदद कर सकते है इस विषय पर भी विचार किया जा सकता है।
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह होनी चाहिए एवं बैठक के दौरान बच्चों की दक्षता आधारित शिक्षा व सीखने के प्रतिफल मासिक मूल्यांकन के परिणाम पर चर्चा कर उनके शैक्षिक विकास पर कार्य योजना बनानी चाहिए
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमाह होनी चाहिए और उसमे बच्चों के मासिक टेस्ट पे चर्चा करनी चाहिए और उनके विकास के पे चर्चा करनी चर्चा
ReplyDeleteपालको के द्वारा बच्चों को घर में गतिविधिया करने के लिए उत्तेजित करना चाहिए
ReplyDeleteपालक शिक्षक संघ की बैठक प्रतिमा होना चाहिए और बच्चों के शैक्षिक विकास की योजना बनानी चाहिए
ReplyDeleteMeenakshi Meshram Prathmik Shikshak GMS Pipra Kala Maihar.
ReplyDeleteमाह में एक बार पालक और शिक्षक की बैठक कर बच्चों की पढ़ाई के बारे में चर्चा करनी चाहिए एवं बच्चे की प्रगति को पालक से साझा करना चाहिए तथा घर पर छोटी -छोटी रोजमर्रा की गतिविधि मे बच्चों को शामिल कर संख्या ज्ञान एवं साक्षरता का ज्ञान कराने के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान करनी चाहिए।
पालक शिक्षक संघ की बैठक प्रति माह आयोजित होनी चाहिये एवं बच्चों की मासिक मूल्याकंन प्रोग्रेस्स पर चर्चा कर उनकी शैक्षिक क्षमता विकास पर कार्य योजना बनाना चाहिए तथा घर पर छोटी -छोटी रोजमर्रा की गतिविधि मे बच्चों को शामिल कर संख्या ज्ञान एवं साक्षरता का ज्ञान कराने के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान करनी चाहिए।
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