यह निश्चित करने के लिए बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैँ, प्रतिदिन के आधार पर आप किन क्षेत्रों की निगरानी रखने का प्रस्ताव रखेंगे? अपने विचार साझा करें।
बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान बच्चों के लिए अति आवश्यक है यदि बच्चा संख्या की पहचान कर सकेगा और स्वयं पढ़ सकेगा वह आगे आसानी से अपने विद्या ज्ञान प्राप्त कर सकेगा
बच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे,स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे,अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें,साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे। यदि बच्चे इन सभी बातों पर खरे उतरते हैं तो हमें यह समझ में आ जायेगा कि बच्चे स्वच्छता के महत्त्व को समझते है। अर्चना राऊत प्राथ.शिक्षक अमरवाड़ा जिला-छिंदवाड़ा
सफाई से रहने की आदत का विकास किया जावे। साफ सफाई का महत्व समझाया जाए हम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें
स्वछता संबंधी निगरानी हेतु बच्चों से साफ़ सफाई के बारे में चर्चा करे बच्चो की सफाई पर ध्यान दें जैसे कपड़े ,नाखून खाने के पहले हाथ धोना खेलने के बाद हाथ धोना आदि । रीना चौधरी पी एस सूखा टोला नरसिंहपुर से
सर्वप्रथम बच्चों में इन आदतों का विकास करना पड़ेगा कि, वे जिस जगह पर बैठते- उठते हैं या जिस जगह पर खाते - पीते या रहते हैं उन सभी जगहों या स्थानों को स्वच्छ और साफ सुथरा रखना है उन्हें यह भी बताना होगा कि यह प्रक्रिया सिर्फ एक दिन के नहीं है, यह दिन- प्रतिदिन करना होगा। और फिर उसके बाद यह निगरानी करनी होगी कि बच्चों ने स्वच्छता के प्रति कितना सीखा। वैसे आज के इस समय ने सभी को "स्वच्छता से स्वस्थता" के प्रति बहुत कुछ जागरूक कर दिया है। Sanjay Kumar Rajak GPS BHIRA JSK SHIKARA Block Ghansore Distt.Seoni
बच्चे प्रतिदिन भोजन करने से पहले साबुन से अपने हाथ धोएं एवं साफ सफाई से रहने की आदत का विकास किया जावे। साफ सफाई का महत्व समझाया जाए व बच्चों को प्रोत्साहित किया जावे ।
हम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें तथा हाथ धोने के अतिरिक्त दैनिक जीवन की समस्त गतिविधियों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और अपने वातावरण को स्वच्छ बनाकर जीवन को स्वस्थ बनाने का प्रयास करें
Bacchon se Pratidin Apne Sare Rick saaf Safai karvane ki Aadat dalen vah Unka Dhyan Rakhe ki vah saaf Safai Rakh Rahe ya nahin tatha vah Apne Aas Paas ke parivesh mein bhi saaf Safai Rakh Rahe ya nahin
हम बच्चों को स्वयं, परिवार और उनके आसपास के सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक होने की प्रेरणा देकर समय-समय पर प्रोत्साहित करते रहेंगे ताकि वे अपने मानस पटल पर सम्पूर्ण वातावरण को स्वच्छ बनाये रखने की सर्वदा के लिए एक आदत बना लें। हमारा यह अथक प्रयास निश्चित रूप से, वास्तविक रूप से, "स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत" एक बड़ा कदम होगा। क्योंकि ये बच्चें ही हमारे देश की रीढ़ की हड्डी जो हैं...
बच्चों से बात करके पहले उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी प्राप्त करके उनके परिवेश व वातावरण का आकलन करना होगा । बच्चो का रहन सहन भी बहुत कुछ बता देता है । तदनुरुप स्वचछता संबंधी शिक्षण की रुपरेखा तैयार की जा सकती है ।
पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी प्राप्त करके उनके परिवेश व वातावरण का आकलन करना होगा । बच्चो का रहन सहन भी बहुतहम बच्चों को स्वयं, परिवार और उनके आसपास के सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक होने की प्रेरणा
Him baccho ki yahi shiksha dete h ki aapne aap ko saff rakhe aur time to time sahi food ka sewan kre taki unko time or sahi nutrition mile taki unko body ka development time se ho sake aur hmlog baccho baat krne ka tarika sikhata h taki wo his family se aate h wahi ki language se accha language bol sake yahi mai humesha krta hu
बच्चों को स्वच्छता के बारे में दक्ष करना होगा जिससे उनके परिवार का रहन सहन वातावरण पर प्रभाव पढ़ सके ! और स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा हो जिससे आसपास के गली मोहल्ला के लोगो में चेतना जाग्रत हो सकेगी !
बच्चों के नाख़ून और ड्रेस देखेंगे साफ हे की नही बच्चों के घर में साफ सफाई हे या नही समय समय पर माता -पिता एवम् परिवार के सदस्यों तथा बच्चों को स्वच्छता के विषय में बताएंगे
बच्चों को हम शाला में आने पर उन्हें साफ सफाई के बारे में बता सकते हैं! कि हमें सोच के बाद व भोजन के पहले हमें सावन से हाथ अच्छे तरह से साफ करना चाहिए! आस पास की जगह जहां हम रहते हैं और जहां पढ़ते हैं वो स्थान साफ होना चाहिए! साथ ही अपने साथियों से भी साफ सफाई के बारे में बताना चाहिए! "हम अपनी और आस पास की सफाई रखेंगे तो हमारा मन भी साफ रहेगा"
यह सुनिश्चित करने के लिए कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं| हम निम्न गतिविधियों पर ध्यान देंगे| जैसे - बच्चा खाने के दौरान अगर खाना गिर जाता है तो उसको साफ कर रहा है या नहीं| खाना खाने से पहले और बाद में हाथ धो रहा है या नहीं| और पढ़ने के दौरान उसने जो कचरा फैलाया है उसको उठाकर वह कूड़ेदान में डाल रहा है या नहीं |इसके अलावा बच्चे को क्लास रूम में कोई कागज दिखाई दे रहा है तो उसको उठाकर वह कचरे दान में डाल रहा है या नहीं |बच्चे स्वच्छता की आदतों का अगर पालन कर रहे हैं तो ,वह स्वयं भी स्वच्छ रहेंगे |तथा जहां भी उन्हें गंदगी दिखाई देती है, उस पर वह अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे होंगे |चाहे वह कक्षा हो चाहे घर हो| अगर बच्चा इन आदतों का पालन कर रहा है तो हम कह सकते हैं कि बच्चा स्वच्छता के नियमों का पालन करना सीख गया है| मैं- रघुवीर गुप्ता शासकीय, प्राथमिक विद्यालय- नयागांव जन शिक्षा केंद्र- शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सहस राम ,विकासखंड- विजयपुर ,जिला- श्योपुर (मध्य प्रदेश)
बच्चों में स्वच्छता की आदत का विकास करना चाहिए बच्चे अपने हाथों के को साबुन से धोएं एवं हमेशा अपने आसपास की जगह साफ करने के साथ-साथ अपने शरीर के सभी अंगों की सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए
बच्चों में स्वच्छता की आदत का विकास करना बच्चे अपने हाथों को साबुन से धोएं एवं हमेशा अपने आसपास की जगह साफ करने के साथ अपने शरीर की सभी अंगों की सफाई पर ध्यान दें
स्वच्छता संबंधी आदत डल जाए इसलिए इन्हें बच्चों के दैनिक दिनचर्या में शामिल करना होगा। इसे हमारी देखरेख में बच्चों से प्रतिदिन करना होगा। रमाकान्त पाराशर सहायक शिक्षक नवीन माध्यमिक शाला हापला जनशिक्षा केन्द्र बड़गाँव गूर्जर खण्डवा मध्यप्रदेश
हमेशा बच्चों से खाने के पहले हाथ धोना और किसी भी ना खाने वाली वस्तुओं को छूकर मुंह हाथ नाक मे ना लगाने को सिखाएंगे। हम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें तथा हाथ धोने के अतिरिक्त दैनिक जीवन की समस्त गतिविधियों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और अपने वातावरण को स्वच्छ बनाकर जीवन को स्वस्थ बनाने का प्रयास करें.
बच्चों मे स्वच्छता की आदत का विकास करना चाहिए बच्चे अपने हाथों के को साबुन से धोएं एवं हमेशा अपने आसपास की जगह साफ करने के साथ-साथ अपने शरीर के सभी अंगों की सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए
बच्चों में स्वच्छता की आदत का विकास करना चाहिए। बच्चे भोजन करने से पहले अपने हाथों को साबुन से धोएं एवं हमेशा अपने आसपास की जगह साफ रखें ।अपने शरीर की सफाई पर भी ध्यान दें।
दक्षता आधारित शिक्षा में सभी बच्चों को समान शिक्षा दी जाती है किन्तु सभी बच्चे उसे समान रूप से ग्रहण नहीं कर पाते। यहां आवश्यक यह हो जाता है कि हमें समूह आधारित रचनात्मक गतिविधियों द्वारा सभी बच्चों के साथ सीखने का अवसर प्रदान करना होगा।दक्षता आधारित शिक्षा में सभी बच्चों को समान शिक्षा दी जाती है किन्तु सभी बच्चे उसे समान रूप से ग्रहण नहीं कर पाते। यहां आवश्यक यह हो जाता है कि हमें समूह आधारित रचनात्मक गतिविधियों द्वारा सभी बच्चों के साथ सीखने का अवसर प्रदान करना होगा।
प्रतिदिन स्नान करना, साफ-सुथरे (साफ धुले हुए) गणवेश में आना, दांतो को सुबह-शाम ब्रश करना, नाखूनों और अपने बढ़ते हुए बालों को समय-समय पर काटना, पौष्टिक आहार लेना, समय-समय पर अपने हाथों को धोना, अपने बैठने की जगह को स्वच्छ और साफ बनाए रखना आदि बातों को ध्यान में रखकर हम यह पता लगा सकते हैं कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं l
ओमप्रकाश पाटीदार प्रा शा नांदखेड़ा रैय्यत विकासखंड पुनासा जिला खंडवा बच्चे के द्वारा की जाने वाली प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखना होगा जैसे उसके बाल, नाखून,कपड़ों की सफाई, भजन करना, पानी पीना एवं स्वच्छता के प्रति वह कितना जागरूक है यह देखना उचित होगा।
बच्चों में स्वच्छता संबंधी आदतों को देखने के लिए हम यह देखेंगे कि बच्चा साफ सुथरा आ रहा है स्कूल में नहा धो कर आ रहा है दूसरा उसमें नाखून उसके कटे हुए हैं बच्चा खाना खाने से पहले और सोच के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से साबुन से धोता है क्लास रूम में कचरा नहीं फैलाता है या कचरे को डस्टबिन में डालता है अपने असुरक्षित हाथों को बार-बार मुँह नाक से नहीं लगाता है अपनी ड्रेस साफ रखता है अपने चप्पलों को लाइन से लगाता है आदि अन्य अनेक प्रकार की आदतों से हम चेक कर सकते हैं कि बच्चा स्वच्छता के प्रति जागरूक हैं।
बच्चे अपने हाथो को साबुन से धोएं और हमेशा अपने आस पास की जगह साफ करने के साथ अपने शरीर के सभी अंगों की सफाई पर ध्यान देना चाहिए।नाखून की सफाई करे दाँत नियमित साफ़ करे घर में भी साफ़ सफाई रखे .
Dakshta Aadharit Me Sabhi Bachcho Ko Sath Ghul Mil Kar Achchi shiksha Dene Ka Prayas Karna Chahiya Aur Visheshkar Unki Saf Safai Par Vishesh Dheyan Chahiye
Dakshta Aadharit Shiksha Me Bachcho Ke Sath Ghulmilkar Shiksha Dene Ka Prayas Karna Chahiye Air Vishashkar Unki Saf Safai Ka Vishesh Dhyan Rakhna Chahiye
बच्चों में स्वच्छता का वातावरण होना जरूरी है और उचित पोषण सामाजिक मेलजोल क्योंकि ऐसी के आधार पर बच्चा संप्रेषण के माध्यम से सीखता है और उसी अनुसार व्यवहार करता है जैसे कि वह स्कूल जाता है तो वह अलग तरह का उसे माहौल मिलता है जिस तरीके से घर में अपने परिवार से बातचीत करता है उससे बातचीत भाषा का फर्क पड़ता है और सही गलत का फैसला करता है उसमें अन्य लोगों से संपर्क करने की जिज्ञासा बनती है और मेलजोल बना बढ़ाने की और सीखने की कोशिश करता है और कक्षा में उसके बौद्धिक स्तर के अनुसार सीखने के प्रतिफल निर्धारित किए जाते है जिससे वहां अपनी समझ बना पाता है
लोकेश कुमार विश्वकर्मा भुमका टोला, हर्रई। बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं प्रतिदिन के आधार पर हम निम्न क्षेत्रों पर निगरानी रखेंगे बच्चे की गतिविधि नियम समय परिवेश की सफाई तथा भोजन के पहले और शौच के बाद साबुन से हाथ धोएं या नही।
वर्तमान परिपेक्ष में जब हम स्वच्छता की बात करते हैं तो विद्यार्थी के शाला में प्रवेश के साथ ही सर्वप्रथम हाथों को सैनिटाइज कराना एवं बच्चे का खाने से पहले सोच से आने के बाद नियमित हाथ धोने की आदत एवं उसका धूल मिट्टी आदि के संपर्क में होने पर या किसी वस्तु को छूने के तुरंत बाद हाथ धोने की आदतों को देखकर यह समझा जा सकता है
बच्चे स्वच्छता की ओर बढ़ रहे हैं इसका आंकलन करने के लिए हमें यह देखना होगा कि बच्चे जहां बैठते हैं। वहां साफ सफाई पे ध्यान दे रहे हैं या नहीं उन्होंने खाना खाने के पहले हाथ धोया कि नहीं वे रोज सुबह उठकर मंजन करना, नहाना साफ कपड़े पहनना बालों में कंघी करना अपने बैग ,पेन ,कापी ,किताब इत्यादि को साफ-स्वच्छ रखना सौच के बाद हैंडवाश करना अपने आसपास के परिवेश को साफ सफाई से रखना , नाखून व बाल साफ रखना इत्यादि कार्य करने की आदत है या नहीं
बच्चे अपने हाथो को साबुन से धोएं और हमेशा अपने आस पास की जगह साफ करने के साथ अपने शरीर के सभी अंगों की सफाई पर ध्यान देना स्वच्छता संबंधी आदतों को देखने के लिए हम यह देखेंगे कि बच्चा साफ सुथरा आ रहा है स्कूल में नहा धो कर आ रहा है दूसरा उसमें नाखून उसके कटे हुए हैं बच्चा खाना खाने से पहले और सोच के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से साबुन से धोता है क्लास रूम में कचरा नहीं फैलाता है या कचरे को डस्टबिन में डालता है अपने असुरक्षित हाथों को बार-बार मुँह नाक से नहीं लगाता है अपनी ड्रेस साफ रखता है अपने चप्पलों को लाइन से लगाता है आदि अन्य अनेक प्रकार की आदतों से हम चेक कर सकते हैं कि बच्चा स्वच्छता के प्रति जागरूक हैं। चाहिए।
बच्चों में स्वच्छता की आदत का विकास करना उनके परिवेश तथा वातावरण के बारे मे जानना। फिर स्वच्छता के लाभ बताए ये बताना आवश्यक है कि स्वच्छता हमारे लिए क्यों आवश्यक है। हम ये देखेंगे कि बच्चा प्रतिदिन स्नान करके , स्वच्छ कपड़ें पहनकर आता है या नहीं,सप्ताह में एक बार नाखून अवश्य काटता है खाना खाने के पहले साबुन सेअच्छी तरह हाथ धोकर खाना खाता है। अपने आसपास के स्थान को साफ रखता है कचरा हमेशा कूड़ेदान में डालता है,कक्ष को साफ रखता है। संक्रमण के दौरान अपने हाथों को बार बार धोता है मास्क का उपयोग करता है छींकते खाँसते समय मुँह पर हाथ या रुमाल रखता है।इन सब बातों से हम बच्चे में स्वच्छता संबंधी आदतों की जाँच कर सकते है।बच्चा स्वच्छता के बारे मे जानता है।
Bachche MDM lene se pehle hand wash kar rahe hen ya nahi. Unke bal nakhun to bade nahi hen. Daily nahate hen ya nahi. Unke kapre gande to nahi hen. etc ki nigrani teacher ko karna chahiye.
बच्चों में स्वच्छता की आदत से का विकास करना उनके परिवेश तथा वातावरण के बारे में जानना फिर स्वच्छता के लाभ बताएं यह बताना आवश्यक है कि स्वच्छता हमारे लिए क्यों आवश्यक है हम यह देखेंगे कि बच्चा प्रतिदिन स्नान करके आता है या नहीं हम यह देखेंगे कि बच्चा स्वच्छ कपड़े पहन कर आता है या नहीं ।सप्ताह में एक बार नाखून अवश्य काटता है या नहीं। खाने के पहले साबुन से अच्छी तरह हाथ धोकर खाना खाता है। अपने आसपास के स्थान को शौक रखता है। कचरा हमेशा कूड़ेदान में डालता है और कक्षा कक्ष को शांत रखता है ।सामान के दौरान अपने हाथों को बार-बार होता है । मास्क का उपयोग करता है , खांसते यहां सीखते समयसमय मुंह पर हाथ रखता है। इन sabबातों से हम बच्चों में स्वच्छता संबंधी आदतों की जांच कर सकते हैं स्वच्छता के बारे में जानता है।
बच्चे स्वच्छता की आदतो को सीख रहे है कि नही ईसका आकलन करने के लिये हमे उसके दैनिक व्यवहार और गतिविधियों पर नजर रखनी होगी और समयसमय पर क्रियात्मक निर्देशो के माध्यम से स्वच्छता संस्कारो का रोपण करना होगा।बच्चा स्वच्छता के साथ शाला आता है कि नही,अपने आसपास के कचरे को कहाँ कैसे उसका निर्मूलन करता है,खाना खाने के बाद बगरे हुये भोजन को किस तरह ध्यान रखता है,कोई कचरा करे तो उसके प्रति उसकी क्या प्रतिक्रिया होती है आदि ऐसी बातो से हम उसके स्वच्छता की आदतो के विकास का पता लगा सकते है।अनिल केचे,स.शि.प्रा शा.भरियाढाना, पातालकोट,तामिया, छिंदवाड़ा, म.प्र.
हम बच्चों को स्वयं, परिवार और उनके आसपास के सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक होने की प्रेरणा देकर समय-समय पर प्रोत्साहित करते रहेंगे ताकि वे अपने मानस पटल पर सम्पूर्ण वातावरण को स्वच्छ बनाये रखने की सर्वदा के लिए एक आदत बना लें। हम ये देखेंगे कि बच्चा प्रतिदिन स्नान करके , स्वच्छ कपड़ें पहनकर आता है या नहीं,सप्ताह में एक बार नाखून अवश्य काटता है खाना खाने के पहले साबुन सेअच्छी तरह हाथ धोकर खाना खाता है। अपने आसपास के स्थान को साफ रखता है कचरा हमेशा कूड़ेदान में डालता है,कक्ष को साफ रखता है। संक्रमण के दौरान अपने हाथों को बार बार धोता है मास्क का उपयोग करता है छींकते खाँसते समय मुँह पर हाथ या रुमाल रखता है।इन सब बातों से हम बच्चे में स्वच्छता संबंधी आदतों की जाँच कर सकते है।बच्चा स्वच्छता के बारे मे जानता है।
प्रतिदिन स्नान करना, स्वच्छ गणवेश में आना, दांतों को सुबह शाम ब्रश करना, नाखूनों और बालों को समय समय पर काटना, पौष्टिक आहार लेना, समय समय पर अपने हाथों को धोना, अपने बैठने के स्थान को स्वच्छ व साफ बनाए रखना, आदि बातों को ध्यान में रखकर हम यह पता लगा सकते हैं कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतो का पालन कर रहें हैं ।
बच्चों में स्वच्छता सम्बधी आदत डालना अत्यंत आवश्यक है। प्रतिदिन स्नान करना, स्वच्छ गणवेश में आना, दांतों को सुबह शाम ब्रश करना, नाखूनों और बालों को समय समय पर काटना, पौष्टिक आहार लेना, समय समय पर अपने हाथों को धोना, अपने बैठने के स्थान को स्वच्छ व साफ बनाए रखना, आदि बातों को ध्यान में रखकर हम यह पता लगा सकते हैं कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतो का पालन कर रहें हैं ।
, दांतों को सुबह शाम ब्रश करना, नाखूनों और बालों को समय समय पर काटना, पौष्टिक आहार लेना, समय समय पर अपने हाथों को धोना, अपने बैठने के स्थान को स्वच्छ व साफ बनाए रखना, आदि बातों को ध्यान में रखकर हम यह पता लगा सकते हैं कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतो का पालन कर रहें हैं ।
बच्चे अपनी व अपने परिवेश को स्वच्छ बनाकर रखें स्कूल व अपने घरों मैं सफाई रखें वह दूसरों को भी स्वच्छता बनाए रखने के लिए कहे। स्वच्छता होती है वही विद्या ग्रहण करने में आसानी होती है।
हमेशा बच्चों से खाने के पहले हाथ धोना और किसी भी ना खाने वाली वस्तुओं को छूकर मुंह हाथ नाक मे ना लगाने को सिखाएंगे। हम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें तथा हाथ धोने के अतिरिक्त दैनिक जीवन की समस्त गतिविधियों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और अपने वातावरण को स्वच्छ बनाकर जीवन को स्वस्थ बनाने का प्रयास करें।
खाना खाने से पहले वह बाद में धोना । प्रति दिन ब्रश करना अपने आप को साफ़ सुथरा रखना। साफ कपड़े पहनना। अपने आस पास साफ सफाई करना वह कूड़ा एक जगह पर डालना ।
बच्चों को स्वच्छता सम्बन्धित नाट्य रूपांतरण कहानी कविता के माध्यम से समझाया जाना चाहिए। जिससे बच्चे अच्छे से समझ सकेंगे और स्वचता पर विशेष ध्यान रखेंगै
बच्चों के नाखून, बाल आदि समय पर कटे हुए होना चाहिए। महत्वपूर्ण यह है कि रोज स्नान करना खाना खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से साबुन से हाथ धोना और खाना खाने के बाद भी हाथों को धोना, साफ-सुथरे कपड़े पहनना यह सभी चीजें प्रतिदिन करना आवश्यक है साथ ही अपने आसपास की चीजों को भी साफ-सुथरी रखना उपरोक्त सभी चीजों को प्रतिदिन आधार बनाना चाहिए स्कूल के साथ-साथ घर पर भी स्वच्छता का बच्चे ध्यान रखें इस बात पर भी ध्यान देना उचित होगा
सर्वप्रथम बच्चों के रहन-सहन एवं कपड़ों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए जैसे कि ज्यादातर बच्चों की आदत होती है कि पुस्तक खोलते समय थूक लगाकर खोलते हैं तो उससे मना करना एवं खाना खाते वक्त हाथ को साबुन से अच्छी तरह धोकर खाने की वस्तु में हाथ लगाना आदि इस तरह से सुझाव दिया जाना चाहिए
Yah nishchit karne ke liye ki bacche swachhata sambandhi aadaton ka Palan kar rahe hain Pratidin ke Aadhar per ham nigrani Rakhenge ki baccha khane ke dauran Gira Hua khana saaf karta hai ya nahin , khane ke pahle aur bad mein Haath dhota hai ya nahin ,Soch ke baad haath dhota hai ya nahin, class ka kachra kude daan mein dalta hai ya nahin, Ghar se roze Naha kar aata hai ya nahin , ,nakhun Bal,, Samay Samay per Katwa hai ya nahin dress saaf pahan kar aata hai ya nahin ,,daat saaf karta hai ya nahin, Aadi ki nigrani Rakhenge
बच्चों में स्वच्छता की आदत का विकास करना उनके परिवेश तथा वातावरण के बारे मे जानना। फिर स्वच्छता के लाभ बताए ये बताना आवश्यक है कि स्वच्छता हमारे लिए क्यों आवश्यक है। हम ये देखेंगे कि बच्चा प्रतिदिन स्नान करके , स्वच्छ कपड़ें पहनकर आता है या नहीं,सप्ताह में एक बार नाखून अवश्य काटता है खाना खाने के पहले साबुन सेअच्छी तरह हाथ धोकर खाना खाता है। अपने आसपास के स्थान को साफ रखता है कचरा हमेशा कूड़ेदान में डालता है,कक्ष को साफ रखता है। संक्रमण के दौरान अपने हाथों को बार बार धोता है मास्क का उपयोग करता है छींकते खाँसते समय मुँह पर हाथ या रुमाल रखता है।इन सब बातों से हम बच्चे में स्वच्छता संबंधी आदतों की जाँच कर सकते है।बच्चा स्वच्छता के बारे मे जानता है। Naresh Sahu Prathmik Shikshak P/S Rajpalchowk Pipariya Lalu Dise Code:23430109203 Vikaskhand -Chhindwara District -Chhindwara
बच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे,स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे,अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें,साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे। यदि बच्चे इन सभी बातों पर खरे उतरते हैं तो हमें यह समझ में आ जायेगा कि बच्चे स्वच्छता के महत्त्व को समझते हैं। और स्वच्छता सम्बन्धी नियमों का पालन कर रहे हैं।
बच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे,स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे,अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें,साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे। यदि बच्चे इन सभी बातों पर खरे उतरते हैं तो हमें यह समझ में आ जायेगा कि बच्चे स्वच्छता के महत्त्व को समझते है।
बच्चों को सफाई सम्बन्धी सूचनाएं प्रतिदिन प्रार्थना में देते हैं तो वे शिक्षक की बात को जल्दी ही समझते हैं। शिक्षक का अनुसरण भी करते हैं। अतः प्रत्येक दिन साबुन से नहा धोकर आना, खाने से पहले हाथ साबुन से धोना, अन्य समय में भी हाथों को नाक, मुंह, आंखों से ना लगाना। खेलने के बाद भी हाथ पैरों को साफ करना। मास्क का प्रयोग करना। साथियों से दूरी बनाए रखना। आदि बातों का अनुसरण करते हुए दिनचर्या रखने से स्वस्थ आदतों का विकास होगा।जो उनके संस्कारों में दिखने लगेगा।
स्वच्छता संबंधी आदतों में खाना खाने के पहले हाथ धुल ना शौच क्रिया के बाद हाथ धोना अपने आसपास का वातावरण स्वच्छ रखना तथा घर में सभी सदस्यों को यह बातें बतलाना
स्वच्छता संबंधी आदतों में खाना खाने के पहले हाथ धुल ना शौच क्रिया के बाद हाथ धोना अपने आसपास का वातावरण स्वच्छ रखना तथा घर में सभी सदस्यों को यह बातें बतलाना बच्चों को सफाई सम्बन्धी सूचनाएं प्रतिदिन प्रार्थना में देते हैं तो वे शिक्षक की बात को जल्दी ही समझते हैं। शिक्षक का अनुसरण भी करते हैं। अतः प्रत्येक दिन साबुन से नहा धोकर आना, खाने से पहले हाथ साबुन से धोना, अन्य समय में भी हाथों को नाक, मुंह, आंखों से ना लगाना। खेलने के बाद भी हाथ पैरों को साफ करना। मास्क का प्रयोग करना। साथियों से दूरी बनाए रखना। आदि बातों का अनुसरण करते हुए दिनचर्या रखने से स्वस्थ आदतों का विकास होगा।जो उनके संस्कारों में दिखने लगेगा।
Bacchon ko khana khane se pahle aur bad me haath dhona chahiye apne parivesh ko bhi saaf rakhna chayie sharir ke ango ki safai bhaut jaroori hain nakhon bhi katne chayien
मेरे विचार से भोजन से पूर्व हाथ साबुन और पानी से धो कर ही भोजन ग्रहण करें तथा शौच के उपरान्त भी हाथ साबुन और पानी से धो लें। नाखून और बाल समय पर कटवाए रोज सुबह नहाने की आदत डालें।
. बच्चे खाने के बाद खुद को और आस पास की जगह को साफ़ रखें।बच्चे अपने हाथों को सैनिटाइज करें और साबुन से हाथ धोए खाना खाने से पहले हाथ धोएं खाना खाने के बाद हाथ धोएं अपने आसपास चीजों को साफ रखें
यह सुनिश्चित करने के लिए कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं| हम निम्न गतिविधियों पर ध्यान देंगे| जैसे - बच्चा खाने के दौरान अगर खाना गिर जाता है तो उसको साफ कर रहा है या नहीं| खाना खाने से पहले और बाद में हाथ धो रहा है या नहीं| और पढ़ने के दौरान उसने जो कचरा फैलाया है उसको उठाकर वह कूड़ेदान में डाल रहा है या नहीं |इसके अलावा बच्चे को क्लास रूम में कोई कागज दिखाई दे रहा है तो उसको उठाकर वह कचरे दान में डाल रहा है या नहीं |बच्चे स्वच्छता की आदतों का अगर पालन कर रहे हैं तो ,वह स्वयं भी स्वच्छ रहेंगे |तथा जहां भी उन्हें गंदगी दिखाई देती है, उस पर वह अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे होंगे |चाहे वह कक्षा हो चाहे घर हो| अगर बच्चा इन आदतों का पालन कर रहा है तो हम कह सकते हैं कि बच्चा स्वच्छता के नियमों का पालन करना सीख गया है|
बच्चों के निवास के आसपास स्वच्छता की जानकारी बच्चों से पूछेंगे उनकी खानपान की आदतों और भोजन में पौष्टिक पदार्थ लेने के बारे में पूछेंगे और उन्हें अच्छी आदतें के बारे में बताएंगे बच्चों के प्रतिदिन वस्त्र साफ हो इसकी देखभाल करेंगे नाखून बाल आदि की स्वच्छता के लिहाज से निगरानी करेंगे।
Baccho ko apne aspas swacchta ka dhyan rkhna chaaiye. Palako ko dhyan dena chahiye ki ghar k aspas gandagi nahi ho or apne ghar me bhi swachhata ka khalsa dhyan rkhna chaiye
बच्चे देखकर, स्वयं करके जल्दी सीखते हैं अतःबच्चो को हमे अच्छी आदतों, साफ-सफाई, अपने आस- पास के परिवेश को किस प्रकार साफ स्वच्छ रखसकते है, स्वयं करके बताना चाहिए ।
1बच्चे की प्रति दिन की व्यक्तिगत स्वच्छता संबंधित गतिविधियोंपर। 2.खाने के पहले व बाद हाथ तथा आसपास के जगह की सफाई करते हैं या नहीं। 3.शाला स्वच्छता में सहयोग करते है या नहीं
बच्चे देखकर स्वयं करके जल्दी सीखते हैं। अतः बच्चो को हम अच्छी आदतों, साफ सफाई अपने आस पास के परिवेश को किस प्रकार साफ एवं स्वच्छ रख सकते हैं। स्वयं करके बताना चाहिए।
बच्चों में स्वच्छता की आदत से का विकास करना उनके परिवेश तथा वातावरण के बारे में जानना फिर स्वच्छता के लाभ बताएं यह बताना आवश्यक है कि स्वच्छता हमारे लिए क्यों आवश्यक है हम यह देखेंगे कि बच्चा प्रतिदिन स्नान करके आता है या नहीं हम यह देखेंगे कि बच्चा स्वच्छ कपड़े पहन कर आता है या नहीं ।सप्ताह में एक बार नाखून अवश्य काटता है या नहीं। खाने के पहले साबुन से अच्छी तरह हाथ धोकर खाना खाता है। अपने आसपास के स्थान को शौक रखता है। कचरा हमेशा कूड़ेदान में डालता है और कक्षा कक्ष को शांत रखता है ।सामान के दौरान अपने हाथों को बार-बार होता है
बच्चे शाला में कैसे आते हैं कपड़े साफ पहने हुए हैं बालों में कंघी है भोजन के पूर्व एवं पश्चात हाथों की सफाई करते हैं कि नहीं तथा स्वच्छता से लाभ एवं नुकसान पर संवाद करना
बच्चों को नियमित अपने आस पास अपने शरीर के सफाई के साथ अपने school bag room sab जगह के सफाई के लिए जागरूक सजग रहना चाहिए ।स्वच्छता बच्चेके नियमित आदतों में सम्मिलित होने चाहिए।
Ham bacchon Ko Sayan Parivar aur unke aaspaas ke sabhi logon Ko swachhata ke sambandh mein Jagran hone ki ki Prerna dekar samay samay par protsahit karte rahenge. Bacche soch ke bad aur bhojan se pahle hathon ko acchi tarah se dhona sikhen. Apne sharir ki swachhata AVN Apne a aas paas ki Safai karna sikhen.
Vidyalay mein main aane wale a balkon per satat Dhyan Rakhenge Unki aadatein kaisi hai hai vah sharirik Safai per swachhata per uh Dhyan Dete Hain ya nahin tanman acche aadaton ka Nirman aur aur Paryavaran ki samajh ko samajhte hain ya nahin wesaf Sutri e aadaton se swachhata ka mahatva samajh Payenge
हम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें तथा हाथ धोने के अतिरिक्त दैनिक जीवन की समस्त गतिविधियों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और अपने वातावरण को स्वच्छ बनाकर जीवन को स्वस्थ बनाने का प्रयास करें बच्चो को उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सही रखने के लिए हाथो को अच्छे से साफ करना चाहिए जिससे उनकी कोई छोटी बीमारी का खतरा को टाला जा सके और स्वच्छता से ही हम स्वस्थ बन कर अपने देश को एक अच्छा भविष्य प्रदान कर सकेंगे |
आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे,स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे,अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें,साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे। यदि बच्चे इन सभी बातों पर खरे उतरते हैं तो हमें यह समझ में आ जायेगा कि बच्चे स्वच्छता के महत्त्व को समझते है।
घर,विद्यालय तथा सामाजिक स्थलों आदि पर हम बच्चो को बैठने,खेलने,खाने-पीने आदि के तौर-तरीकों को देख करके समझ सकते हैं कि बच्चा स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहा है या नहीं। एम.के.मिश्रा प्राथमिक शिक्षक देवराहा
बच्चों को हम शाला में आने पर उन्हें साफ सफाई के बारे में बता सकते हैं! कि हमें सोच के बाद व भोजन के पहले हमें सावन से हाथ अच्छे तरह से साफ करना चाहिए! आस पास की जगह जहां हम रहते हैं और जहां पढ़ते हैं वो स्थान साफ होना चाहिए! साथ ही अपने साथियों से भी साफ सफाई के बारे में बताना चाहिए! "हम अपनी और आस पास की सफाई रखेंगे तो हमारा मन भी साफ रहेगा"। दिलीप कुमार मिश्रा प्राथमिक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला अमलई जन शिक्षा केंद्र-बसकुटा जिला उमरिया मध्य प्रदेश
बच्चों को हम शाला में आने पर उन्हें साफ सफाई के बारे में बता सकते हैं! कि हमें सोच के बाद व भोजन के पहले हमें सावन से हाथ अच्छे तरह से साफ करना चाहिए! आस पास की जगह जहां हम रहते हैं और जहां पढ़ते हैं वो स्थान साफ होना चाहिए! साथ ही अपने साथियों से भी साफ सफाई के बारे में बताना चाहिए! "हम अपनी और आस पास की सफाई रखेंगे तो हमारा मन भी साफ रहेगा"lakhan lal patel .Govt .Middle school bhainswahi v garh .Katni mp pin 483501
बच्चों को स्वच्छता के बारे में बताएंगे एवं बच्चों को बताएंगेकि हमें खाना खाने के पहले एवं शौच केबाद प्रतिदिन साबुन से से हाथ धोना चाहिए बच्चों को बताएंगे कि हमें अपने घर में एवं शाला में साफ सफाई रखना चाहिए ।साफ सफाई रखने से हम बीमार नहीं होंगे और हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहेगा । शासन द्वारा सभी शालाओं में हैंडवाश बनाया गया है जिससे सभी बच्चे प्रतिदिन हाथ धो रहे हैं ।और साफ सफाई का ध्यान रख रहे हैं प्रति शनिवार को शाला में नाखून चेक करना ड्रेस चेक करना बच्चों में साफ सफाई के प्रति रुझान बढ़ता है और अच्छी आदतों का विकास होता है
Bacho ko saf safai se rahne k bare me batayenge unhe apne sharir ki safai jaise nahana brush karna nakhun katwana hair cut karwana khane khane k pahle Handwash karna khana khate samay apne aspas ganda nahi karna khana khane k bad apne aspas safai karna adi bato ko batayenge aur nigraani bhi karenge aur unhe safai k liy prisahan bhi denge
शिक्षक एवं अभिभावकों को बच्चों को शुरू से ही स्वच्छता के प्रति जागरूक करना चाहिए बच्चों को बताना चाहिए कि खाना खाने से पहले हाथ धोना चाहिए, और शौच के बाद हाथ धोना चाहिए और हमारे आसपास के वातावरण को साफ रखना चाहिए छोटी-छोटी आते थे कचरा डस्टबिन में डालें ,अपना सामान सही जगह पर रखें, स्कूल से जाने के बाद अपना टिफिन शूज ,बैग, एक निश्चित जगह पर रखने को कहे, बच्चों को रोज नहलाएं साफ कपड़े पहनाए, अपना घर तथा आसपास की सफाई राखे, इस प्रकार बच्चा स्वयं इन नियमों का पालन करना सीख जाएगा।
बच्चे की दैनिक गतिविधियों पर नजर रख कर हम पता कर सकते हैं, कि वह स्वच्छता सम्बन्धी स्वस्थ आदतों का कितना पालन कर रहा है। जैसे विद्यालय आते समय स्नान करके आना, गणवेश की सफाई, दाँतो की सफाई, बालों में कंघी, नाखूनों की सफाई, अपना स्कूल बैग कैसे जमाया है फिर कितने समय बाद अपने हाथों को साफ करता है, खाना खाने के पहले और बाद में हाथ धोना, अपने हाथों को स्वच्छ रुमाल से पोंछना, गंदी जगह पर न बैठना, अपना परिवेश साफ रखना आदि दैनिक क्रियाकलापों का अवलोकन करके हम पता कर सकते हैं कि बालक में सफाई के प्रति, स्वस्थ आदतों के प्रति कितनी समझ है।
विद्यालय आने पर सबसे पहले बच्चों का हांथ धुलाना है। कक्षा में स्वास्थ्य और स्वच्छता पर प्रतिदिन चर्चा करना है I बच्चों के दैनिक क्रियाकलापों में स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधित हों रही त्रुटि को सुधार की ओर ले जाने का प्रयास करना है I
bachcho kiswachchhata sambandhi aadaton ko parakhane ke liya unki shareerik swachchhata dekhana ,achchhi aadaton per charcha karna swachchhata ke fayade se sambandhit question poochhana ,galat answer dene per unhen sahi jankari dena .
कक्षा में स्वास्थ्य और स्वच्छता पर प्रतिदिन चर्चा करना है छात्र स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें हाथों को साफ धोएं ,व नाखूनों को भी साफ रखें अपने आसपास की साफ स्वच्छता को बनाएं रखें
रत्नेश मिश्रा जनशिक्षक जनशिक्षा केन्द्र तेवर जबलपुर ग्रामीण
बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए हम बीमारियों से संबंधित छोटे-छोटे यू ट्यूब पर वीडियो दिखा सकते हैं । विद्यार्थियों को स्वच्छता के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक सप्ताह * स्वच्छ मित्र * एक विद्यार्थी को चुनकर पुरूस्कृत कर सकते हैं। यदि कोई विद्यार्थी बीमार होने के कारण लंबे समय से स्कूल नहीं आ रहा है तो उसकी जानकारी एकत्रित करके विद्यार्थियों को उसके बीमार होने के कारणों को स्वच्छता से जोड़कर स्वच्छ रहने का संदेश दे सकते हैं।
बच्चों में स्वच्छता की आदत का विकास करना। खाने से पहले और बाद में हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धोएं। हमेशा अपने आसपास की जगह साफ करने के साथ अपने शरीर की सभी अंगों की सफाई पर ध्यान दें। बच्चों के साथ उनके परिवार के लोगो को भी सफाई के बारे बताना चाहिए जिससे बच्चे सीख सके!
bacchon ki swakshta sambandhi adaton ki nigrani me sabse pehle bacchon ki saririk swakshta dekhenge ,saaf suthra rehne k fayde btayenge isse bacche swakshta ka mehatva smjhenge
बच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे, स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे, अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें, साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे। यदि बच्चे इन सभी बातों का पालन करते हैं तो हमें यह समझ में आ जायेगा कि बच्चे स्वच्छता के महत्त्व को समझते है।
बच्चे साफ सफाई से स्कूल आएं एवं वह खाना खाने से पहले अच्छे से साबुन से हाथ धोएं इस पर विशेष ध्यान दें तथा उन्हें यह समझाइश देते हैं कि अपने परिवेश घर मैं भी साफ सफाई का विशेष ध्यान देना चाहिए इस कोविड-19 काल में हाथों को बार-बार साबुन से धोना चाहिए इस तरह उन्हें स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाता है
Bacche Pratidin Saala mein saaf Safai se aaen khane ke bad Hathon ko acchi Tarah Se a khane Se Pahle Hathon ko acchi Tarah Se kaksha Ki Apne khel Maidan ki ki saaf Safai rakhen Is Tarah ham unhen Jagruk kar sakte hain hain aur Swasthya ke Prati sajag Rakh sakte hain
हम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें तथा हाथ धोने के अतिरिक्त दैनिक जीवन की समस्त गतिविधियों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और अपने वातावरण को स्वच्छ बनाकर जीवन को स्वस्थ बनाने का प्रयास करें| बच्चे देखकर स्वयं करके जल्दी सीखते हैं। अतः बच्चो को हम अच्छी आदतों, साफ सफाई अपने आस पास के परिवेश को किस प्रकार साफ एवं स्वच्छ रख सकते हैं। स्वयं करके बताना चाहिए।
बच्चे साफ सफाई से स्कूल आएं एवं वह खाना खाने से पहले अच्छे से साबुन से हाथ धोएं इस पर विशेष ध्यान दें तथा उन्हें यह समझाइश देते हैं कि अपने परिवेश घर मैं भी साफ सफाई का विशेष ध्यान देना चाहिए इस कोविड-19 काल में हाथों को बार-बार साबुन से धोना चाहिए इस तरह उन्हें स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाता है|
बच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे,स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे,अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें,साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे। यदि बच्चे इन सभी बातों पर खरे उतरते हैं तो हमें यह समझ में आ जायेगा कि बच्चे स्वच्छता के महत्त्व को समझते है।nknownOctober 9, 2021 at 6:45 AM बच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे,स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे,अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें,साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे
वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें तथा हाथ धोने के अतिरिक्त दैनिक जीवन की समस्त गतिविधियों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और अपने वातावरण को स्वच्छ बनाकर जीवन को स्वस्थ बनाने का प्रयास करें
बच्चे शौच के पश्चात् एवम भोजन के पूर्व अपने हाथों को ठीक ढंग से sumank विधि से साबुन पानी से धोएं तथा दांतों, नाखूनों एवम शारीरिक सफाई पर ध्यान दें। साथ ही अपने परिवेश की साफ सफाई का अच्छी तरह ध्यान रखें । इन सभी क्षेत्रों की निगरानी एवम उचित मार्गदर्शन देना आवश्यक है
बच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे,स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे,अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें,साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे। यदि बच्चे इन सभी बातों पर खरे उतरते हैं तो हमें यह समझ में आ जायेगा कि बच्चे स्वच्छता के महत्त्व को समझते है। अर्चना राऊत प्राथ.शिक्षक अमरवाड़ा जिला-छिंदवाड़ा
किसी भी जगह या किसी भी वस्तु को छूने के बाद हाथ धोना चाहिए। बच्चों में यह आदत लत के रूप में विकसित करनी होगी ताकि स्वच्छता को वह अपने जीवन में अंगीकार कर सकें। बच्चे अपने हाथों को अच्छे से धोएं अपने नाखूनों को साफ रखें खाने से पहले और खाने के बाद अच्छी से हाथ धोएं और अपने आसपास सफाई रखें। क्योंकि स्वच्छता में ही देवत्व का निवास होता है इस बात को हम बच्चों को भलीभांति समझा दे ताकि वह अपने जीवन में स्वच्छता संबंधी बातों को अपना सकें और अपने जीवन को बेहतर बना सकें।
Iहमेशा बच्चों से खाने के पहले हाथ धोना और किसी भी ना खाने वाली वस्तुओं को छूकर मुंह हाथ नाक मे ना लगाने को सिखाएंगे। हम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें तथा हाथ धोने के अतिरिक्त दैनिक जीवन की समस्त गतिविधियों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और अपने वातावरण को स्वच्छ बनाकर जीवन को स्वस्थ बनाने का प्रयास करें।
Smt prabha rattnel स्वस्थ शरीर मे स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है,स्वस्थ मस्तिष्क को बनाने के लिए स्वच्छता अत्यधिक आवश्यक है इसलिए हम सभी प्यारे बच्चों को स्वच्छता सम्बंधित बातें करवाते है और सिखाते है तो बच्चे करते भी है।धन्यवाद
There are many ways to analyse students good habits or manners. They come from different stratas of society. Some may come middle class where as many comes from poor families. There way of clothing,standing, sitting, speaking are different. It shows their background. As per it we should try to enculcate good manners, etiquettes and basic skills to express and so on. FLN will help us to know them n a better way and to improve them in each and every field of life.
विद्यालय में बच्चों की स्वछता पर ध्यान देंगे उन्हे खाना खाने से पहले और बाद मे अपनी स्वछता का ध्यान रखे के लिए प्रेरित करेंगे और सबसे स्वच्छ बच्चे को पुरीकृत करेंगे जिससे उनमे स्वच्छता के प्रति प्रतिष्प्रधा का भाव उत्पन्न हो जायेगा।
हम बच्चों को स्वयं, परिवार और उनके आसपास के सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक होने की प्रेरणा देकर समय-समय पर प्रोत्साहित करते रहेंगे ताकि वे अपने मानस पटल पर सम्पूर्ण वातावरण को स्वच्छ बनाये रखने की सर्वदा के लिए एक आदत बना लें।
सफाई से रहने की आदत का विकास किया जावे। साफ सफाई का महत्व समझाया जाए हम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें Laxmi Sharma P S karnya kheldi
साफ सफाई की आदतों का विकास करना। साथ ही यह निगरानी करना कि बच्चे अपने आसपासकी साफ सफाई किस प्रकार करते हैं। भोजन से पहले एवं शौच के बाद हाथों को अच्छी तरह धो रहे हैं या नहीं ।
सफाई से रहने की आदत का विकास किया जावे साफ सफाई का महत्व समझाया जाए बच्चो को स्वच्छता के बारे मे जागरूक करे सत्यनारायण गुप्ता एकीकृत शा मा वि पाडलिया मारू मन्दसोर मध्य प्रदेश
bacche sab kapde pehnate Hain Naha dhokar Vidyalay aati Hain apne aap ko sanitizer karte hain hathon ko khana khane se pahle vah bad mein hath dhote Hain
बच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे: बच्चे भोजन करने से पहले साबुन से अपने हाथ धोते है एवं साफ सफाई से रहते है। साफ सफाई का महत्व समझते हैं इन सब बातों की निगरानी रखेंगे
बच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम उनकी शारीरिक स्वच्छता देखेंगे। हम उनकी शारीरिक स्वच्छता देखेंगे । हम बच्चों को समझाएंगे की सफाई से रहने की भारत का विकास किया जाए सफाई का महत्व समझाएंगे, हम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वह स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरण करें। क्योंकि सफाई रहती है तो हम स्वस्थ रहते हैं और पढ़ाई मैं मन लगता है। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है ।
सर्वप्रथम बच्चों के नाखून चेक करेंगे उनके बाल चेक करेंगे उनके कपड़े देखेंगे कि वह स्वच्छ है कि नहीं बच्चे रोज नहा कर आते हैं कि नहीं बच्चों के पास रूमाल है कि नहीं । रवि स्वच्छता संबंधी कमियां बच्चों में पाई जाती है तो आवश्यक निर्देश देकर उन्हें दूर करने का प्रयास करेंगे
बच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे,स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे,अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें,साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे। यदि बच्चे इन सभी बातों पर खरे उतरते हैं तो हमें यह समझ में आ जायेगा कि बच्चे स्वच्छता के महत्त्व को समझते है। G.P. SOLANKI PRIMARY TEACHER G.P.S. MANA KESLA DISTT. HOSHANGABAD M.P.
Yah nishchit karne ke liye ki bacche Swasthya sambandhi aadaton ka pagal kar rahe hain ke liye Ye UN ki nimnalikhit Chetan ka adhyayan Karenge sabse pahle yah Dekhenge ki vah group se Unki swachhata dekhenge Tariq Satta ke upar Humko bataenge Pratidin Nahana Kyon Jaruri avashya khana khane ke pahle vah Hath Dhote Hain Ki khana khane ki pehli aur khana khane ke bad Hath dhona Ati avashyak Hai Iske alava Bhi Jab Bhi Kahin Se Khel kar Aaye ya Kahin Se Bhi Aaye To Hath dhona ATI avashyak hi hi
यह निश्चित करने के लिए कि बच्चे स्वच्छता संबंधी अच्छी आदतों का प्रयोग कर रहे हैं या नहीं उनके अभिभावक से संपर्क करेंगे एवं शाला समय में उनको साफ सुथरा रहने से क्या लाभ होता हैं या क्या करना है क्या नहीं करना है इसके बारे कहानी के द्वारा जानकारी प्रदान करेंगे
प्रतिदिन स्नान करना, साफ-सुथरे (साफ धुले हुए) गणवेश में आना, दांतो को सुबह-शाम ब्रश करना, नाखूनों और अपने बढ़ते हुए बालों को समय-समय पर काटना, पौष्टिक आहार लेना, समय-समय पर अपने हाथों को धोना, अपने बैठने की जगह को स्वच्छ और साफ बनाए रखना आदि बातों को ध्यान में रखकर हम यह पता लगा सकते हैं कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं
यह सुनिश्चित करने के लिए कि बच्चे मे अपनी स्वच्छता संबंधी आदतों का विकास हो रहा है या नहीं इसके लिए हमें कक्षा में बच्चो बच्चों की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखनी होगी जैसे कि यदि कोई बच्चा किसी अन्य बच्चे की कॉपी, स्लेट,पुस्तक एवम यूनिफॉर्म में पेन, पेंसिल या चाक से कुछ लिखता है तो उस बच्चे द्वारा क्या प्रतिक्रिया दी जाती है।या कक्षा में कागज फैलाना तथा फैले हुए कचरे को उठाना।या उठाकर बाहर फेकना आदि आदि गतिविधियां बच्चे की स्वच्छता सम्बन्धी आदतों को प्रदर्शित करते हैं।
बच्चों में स्वच्छता संबंधी आदतों को विकसित करने के लिए सबसे पहले बच्चों के शारीरिक स्वच्छता से संबंधित प्रश्न पूछेंगे एवं उनसे चर्चा करेंगे और उन्हें समझाएंगे की स्वच्छता की आदतें कैसे डालें। जैसे बच्चों से कहेंगे की वह खाना खाने से पहले एवं शौच से आने के बाद साबुन से हाथ धो लेंगे एवं अपने घर परिवार में भी देखेंगे की सभी सदस्य इसका पालन कर रहे हैं या नहीं इस प्रकार के क्रियाकलापों के द्वारा हम बच्चों में अच्छी स्वास्थ्य की आदतें विकसित करेंगे एवं विद्यालय विद्यालय में प्रार्थना के बाद बच्चों से इस पर चर्चा करेंगे एवं उन्हें स्वास्थ्य संबंधी अच्छी आदतों के बारे में बताएंगे। धन्यवाद, महावीर प्रसाद शर्मा प्राथमिक शिक्षक शासकीय प्राथमिक विद्यालय गिंदौरा विकासखंड बदरवास जिला शिवपुरी मध्य प्रदेश
बच्चे खाना खाने से पहले एवं खाना खाने के बाद हाथ धो रहे हैं अथवा नहीं। बच्चे की शारीरिक स्वच्छता जैसे नाखून साफ है हांथ धुले हुए हैं बाल ठीक है कपड़े साफ है आदी का ध्यान रखेंगे। वर्तमान परिपेक्ष में कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन कर रहे हैं अथवा नहीं।
बच्चें स्वच्छता संबंधित आदतों का पालन प्रदिदिन कर रहे है की नहीं उनके माता पिता आभिवक से पूछ कर और विद्यालय में बच्चों से स्वच्छता संबंधित आदतों के महत्व के बारे में जानकारी देकर जिससे आदतों को अपने जीवन में शामिल कर सकें ।
Bacche ke swakshta sambhandhi nigrani rakhenge jaise khane ke baad hath dhona khane ke pahle hath dhona kapdo ki swakshta bacccho ke Baal or nakkhoon ki nigrani rakhe ka pristab rakhe ge .
बच्चे अपने हाथों को सेनेटाइजर से साफ़ करें और साबुन से हाथ धोने के बाद खाना खाये और खाना खाने के बाद हाथ धोएं अपने आसपास चीजों को साफ रखें गिरवर सिंह लोधी p s राजपुर
बच्चे स्वयं अपने आदतो को विकसित करते है। हमे उन्हे देखना पडेगा कि उनकी आदते कैसी हैं। उन पर विशेष ध्यान देना होगा जैसी बच्चा शाला स्तर ५र हाथ कैसे धुलने का प्रयास कर रहा है।अव्यादि बच्चो को स्वास्थ से संम्बंधी अच्छी आदतो के बारे मे बतायगे
बच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों को चैक करने से पूर्व उन्हें शारीरिक स्वच्छता से अच्छे से अवगत करा देंगे फिर बाद में उन्हें प्रार्थना स्थल में प्रार्थना के पूर्व या बाद एक निर्धारित समय में प्रतिदिन सप्ताह में दो दिन सर्वप्रथम उनके नाखून चैक करेंगे । फिर क्रमशः उनका शौच के बाद और भोजन के पूर्व हाथ साबुन से धोने की आदत को अपने बैठने के स्थान एवं कक्षा और शाला प्रांगण की साफ-सफाई के बारे में जानेंगे ।
देखेंगे कि बच्चा खाने से पहले और शौच के बाद हाथ धोने शरीर की सफाई आसपास की कपड़ों की सफाई पर ध्यान दे,सफाई को आदत मे सामिल करले ।साथ ही करोना गाइड लाइन केप्रति भी जागरूक रहे ।
सर्व प्रथम तो शिक्षक परिवार को विद्यालय परिशर को स्वच्छ रखना होगा उसके बाद प्रतिदिन उनसे उस पर प्रार्थना सभा में चर्चा करना होगी कि हम यदि यह स्वच्छता नही रखेगे तो क्या हमे अच्छा लगेगा ,उसके बाद उनके उनको कहे कि हमे घर ,घर के आस पास ,साफ सफाई हमेशा रखना चाहिए जिससे हमारे आस पास कभी किसी प्रकार कि बीमारी का डर नही होगा /सुबह जब जग जाये तो सबसे पहले दांत साफ करे उसके बाद ही कुछ ग्रहण करे ,विद्यालय जाये तो नहा कर जाये जो बच्चे प्रतिदिन अच्छे साफ स्वच्छ आये उनको प्रार्थना में मोटिवेशन करे जिससे जो नही नहाते वे भी नहा कर आये और स्वच्छता पर प्रतिदिन प्राथना में चर्चा होना चाहिए ,सप्ताह एक दिन निर्धारित कर उनके दांत व् नाख़ून कि जाच करना चाहिए / चक्र दत्त मेहता प्राथमिक शिक्षक एकीक्रत शाला ,रेहली जिला शाजापुर
बच्चों में स्वच्छता संबंधी आदतों का विकास के लिए सामाजिक परिवेश घर परिवार एवं साला परिवार का विशेष योगदान रहता है बच्चे साफ एवं स्वच्छ हैं इस बात की हमें रोज निगरानी रखना है साथ ही हमें समय-समय पर स्वच्छता संबंधी आदतों के बारे में बच्चों को समझाना है इस क्रिया के बार-बार दोहराने से बच्चों में स्वच्छता की आदत हमेशा के लिए निहित हो जाएगी एकीकृत माध्यमिक शाला कठोदा संकुल बेलखादू
शिक्षक/शिक्षिका के रूप में उन परेशानियों के बारे में विचार कीजिए , जिनका सामना आप अक्सर विद्यालय में करते हैं! यह सोचने की कोशिश करें कि विद्यालय प्रबंधन और माता-पिता के माध्यम से किन समस्याओं का समाधान किया जा सकता है तथा किस प्रकार इन लोगों से संपर्क कर अपनी परेशानी बताई जाए ताकि बेहतर स्थिति प्राप्त हो सकें। अपने विचार साझा करें।
1. बच्चे खाने के बाद खुद को और आस पास की जगह को साफ़ रखें।
ReplyDelete2. बच्चे स्वयं को और अपने परिवेश को साफ़ रखें।
इत्यादि
बच्चे अपने हाथों को सेंड करें और साबुन से हाथ धो है खाना खाने से पहले हाथ धोएं खाना खाने के बाद हाथ धोएं अपने आसपास चीजों को साफ रखें
Deleteबच्चे स्वयं करके गतिविधियों से जल्दी सीखते हैं और उनका यह ज्ञान स्थाई रहता है
Deleteबुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान बच्चों के लिए अति आवश्यक है यदि बच्चा संख्या की पहचान कर सकेगा और स्वयं पढ़ सकेगा वह आगे आसानी से अपने विद्या ज्ञान प्राप्त कर सकेगा
Deleteबच्चों के ज्ञान को bacchon ke gyan ko samajhne main Aasan Nahin Hoti
Deleteबच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे,स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे,अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें,साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे। यदि बच्चे इन सभी बातों पर खरे उतरते हैं तो हमें यह समझ में आ जायेगा कि बच्चे स्वच्छता के महत्त्व को समझते है।
Deleteअर्चना राऊत
प्राथ.शिक्षक
अमरवाड़ा
जिला-छिंदवाड़ा
सफाई से रहने की आदत का विकास किया जावे। साफ सफाई का महत्व समझाया जाए हम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें
Deleteस्वछता संबंधी निगरानी हेतु बच्चों से साफ़ सफाई के बारे में चर्चा करे बच्चो की सफाई पर ध्यान दें जैसे कपड़े ,नाखून खाने के पहले हाथ धोना खेलने के बाद हाथ धोना आदि । रीना चौधरी पी एस सूखा टोला नरसिंहपुर से
Deleteसर्वप्रथम बच्चों में इन आदतों का विकास करना पड़ेगा कि, वे जिस जगह पर बैठते- उठते हैं या जिस जगह पर खाते - पीते या रहते हैं उन सभी जगहों या स्थानों को स्वच्छ और साफ सुथरा रखना है उन्हें यह भी बताना होगा कि यह प्रक्रिया सिर्फ एक दिन के नहीं है, यह दिन- प्रतिदिन करना होगा। और फिर उसके बाद यह निगरानी करनी होगी कि बच्चों ने स्वच्छता के प्रति कितना सीखा। वैसे आज के इस समय ने सभी को "स्वच्छता से स्वस्थता" के प्रति बहुत कुछ जागरूक कर दिया है।
DeleteSanjay Kumar Rajak GPS BHIRA JSK SHIKARA Block Ghansore Distt.Seoni
बुनियादी साक्षरता एव्म संख्या कज्ञान बच्चो कोअतिआबश्यक है प्रारारम्भिक शिक्षा इसी पर आधारित है।
Deleteबच्चे स्वयं को, अपने घर एवं परिवेश को स्वच्छ रखें
Deleteबच्चे अपने हाथो को साबुन से धोएं और हमेशा अपने आस पास की जगह साफ करने के साथ अपने शरीर के सभी अंगों की सफाई पर ध्यान देना चाहिए।
ReplyDeleteबच्चे अपने हाथों को अच्छे से धोएं अपने नाखूनों को साफ रखें खाने से पहले और खाने के बाद अच्छी से हाथ धोएं और अपने आसपास सफाई रखें
Deleteबच्चे स्वयं को और अपने आस पास को स्वच्छ रखें।
Deleteव सफाई के लिए सभी को स्वयं से प्रेरित करें।
https://mp-nishthafln.blogspot.com/2021/09/1-3.html
Deleteबच्चे प्रतिदिन भोजन करने से पहले साबुन से अपने हाथ धोएं एवं साफ सफाई से रहने की आदत का विकास किया जावे। साफ सफाई का महत्व समझाया जाए व बच्चों को प्रोत्साहित किया जावे ।
ReplyDeleteहम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें तथा हाथ धोने के अतिरिक्त दैनिक जीवन की समस्त गतिविधियों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और अपने वातावरण को स्वच्छ बनाकर जीवन को स्वस्थ बनाने का प्रयास करें
ReplyDeleteBacchon se Pratidin Apne Sare Rick saaf Safai karvane ki Aadat dalen vah Unka Dhyan Rakhe ki vah saaf Safai Rakh Rahe ya nahin tatha vah Apne Aas Paas ke parivesh mein bhi saaf Safai Rakh Rahe ya nahin
ReplyDeleteबच्चों से बातचीत करके उनके द्वारा किए गए स्वच्छता के कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त करके आसपास तथा स्वयं स्वच्छ रहने को प्रेरित करेंगे।
ReplyDeleteहम बच्चों को स्वयं, परिवार और उनके आसपास के सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक होने की प्रेरणा देकर समय-समय पर प्रोत्साहित करते रहेंगे ताकि वे अपने मानस पटल पर सम्पूर्ण वातावरण को स्वच्छ बनाये रखने की सर्वदा के लिए एक आदत बना लें। हमारा यह अथक प्रयास निश्चित रूप से, वास्तविक रूप से, "स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत" एक बड़ा कदम होगा। क्योंकि ये बच्चें ही हमारे देश की रीढ़ की हड्डी जो हैं...
ReplyDeleteबच्चों से बात करके पहले उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी प्राप्त करके उनके परिवेश व वातावरण का आकलन करना होगा । बच्चो का रहन सहन भी बहुत कुछ बता देता है । तदनुरुप स्वचछता संबंधी शिक्षण की रुपरेखा तैयार की जा सकती है ।
ReplyDeleteबच्चे शौच के बाद और भोजन से पहले हाथों को अच्छी तरह धोना सीखें ओर अपने शरीर की स्वच्छता अपने आसपास की सफाई करना सीखें।
ReplyDeleteBacche Apne Hathon ko sabun se dho aur Hamesha Apne aaspaas ki jagah saaf karne ke sath Apne Sharir ke sabhi ango Ki Safai per Dhyan Dena chahie
पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी प्राप्त करके उनके परिवेश व वातावरण का आकलन करना होगा । बच्चो का रहन सहन भी बहुतहम बच्चों को स्वयं, परिवार और उनके आसपास के सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक होने की प्रेरणा
ReplyDeletePukhrsj Agrawal
ReplyDeleteबच्चों को उनके परिवार का वातावरण रहन सहन पर उनके स्वच्छा पर उनके पास जाकर विचार करना होगा। उन्हे स्वच्छता के विषय में जानकारी देनी होगी।
ReplyDeleteHim baccho ki yahi shiksha dete h ki aapne aap ko saff rakhe aur time to time sahi food ka sewan kre taki unko time or sahi nutrition mile taki unko body ka development time se ho sake aur hmlog baccho baat krne ka tarika sikhata h taki wo his family se aate h wahi ki language se accha language bol sake yahi mai humesha krta hu
ReplyDeleteबच्चों को स्वच्छता के बारे में दक्ष करना होगा जिससे उनके परिवार का रहन सहन वातावरण पर प्रभाव पढ़ सके ! और स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा हो जिससे आसपास के गली मोहल्ला के लोगो में चेतना जाग्रत हो सकेगी !
ReplyDeleteबच्चों के नाख़ून और ड्रेस देखेंगे साफ हे की नही बच्चों के घर में साफ सफाई हे या नही समय समय पर माता -पिता एवम् परिवार के सदस्यों तथा बच्चों को स्वच्छता के विषय में बताएंगे
ReplyDeleteबच्चों में स्वच्छता की आदत का विकास करना
ReplyDeleteअब बच्चे शाला आने पर अपने हाथों को अच्छे से धोना नहीं भुलते है।
ReplyDeleteबच्चों को हम शाला में आने पर उन्हें साफ सफाई के बारे में बता सकते हैं! कि हमें सोच के बाद व भोजन के पहले हमें सावन से हाथ अच्छे तरह से साफ करना चाहिए! आस पास की जगह जहां हम रहते हैं और जहां पढ़ते हैं वो स्थान साफ होना चाहिए! साथ ही अपने साथियों से भी साफ सफाई के बारे में बताना चाहिए! "हम अपनी और आस पास की सफाई रखेंगे तो हमारा मन भी साफ रहेगा"
ReplyDeleteयह सुनिश्चित करने के लिए कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं| हम निम्न गतिविधियों पर ध्यान देंगे| जैसे - बच्चा खाने के दौरान अगर खाना गिर जाता है तो उसको साफ कर रहा है या नहीं| खाना खाने से पहले और बाद में हाथ धो रहा है या नहीं| और पढ़ने के दौरान उसने जो कचरा फैलाया है उसको उठाकर वह कूड़ेदान में डाल रहा है या नहीं |इसके अलावा बच्चे को क्लास रूम में कोई कागज दिखाई दे रहा है तो उसको उठाकर वह कचरे दान में डाल रहा है या नहीं |बच्चे स्वच्छता की आदतों का अगर पालन कर रहे हैं तो ,वह स्वयं भी स्वच्छ रहेंगे |तथा जहां भी उन्हें गंदगी दिखाई देती है, उस पर वह अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे होंगे |चाहे वह कक्षा हो चाहे घर हो| अगर बच्चा इन आदतों का पालन कर रहा है तो हम कह सकते हैं कि बच्चा स्वच्छता के नियमों का पालन करना सीख गया है|
ReplyDeleteमैं- रघुवीर गुप्ता शासकीय, प्राथमिक विद्यालय- नयागांव जन शिक्षा केंद्र- शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सहस राम ,विकासखंड- विजयपुर ,जिला- श्योपुर (मध्य प्रदेश)
बच्चों में स्वच्छता की आदत का विकास करना चाहिए बच्चे अपने हाथों के को साबुन से धोएं एवं हमेशा अपने आसपास की जगह साफ करने के साथ-साथ अपने शरीर के सभी अंगों की सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए
ReplyDeleteबच्चों में स्वच्छता की आदत का विकास करना बच्चे अपने हाथों को साबुन से धोएं एवं हमेशा अपने आसपास की जगह साफ करने के साथ अपने शरीर की सभी अंगों की सफाई पर ध्यान दें
ReplyDeleteस्वच्छता संबंधी आदत डल जाए इसलिए इन्हें बच्चों के दैनिक दिनचर्या में शामिल करना होगा। इसे हमारी देखरेख में बच्चों से प्रतिदिन करना होगा। रमाकान्त पाराशर सहायक शिक्षक नवीन माध्यमिक शाला हापला जनशिक्षा केन्द्र बड़गाँव गूर्जर खण्डवा मध्यप्रदेश
ReplyDeleteबच्चे रोज साबुन से हाथ धोते है मास्क लगाते हैं साफ कपडे पहनते है
Deleteहमेशा बच्चों से खाने के पहले हाथ धोना और किसी भी ना खाने वाली वस्तुओं को छूकर मुंह हाथ नाक मे ना लगाने को सिखाएंगे। हम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें तथा हाथ धोने के अतिरिक्त दैनिक जीवन की समस्त गतिविधियों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और अपने वातावरण को स्वच्छ बनाकर जीवन को स्वस्थ बनाने का प्रयास करें.
ReplyDeleteबच्चों मे स्वच्छता की आदत का विकास करना चाहिए बच्चे अपने हाथों के को साबुन से धोएं एवं हमेशा अपने आसपास की जगह साफ करने के साथ-साथ अपने शरीर के सभी अंगों की सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए
ReplyDeleteबच्चों में स्वच्छता की आदत का विकास करना चाहिए। बच्चे भोजन करने से पहले अपने हाथों को साबुन से धोएं एवं हमेशा अपने आसपास की जगह साफ रखें ।अपने शरीर की सफाई पर भी ध्यान दें।
ReplyDeleteExcellent -yasmeen Akhtar rafiqiyah high school
ReplyDeleteदक्षता आधारित शिक्षा में सभी बच्चों को समान शिक्षा दी जाती है किन्तु सभी बच्चे उसे समान रूप से ग्रहण नहीं कर पाते। यहां आवश्यक यह हो जाता है कि हमें समूह आधारित रचनात्मक गतिविधियों द्वारा सभी बच्चों के साथ सीखने का अवसर प्रदान करना होगा।दक्षता आधारित शिक्षा में सभी बच्चों को समान शिक्षा दी जाती है किन्तु सभी बच्चे उसे समान रूप से ग्रहण नहीं कर पाते। यहां आवश्यक यह हो जाता है कि हमें समूह आधारित रचनात्मक गतिविधियों द्वारा सभी बच्चों के साथ सीखने का अवसर प्रदान करना होगा।
ReplyDeleteबच्चो के साथ बच्चे बं जाए तो आसानी बच्चो को बेहतर तरीके से जुड़ा जा सकता है
ReplyDeleteप्रतिदिन स्नान करना, साफ-सुथरे (साफ धुले हुए) गणवेश में आना, दांतो को सुबह-शाम ब्रश करना, नाखूनों और अपने बढ़ते हुए बालों को समय-समय पर काटना, पौष्टिक आहार लेना, समय-समय पर अपने हाथों को धोना, अपने बैठने की जगह को स्वच्छ और साफ बनाए रखना आदि बातों को ध्यान में रखकर हम यह पता लगा सकते हैं कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं l
ReplyDeleteओमप्रकाश पाटीदार प्रा शा नांदखेड़ा रैय्यत विकासखंड पुनासा जिला खंडवा
ReplyDeleteबच्चे के द्वारा की जाने वाली प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखना होगा जैसे उसके बाल, नाखून,कपड़ों की सफाई, भजन करना, पानी पीना एवं स्वच्छता के प्रति वह कितना जागरूक है यह देखना उचित होगा।
बच्चों में स्वच्छता संबंधी आदतों को देखने के लिए हम यह देखेंगे कि बच्चा साफ सुथरा आ रहा है स्कूल में नहा धो कर आ रहा है दूसरा उसमें नाखून उसके कटे हुए हैं बच्चा खाना खाने से पहले और सोच के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से साबुन से धोता है क्लास रूम में कचरा नहीं फैलाता है या कचरे को डस्टबिन में डालता है अपने असुरक्षित हाथों को बार-बार मुँह नाक से नहीं लगाता है अपनी ड्रेस साफ रखता है अपने चप्पलों को लाइन से लगाता है आदि अन्य अनेक प्रकार की आदतों से हम चेक कर सकते हैं कि बच्चा स्वच्छता के प्रति जागरूक हैं।
ReplyDeleteबच्चे अपने हाथो को साबुन से धोएं और हमेशा अपने आस पास की जगह साफ करने के साथ अपने शरीर के सभी अंगों की सफाई पर ध्यान देना चाहिए।नाखून की सफाई करे दाँत नियमित साफ़ करे घर में भी साफ़ सफाई रखे .
ReplyDeleteDakshta Aadharit Me Sabhi Bachcho Ko Sath Ghul Mil Kar Achchi shiksha Dene Ka Prayas Karna Chahiya Aur Visheshkar Unki Saf Safai Par Vishesh Dheyan Chahiye
ReplyDeleteDakshta Aadharit Shiksha Me Bachcho Ke Sath Ghulmilkar Shiksha Dene Ka Prayas Karna Chahiye Air Vishashkar Unki Saf Safai Ka Vishesh Dhyan Rakhna Chahiye
ReplyDeleteबच्चे अपना आस पास का वातावरण साफ रखें। खाने से पूर्व व खाने के बाद साबुन से हाथ धोएं।साफ कपड़े पहने और कूड़े दान का प्रयोग करें।
ReplyDeleteबच्चे स्वयं की और आस पास की स्वच्छता को बनाये । और अन्य लोगो को स्वयं से प्रेरित करें।
ReplyDeleteबच्चों में स्वच्छता का वातावरण होना जरूरी है और उचित पोषण सामाजिक मेलजोल क्योंकि ऐसी के आधार पर बच्चा संप्रेषण के माध्यम से सीखता है और उसी अनुसार व्यवहार करता है जैसे कि वह स्कूल जाता है तो वह अलग तरह का उसे माहौल मिलता है जिस तरीके से घर में अपने परिवार से बातचीत करता है उससे बातचीत भाषा का फर्क पड़ता है और सही गलत का फैसला करता है उसमें अन्य लोगों से संपर्क करने की जिज्ञासा बनती है और मेलजोल बना बढ़ाने की और सीखने की कोशिश करता है और कक्षा में उसके बौद्धिक स्तर के अनुसार सीखने के प्रतिफल निर्धारित किए जाते है जिससे वहां अपनी समझ बना पाता है
ReplyDeleteTo बच्चे अपने आसपास का वातावरण साफ रखें खाने से पूर्व व खाने के बाद साबुन से हाथ धोये तथा मास्क का प्रयोग करें तथा दूसरों को प्रेरित करें
ReplyDeleteलोकेश कुमार विश्वकर्मा
ReplyDeleteभुमका टोला, हर्रई।
बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं प्रतिदिन के आधार पर हम निम्न क्षेत्रों पर निगरानी रखेंगे बच्चे की गतिविधि नियम समय परिवेश की सफाई तथा भोजन के पहले और शौच के बाद साबुन से हाथ धोएं या नही।
वर्तमान परिपेक्ष में जब हम स्वच्छता की बात करते हैं तो विद्यार्थी के शाला में प्रवेश के साथ ही सर्वप्रथम हाथों को सैनिटाइज कराना एवं बच्चे का खाने से पहले सोच से आने के बाद नियमित हाथ धोने की आदत एवं उसका धूल मिट्टी आदि के संपर्क में होने पर या किसी वस्तु को छूने के तुरंत बाद हाथ धोने की आदतों को देखकर यह समझा जा सकता है
ReplyDeleteबच्चे स्वच्छता की ओर बढ़ रहे हैं इसका आंकलन करने के लिए हमें यह देखना होगा कि बच्चे जहां बैठते हैं। वहां साफ सफाई पे ध्यान दे रहे हैं या नहीं उन्होंने खाना खाने के पहले हाथ धोया कि नहीं वे रोज सुबह उठकर मंजन करना, नहाना साफ कपड़े पहनना बालों में कंघी करना अपने बैग ,पेन ,कापी ,किताब इत्यादि को साफ-स्वच्छ रखना सौच के बाद हैंडवाश करना अपने आसपास के परिवेश को साफ सफाई से रखना , नाखून व बाल साफ रखना इत्यादि कार्य करने की आदत है या नहीं
ReplyDeleteAlways wear neat and clean clothes wash hands
ReplyDeleteबच्चे अपने हाथो को साबुन से धोएं और हमेशा अपने आस पास की जगह साफ करने के साथ अपने शरीर के सभी अंगों की सफाई पर ध्यान देना स्वच्छता संबंधी आदतों को देखने के लिए हम यह देखेंगे कि बच्चा साफ सुथरा आ रहा है स्कूल में नहा धो कर आ रहा है दूसरा उसमें नाखून उसके कटे हुए हैं बच्चा खाना खाने से पहले और सोच के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से साबुन से धोता है क्लास रूम में कचरा नहीं फैलाता है या कचरे को डस्टबिन में डालता है अपने असुरक्षित हाथों को बार-बार मुँह नाक से नहीं लगाता है अपनी ड्रेस साफ रखता है अपने चप्पलों को लाइन से लगाता है आदि अन्य अनेक प्रकार की आदतों से हम चेक कर सकते हैं कि बच्चा स्वच्छता के प्रति जागरूक हैं। चाहिए।
ReplyDeleteबच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करेंगे।
Deleteबच्चे खाने के बाद खुद को और आस पास की जगह को साफ़ रखें।बच्चे अपने हाथो को साबुन से धोएं और हमेशा अपने आस पास की जगह साफ रखें।
ReplyDeleteहम उन को साफ सफाई के बारे मे जानकारी दे कर जागरूक कर सकते है
ReplyDeleteबच्चों में स्वच्छता की आदत का विकास करना उनके परिवेश तथा वातावरण के बारे मे जानना। फिर स्वच्छता के लाभ बताए ये बताना आवश्यक है कि स्वच्छता हमारे लिए क्यों आवश्यक है। हम ये देखेंगे कि बच्चा प्रतिदिन स्नान करके , स्वच्छ कपड़ें पहनकर आता है या नहीं,सप्ताह में एक बार नाखून अवश्य काटता है खाना खाने के पहले साबुन सेअच्छी तरह हाथ धोकर खाना खाता है। अपने आसपास के स्थान को साफ रखता है कचरा हमेशा कूड़ेदान में डालता है,कक्ष को साफ रखता है। संक्रमण के दौरान अपने हाथों को बार बार धोता है मास्क का उपयोग करता है छींकते खाँसते समय मुँह पर हाथ या रुमाल रखता है।इन सब बातों से हम बच्चे में स्वच्छता संबंधी आदतों की जाँच कर सकते है।बच्चा स्वच्छता के बारे मे जानता है।
ReplyDeleteBachche MDM lene se pehle hand wash kar rahe hen ya nahi. Unke bal nakhun to bade nahi hen. Daily nahate hen ya nahi. Unke kapre gande to nahi hen. etc ki nigrani teacher ko karna chahiye.
ReplyDeleteबच्चों में स्वच्छता की आदत से का विकास करना उनके परिवेश तथा वातावरण के बारे में जानना फिर स्वच्छता के लाभ बताएं यह बताना आवश्यक है कि स्वच्छता हमारे लिए क्यों आवश्यक है हम यह देखेंगे कि बच्चा प्रतिदिन स्नान करके आता है या नहीं हम यह देखेंगे कि बच्चा स्वच्छ कपड़े पहन कर आता है या नहीं ।सप्ताह में एक बार नाखून अवश्य काटता है या नहीं। खाने के पहले साबुन से अच्छी तरह हाथ धोकर खाना खाता है। अपने आसपास के स्थान को शौक रखता है। कचरा हमेशा कूड़ेदान में डालता है और कक्षा कक्ष को शांत रखता है ।सामान के दौरान अपने हाथों को बार-बार होता है । मास्क का उपयोग करता है , खांसते यहां सीखते समयसमय मुंह पर हाथ रखता है। इन sabबातों से हम बच्चों में स्वच्छता संबंधी आदतों की जांच कर सकते हैं स्वच्छता के बारे में जानता है।
ReplyDeleteBachho ke Sath Unke jesa Bankar Asani se jura ja Sakta Hai. Saphai ke bare me bataye.
ReplyDeleteबच्चे स्वच्छता की आदतो को सीख रहे है कि नही ईसका आकलन करने के लिये हमे उसके दैनिक व्यवहार और गतिविधियों पर नजर रखनी होगी और समयसमय पर क्रियात्मक निर्देशो के माध्यम से स्वच्छता संस्कारो का रोपण करना होगा।बच्चा स्वच्छता के साथ शाला आता है कि नही,अपने आसपास के कचरे को कहाँ कैसे उसका निर्मूलन करता है,खाना खाने के बाद बगरे हुये भोजन को किस तरह ध्यान रखता है,कोई कचरा करे तो उसके प्रति उसकी क्या प्रतिक्रिया होती है आदि ऐसी बातो से हम उसके स्वच्छता की आदतो के विकास का पता लगा सकते है।अनिल केचे,स.शि.प्रा शा.भरियाढाना, पातालकोट,तामिया, छिंदवाड़ा, म.प्र.
ReplyDeleteहम बच्चों को स्वयं, परिवार और उनके आसपास के सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक होने की प्रेरणा देकर समय-समय पर प्रोत्साहित करते रहेंगे ताकि वे अपने मानस पटल पर सम्पूर्ण वातावरण को स्वच्छ बनाये रखने की सर्वदा के लिए एक आदत बना लें। हम ये देखेंगे कि बच्चा प्रतिदिन स्नान करके , स्वच्छ कपड़ें पहनकर आता है या नहीं,सप्ताह में एक बार नाखून अवश्य काटता है खाना खाने के पहले साबुन सेअच्छी तरह हाथ धोकर खाना खाता है। अपने आसपास के स्थान को साफ रखता है कचरा हमेशा कूड़ेदान में डालता है,कक्ष को साफ रखता है। संक्रमण के दौरान अपने हाथों को बार बार धोता है मास्क का उपयोग करता है छींकते खाँसते समय मुँह पर हाथ या रुमाल रखता है।इन सब बातों से हम बच्चे में स्वच्छता संबंधी आदतों की जाँच कर सकते है।बच्चा स्वच्छता के बारे मे जानता है।
ReplyDeleteप्रतिदिन स्नान करना, स्वच्छ गणवेश में आना, दांतों को सुबह शाम ब्रश करना, नाखूनों और बालों को समय समय पर काटना, पौष्टिक आहार लेना, समय समय पर अपने हाथों को धोना, अपने बैठने के स्थान को स्वच्छ व साफ बनाए रखना, आदि बातों को ध्यान में रखकर हम यह पता लगा सकते हैं कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतो का पालन कर रहें हैं ।
ReplyDeleteबच्चों में स्वच्छता सम्बधी आदत डालना अत्यंत आवश्यक है। प्रतिदिन स्नान करना, स्वच्छ गणवेश में आना, दांतों को सुबह शाम ब्रश करना, नाखूनों और बालों को समय समय पर काटना, पौष्टिक आहार लेना, समय समय पर अपने हाथों को धोना, अपने बैठने के स्थान को स्वच्छ व साफ बनाए रखना, आदि बातों को ध्यान में रखकर हम यह पता लगा सकते हैं कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतो का पालन कर रहें हैं ।
ReplyDeleteबच्चों को खाना खाने के पहले हाथ धोना चाहिए। नाखून प्रति सप्ताह काटने की कहेंगे। प्रतिदिन नहाने का कहेंगे। कपड़े साफ़ एवं स्वच्छ पहने।
ReplyDeleteबच्चे स्वयं को और अपने आस पास को स्वच्छ रखें।
ReplyDelete, दांतों को सुबह शाम ब्रश करना, नाखूनों और बालों को समय समय पर काटना, पौष्टिक आहार लेना, समय समय पर अपने हाथों को धोना, अपने बैठने के स्थान को स्वच्छ व साफ बनाए रखना, आदि बातों को ध्यान में रखकर हम यह पता लगा सकते हैं कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतो का पालन कर रहें हैं ।
ReplyDeleteबच्चे अपनी व अपने परिवेश को स्वच्छ बनाकर रखें स्कूल व अपने घरों मैं सफाई रखें वह दूसरों को भी स्वच्छता बनाए रखने के लिए कहे।
ReplyDeleteस्वच्छता होती है वही विद्या ग्रहण करने में आसानी होती है।
हमेशा बच्चों से खाने के पहले हाथ धोना और किसी भी ना खाने वाली वस्तुओं को छूकर मुंह हाथ नाक मे ना लगाने को सिखाएंगे। हम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें तथा हाथ धोने के अतिरिक्त दैनिक जीवन की समस्त गतिविधियों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और अपने वातावरण को स्वच्छ बनाकर जीवन को स्वस्थ बनाने का प्रयास करें।
ReplyDeleteखाना खाने से पहले वह बाद में धोना ।
ReplyDeleteप्रति दिन ब्रश करना अपने आप को साफ़ सुथरा रखना। साफ कपड़े पहनना।
अपने आस पास साफ सफाई करना वह कूड़ा एक जगह पर डालना ।
हम बच्चो मे बार -बार हाथ धोने के लिए कहेंगे ।माकस लगाना चाहिए ।
ReplyDeleteखाना खाने से पहले वह बाद में धोना ।
ReplyDeleteप्रति दिन ब्रश करना अपने आप को साफ़ सुथरा रखना। साफ कपड़े पहनना।
बच्चों को स्वच्छता सम्बन्धित नाट्य रूपांतरण कहानी कविता के माध्यम से समझाया जाना चाहिए। जिससे बच्चे अच्छे से समझ सकेंगे और स्वचता पर विशेष ध्यान रखेंगै
ReplyDeleteबच्चों के नाखून, बाल आदि समय पर कटे हुए होना चाहिए। महत्वपूर्ण यह है कि रोज स्नान करना खाना खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से साबुन से हाथ धोना और खाना खाने के बाद भी हाथों को धोना, साफ-सुथरे कपड़े पहनना यह सभी चीजें प्रतिदिन करना आवश्यक है साथ ही अपने आसपास की चीजों को भी साफ-सुथरी रखना उपरोक्त सभी चीजों को प्रतिदिन आधार बनाना चाहिए स्कूल के साथ-साथ घर पर भी स्वच्छता का बच्चे ध्यान रखें इस बात पर भी ध्यान देना उचित होगा
ReplyDeleteबच्चे अपने हाथों को सैनिटाइज करें और साबुन से हाथ धोए खाना खाने से पहले हाथ धोएं खाना खाने के बाद हाथ धोएं अपने आसपास चीजों को साफ रखें
ReplyDeleteBacchon ko iska na raksha sankhya Gyan ho gaya hai
ReplyDeleteसर्वप्रथम बच्चों के रहन-सहन एवं कपड़ों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए जैसे कि ज्यादातर बच्चों की आदत होती है कि पुस्तक खोलते समय थूक लगाकर खोलते हैं तो उससे मना करना एवं खाना खाते वक्त हाथ को साबुन से अच्छी तरह धोकर खाने की वस्तु में हाथ लगाना आदि इस तरह से सुझाव दिया जाना चाहिए
ReplyDeleteYah nishchit karne ke liye ki bacche swachhata sambandhi aadaton ka Palan kar rahe hain Pratidin ke Aadhar per ham nigrani Rakhenge ki baccha khane ke dauran Gira Hua khana saaf karta hai ya nahin , khane ke pahle aur bad mein Haath dhota hai ya nahin ,Soch ke baad haath dhota hai ya nahin, class ka kachra kude daan mein dalta hai ya nahin, Ghar se roze Naha kar aata hai ya nahin , ,nakhun Bal,, Samay Samay per Katwa hai ya nahin dress saaf pahan kar aata hai ya nahin ,,daat saaf karta hai ya nahin, Aadi ki nigrani Rakhenge
ReplyDeleteविद्यार्थियों को प्रदान किए जाने वाले मध्यान भोजन कराए जाने की परिस्थितियों में
ReplyDeleteबच्चों में स्वच्छता की आदत का विकास करना उनके परिवेश तथा वातावरण के बारे मे जानना। फिर स्वच्छता के लाभ बताए ये बताना आवश्यक है कि स्वच्छता हमारे लिए क्यों आवश्यक है। हम ये देखेंगे कि बच्चा प्रतिदिन स्नान करके , स्वच्छ कपड़ें पहनकर आता है या नहीं,सप्ताह में एक बार नाखून अवश्य काटता है खाना खाने के पहले साबुन सेअच्छी तरह हाथ धोकर खाना खाता है। अपने आसपास के स्थान को साफ रखता है कचरा हमेशा कूड़ेदान में डालता है,कक्ष को साफ रखता है। संक्रमण के दौरान अपने हाथों को बार बार धोता है मास्क का उपयोग करता है छींकते खाँसते समय मुँह पर हाथ या रुमाल रखता है।इन सब बातों से हम बच्चे में स्वच्छता संबंधी आदतों की जाँच कर सकते है।बच्चा स्वच्छता के बारे मे जानता है।
ReplyDeleteNaresh Sahu Prathmik Shikshak
P/S Rajpalchowk Pipariya Lalu
Dise Code:23430109203
Vikaskhand -Chhindwara
District -Chhindwara
बच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे,स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे,अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें,साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे। यदि बच्चे इन सभी बातों पर खरे उतरते हैं तो हमें यह समझ में आ जायेगा कि बच्चे स्वच्छता के महत्त्व को समझते हैं। और स्वच्छता सम्बन्धी नियमों का पालन कर रहे हैं।
ReplyDeleteबच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे,स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे,अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें,साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे। यदि बच्चे इन सभी बातों पर खरे उतरते हैं तो हमें यह समझ में आ जायेगा कि बच्चे स्वच्छता के महत्त्व को समझते है।
ReplyDeleteबच्चों को सफाई सम्बन्धी सूचनाएं प्रतिदिन प्रार्थना में देते हैं तो वे शिक्षक की बात को जल्दी ही समझते हैं। शिक्षक का अनुसरण भी करते हैं। अतः प्रत्येक दिन साबुन से नहा धोकर आना, खाने से पहले हाथ साबुन से धोना, अन्य समय में भी हाथों को नाक, मुंह, आंखों से ना लगाना। खेलने के बाद भी हाथ पैरों को साफ करना। मास्क का प्रयोग करना। साथियों से दूरी बनाए रखना। आदि बातों का अनुसरण करते हुए दिनचर्या रखने से स्वस्थ आदतों का विकास होगा।जो उनके संस्कारों में दिखने लगेगा।
ReplyDeleteबच्चों को प्रदान किए जाने वाले मध्यान भोजन की परिस्थिति में बहुत प्रभाव पड़ता है
ReplyDeleteस्वच्छता संबंधी आदतों में खाना खाने के पहले हाथ धुल ना शौच क्रिया के बाद हाथ धोना अपने आसपास का वातावरण स्वच्छ रखना तथा घर में सभी सदस्यों को यह बातें बतलाना
ReplyDeleteस्वच्छता संबंधी आदतों में खाना खाने के पहले हाथ धुल ना शौच क्रिया के बाद हाथ धोना अपने आसपास का वातावरण स्वच्छ रखना तथा घर में सभी सदस्यों को यह बातें बतलाना
ReplyDeleteबच्चों को सफाई सम्बन्धी सूचनाएं प्रतिदिन प्रार्थना में देते हैं तो वे शिक्षक की बात को जल्दी ही समझते हैं। शिक्षक का अनुसरण भी करते हैं। अतः प्रत्येक दिन साबुन से नहा धोकर आना, खाने से पहले हाथ साबुन से धोना, अन्य समय में भी हाथों को नाक, मुंह, आंखों से ना लगाना। खेलने के बाद भी हाथ पैरों को साफ करना। मास्क का प्रयोग करना। साथियों से दूरी बनाए रखना। आदि बातों का अनुसरण करते हुए दिनचर्या रखने से स्वस्थ आदतों का विकास होगा।जो उनके संस्कारों में दिखने लगेगा।
बच्चे कहानी सुनकर बहुत जल्दी सीखते हैं
ReplyDeleteBacchon ko khana khane se pahle aur bad me haath dhona chahiye apne parivesh ko bhi saaf rakhna chayie sharir ke ango ki safai bhaut jaroori hain nakhon bhi katne chayien
ReplyDeleteमेरे विचार से भोजन से पूर्व हाथ साबुन और पानी से धो कर ही भोजन ग्रहण करें तथा शौच के उपरान्त भी हाथ साबुन और पानी से धो लें। नाखून और बाल समय पर कटवाए रोज सुबह नहाने की आदत डालें।
ReplyDeleteबच्चों के साथ साथ उनके पालकों को भी सफ़ाई का महत्व बताया जाना चाहिए
ReplyDeleteबच्चों के साथ उनके परिवार के लोगो को भी सफाई के बारे बताना चाहिए जिससे बच्चे सीख सके!
ReplyDelete. बच्चे खाने के बाद खुद को और आस पास की जगह को साफ़ रखें।बच्चे अपने हाथों को सैनिटाइज करें और साबुन से हाथ धोए खाना खाने से पहले हाथ धोएं खाना खाने के बाद हाथ धोएं अपने आसपास चीजों को साफ रखें
ReplyDeleteबच्चे अपने हाथों को अच्छे से धोएं अपने नाखूनों को साफ रखें खाने से पहले और खाने के बाद अच्छी तरह से हाथ धोये और अपने आसपास सफाई रखे।
ReplyDeleteयह सुनिश्चित करने के लिए कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं| हम निम्न गतिविधियों पर ध्यान देंगे| जैसे - बच्चा खाने के दौरान अगर खाना गिर जाता है तो उसको साफ कर रहा है या नहीं| खाना खाने से पहले और बाद में हाथ धो रहा है या नहीं| और पढ़ने के दौरान उसने जो कचरा फैलाया है उसको उठाकर वह कूड़ेदान में डाल रहा है या नहीं |इसके अलावा बच्चे को क्लास रूम में कोई कागज दिखाई दे रहा है तो उसको उठाकर वह कचरे दान में डाल रहा है या नहीं |बच्चे स्वच्छता की आदतों का अगर पालन कर रहे हैं तो ,वह स्वयं भी स्वच्छ रहेंगे |तथा जहां भी उन्हें गंदगी दिखाई देती है, उस पर वह अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे होंगे |चाहे वह कक्षा हो चाहे घर हो| अगर बच्चा इन आदतों का पालन कर रहा है तो हम कह सकते हैं कि बच्चा स्वच्छता के नियमों का पालन करना सीख गया है|
ReplyDeleteबच्चों के निवास के आसपास स्वच्छता की जानकारी बच्चों से पूछेंगे उनकी खानपान की आदतों और भोजन में पौष्टिक पदार्थ लेने के बारे में पूछेंगे और उन्हें अच्छी आदतें के बारे में बताएंगे बच्चों के प्रतिदिन वस्त्र साफ हो इसकी देखभाल करेंगे नाखून बाल आदि की स्वच्छता के लिहाज से निगरानी करेंगे।
ReplyDeleteBaccho ko apne aspas swacchta ka dhyan rkhna chaaiye. Palako ko dhyan dena chahiye ki ghar k aspas gandagi nahi ho or apne ghar me bhi swachhata ka khalsa dhyan rkhna chaiye
ReplyDeleteBacchon me safsfai ka vishesh dhyan dena chahiye. Samay samay pr hath dhone ki aadat dalna chahiye. Taki beemaariyo se bhi bache rahange.
ReplyDeleteबच्चे देखकर, स्वयं करके जल्दी सीखते हैं अतःबच्चो को हमे अच्छी आदतों, साफ-सफाई, अपने आस- पास के परिवेश को किस प्रकार साफ स्वच्छ रखसकते है, स्वयं करके बताना चाहिए ।
ReplyDeleteबच्चे शौच के बाद और भोजन से पहले हाथो को अच्छी तरह सावुन से धोना चाहिए। और अपने शरीर की स्वच्छता अपने आस पास की सफाई करना चाहिए।
ReplyDelete1बच्चे की प्रति दिन की व्यक्तिगत स्वच्छता संबंधित गतिविधियोंपर।
ReplyDelete2.खाने के पहले व बाद हाथ तथा आसपास के जगह की सफाई करते हैं या नहीं।
3.शाला स्वच्छता में सहयोग करते है या नहीं
बच्चे देखकर स्वयं करके जल्दी सीखते हैं। अतः बच्चो को हम अच्छी आदतों, साफ सफाई अपने आस पास के परिवेश को किस प्रकार साफ एवं स्वच्छ रख सकते हैं। स्वयं करके बताना चाहिए।
ReplyDeleteबच्चों में स्वच्छता की आदत से का विकास करना उनके परिवेश तथा वातावरण के बारे में जानना फिर स्वच्छता के लाभ बताएं यह बताना आवश्यक है कि स्वच्छता हमारे लिए क्यों आवश्यक है हम यह देखेंगे कि बच्चा प्रतिदिन स्नान करके आता है या नहीं हम यह देखेंगे कि बच्चा स्वच्छ कपड़े पहन कर आता है या नहीं ।सप्ताह में एक बार नाखून अवश्य काटता है या नहीं। खाने के पहले साबुन से अच्छी तरह हाथ धोकर खाना खाता है। अपने आसपास के स्थान को शौक रखता है। कचरा हमेशा कूड़ेदान में डालता है और कक्षा कक्ष को शांत रखता है ।सामान के दौरान अपने हाथों को बार-बार होता है
ReplyDeleteबच्चो को उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सही रखने के लिए हाथो को अच्छे से साफ करना चाहिए जिससे उनकी कोई छोटी बीमारी का खतरा को टाला जा सके
ReplyDeleteबच्चे शाला में कैसे आते हैं कपड़े साफ पहने हुए हैं बालों में कंघी है भोजन के पूर्व एवं पश्चात हाथों की सफाई करते हैं कि नहीं तथा स्वच्छता से लाभ एवं नुकसान पर संवाद करना
ReplyDeleteबच्चों को नियमित अपने आस पास अपने शरीर के सफाई के साथ अपने school bag room sab जगह के सफाई के लिए जागरूक सजग रहना चाहिए ।स्वच्छता बच्चेके नियमित आदतों में सम्मिलित होने चाहिए।
ReplyDeleteHam bacchon Ko Sayan Parivar aur unke aaspaas ke sabhi logon Ko swachhata ke sambandh mein Jagran hone ki ki Prerna dekar samay samay par protsahit karte rahenge. Bacche soch ke bad aur bhojan se pahle hathon ko acchi tarah se dhona sikhen. Apne sharir ki swachhata AVN Apne a aas paas ki Safai karna sikhen.
ReplyDeleteबच्चो को स्वय़ एव़ आसपास परिवेश को स्वच्छ रखना चाहिए जिससे वे रोगमुक्त रह सके
ReplyDeleteबच्चों को शाला में साफ सफाई के बारे में अवगत कराना ताकि बच्चे अपने आसपास के वातावरण को साफ और सुंदर रख सकें
ReplyDeleteBacchon ko aaspaas ki saaf Safai sikhayenge apni Shala mein dustbin ka upyog karenge
ReplyDeleteVidyalay mein main aane wale a balkon per satat Dhyan Rakhenge Unki aadatein kaisi hai hai vah sharirik Safai per swachhata per uh Dhyan Dete Hain ya nahin tanman acche aadaton ka Nirman aur aur Paryavaran ki samajh ko samajhte hain ya nahin wesaf Sutri e aadaton se swachhata ka mahatva samajh Payenge
ReplyDeleteहम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें तथा हाथ धोने के अतिरिक्त दैनिक जीवन की समस्त गतिविधियों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और अपने वातावरण को स्वच्छ बनाकर जीवन को स्वस्थ बनाने का प्रयास करें
ReplyDeleteबच्चो को उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सही रखने के लिए हाथो को अच्छे से साफ करना चाहिए जिससे उनकी कोई छोटी बीमारी का खतरा को टाला जा सके और स्वच्छता से ही हम स्वस्थ बन कर अपने देश को एक अच्छा भविष्य प्रदान कर सकेंगे |
स्वास्थ्य की दृष्टि से बच्चों में यह आदत डालनी चाहिए की शौच के बाद खाने के पहले अपने हाथो को साबुन से धोएं
Deleteबच्चे स्वयं अपनी और अपने आस पास की सफाई रखे
ReplyDeleteबच्चो को साफ सफाई की आदत सिखायेंगे
ReplyDeleteआदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे,स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे,अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें,साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे। यदि बच्चे इन सभी बातों पर खरे उतरते हैं तो हमें यह समझ में आ जायेगा कि बच्चे स्वच्छता के महत्त्व को समझते है।
ReplyDeleteखाना खाने से पहले हाथ धोएं खाना खाने के बाद हाथ धोएं अपने आसपास चीजों को साफ रखें
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ReplyDeleteघर,विद्यालय तथा सामाजिक स्थलों आदि पर हम बच्चो को बैठने,खेलने,खाने-पीने आदि के तौर-तरीकों को देख करके समझ सकते हैं कि बच्चा स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहा है या नहीं।
ReplyDeleteएम.के.मिश्रा प्राथमिक शिक्षक देवराहा
बच्चों को हम शाला में आने पर उन्हें साफ सफाई के बारे में बता सकते हैं! कि हमें सोच के बाद व भोजन के पहले हमें सावन से हाथ अच्छे तरह से साफ करना चाहिए! आस पास की जगह जहां हम रहते हैं और जहां पढ़ते हैं वो स्थान साफ होना चाहिए! साथ ही अपने साथियों से भी साफ सफाई के बारे में बताना चाहिए! "हम अपनी और आस पास की सफाई रखेंगे तो हमारा मन भी साफ रहेगा"। दिलीप कुमार मिश्रा प्राथमिक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला अमलई जन शिक्षा केंद्र-बसकुटा जिला उमरिया मध्य प्रदेश
ReplyDeleteबच्चों को हम शाला में आने पर उन्हें साफ सफाई के बारे में बता सकते हैं! कि हमें सोच के बाद व भोजन के पहले हमें सावन से हाथ अच्छे तरह से साफ करना चाहिए! आस पास की जगह जहां हम रहते हैं और जहां पढ़ते हैं वो स्थान साफ होना चाहिए! साथ ही अपने साथियों से भी साफ सफाई के बारे में बताना चाहिए! "हम अपनी और आस पास की सफाई रखेंगे तो हमारा मन भी साफ रहेगा"lakhan lal patel .Govt .Middle school bhainswahi v garh .Katni mp pin 483501
ReplyDeleteबच्चों को स्वच्छता के बारे में बताएंगे एवं बच्चों को बताएंगेकि हमें खाना खाने के पहले एवं शौच केबाद प्रतिदिन साबुन से से हाथ धोना चाहिए बच्चों को बताएंगे कि हमें अपने घर में एवं शाला में साफ सफाई रखना चाहिए ।साफ सफाई रखने से हम बीमार नहीं होंगे और हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहेगा । शासन द्वारा सभी शालाओं में हैंडवाश बनाया गया है जिससे सभी बच्चे प्रतिदिन हाथ धो रहे हैं ।और साफ सफाई का ध्यान रख रहे हैं प्रति शनिवार को शाला में नाखून चेक करना ड्रेस चेक करना बच्चों में साफ सफाई के प्रति रुझान बढ़ता है और अच्छी आदतों का विकास होता है
ReplyDeleteBacho ko saf safai se rahne k bare me batayenge unhe apne sharir ki safai jaise nahana brush karna nakhun katwana hair cut karwana khane khane k pahle Handwash karna khana khate samay apne aspas ganda nahi karna khana khane k bad apne aspas safai karna adi bato ko batayenge aur nigraani bhi karenge aur unhe safai k liy prisahan bhi denge
ReplyDeleteशिक्षक एवं अभिभावकों को बच्चों को शुरू से ही स्वच्छता के प्रति जागरूक करना चाहिए बच्चों को बताना चाहिए कि खाना खाने से पहले हाथ धोना चाहिए, और शौच के बाद हाथ धोना चाहिए और हमारे आसपास के वातावरण को साफ रखना चाहिए छोटी-छोटी आते थे कचरा डस्टबिन में डालें ,अपना सामान सही जगह पर रखें, स्कूल से जाने के बाद अपना टिफिन शूज ,बैग, एक निश्चित जगह पर रखने को कहे, बच्चों को रोज नहलाएं साफ कपड़े पहनाए, अपना घर तथा आसपास की सफाई राखे, इस प्रकार बच्चा स्वयं इन नियमों का पालन करना सीख जाएगा।
ReplyDeleteबच्चे की दैनिक गतिविधियों पर नजर रख कर हम पता कर सकते हैं, कि वह स्वच्छता सम्बन्धी स्वस्थ आदतों का कितना पालन कर रहा है। जैसे विद्यालय आते समय स्नान करके आना, गणवेश की सफाई, दाँतो की सफाई, बालों में कंघी, नाखूनों की सफाई, अपना स्कूल बैग कैसे जमाया है फिर कितने समय बाद अपने हाथों को साफ करता है, खाना खाने के पहले और बाद में हाथ धोना, अपने हाथों को स्वच्छ रुमाल से पोंछना, गंदी जगह पर न बैठना, अपना परिवेश साफ रखना आदि दैनिक क्रियाकलापों का अवलोकन करके हम पता कर सकते हैं कि बालक में सफाई के प्रति, स्वस्थ आदतों के प्रति कितनी समझ है।
ReplyDeleteछात्र स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें हाथों को साफ धोएं ,व नाखूनों को भी साफ रखें अपने आसपास की साफ स्वच्छता को बनाएं रखें
ReplyDeleteविद्यालय आने पर सबसे पहले बच्चों का हांथ धुलाना है।
ReplyDeleteकक्षा में स्वास्थ्य और स्वच्छता पर प्रतिदिन चर्चा करना है I बच्चों के दैनिक क्रियाकलापों में स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधित हों रही त्रुटि को सुधार की ओर ले जाने का प्रयास करना है I
bachcho kiswachchhata sambandhi aadaton ko parakhane ke liya unki shareerik swachchhata dekhana ,achchhi aadaton per charcha karna swachchhata ke fayade se sambandhit question poochhana ,galat answer dene per unhen sahi jankari dena .
ReplyDeleteकक्षा में स्वास्थ्य और स्वच्छता पर प्रतिदिन चर्चा करना है छात्र स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें हाथों को साफ धोएं ,व नाखूनों को भी साफ रखें अपने आसपास की साफ स्वच्छता को बनाएं रखें
ReplyDeleteरत्नेश मिश्रा जनशिक्षक जनशिक्षा केन्द्र तेवर जबलपुर ग्रामीण
ReplyDeleteबच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए हम बीमारियों से संबंधित छोटे-छोटे यू ट्यूब पर वीडियो दिखा सकते हैं । विद्यार्थियों को स्वच्छता के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक सप्ताह * स्वच्छ मित्र * एक विद्यार्थी को चुनकर पुरूस्कृत कर सकते हैं। यदि कोई विद्यार्थी बीमार होने के कारण लंबे समय से स्कूल नहीं आ रहा है तो उसकी जानकारी एकत्रित करके विद्यार्थियों को उसके बीमार होने के कारणों को स्वच्छता से जोड़कर स्वच्छ रहने का संदेश दे सकते हैं।
बच्चों में स्वच्छता की आदत का विकास करना। खाने से पहले और बाद में हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धोएं। हमेशा अपने आसपास की जगह साफ करने के साथ अपने शरीर की सभी अंगों की सफाई पर ध्यान दें।
ReplyDeleteबच्चों के साथ उनके परिवार के लोगो को भी सफाई के बारे बताना चाहिए जिससे बच्चे सीख सके!
स्वच्छता के प्रति बच्चों को जागरूक करेंगे। उनमें स्वच्छता सम्बन्धी आदतों का विकास करेंगे। बाल केबिनेट की मदद से निगरानी करेंगे।
ReplyDeleteबच्चे स्वच्छता की आदतो को सीख रहे है कि नही ईसका आकलन करने के लिये हमे उसके दैनिक व्यवहार और गतिविधियों पर नजर रखनी होगी
ReplyDeleteबच्चे अपनी क्षेत्रीय भाषा अथवा मातृभाषा में जल्दी समझते हैं
ReplyDeletebacchon ki swakshta sambandhi adaton ki nigrani me sabse pehle bacchon ki saririk swakshta dekhenge ,saaf suthra rehne k fayde btayenge isse bacche swakshta ka mehatva smjhenge
ReplyDeleteबच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे, स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे, अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें, साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे।
ReplyDeleteयदि बच्चे इन सभी बातों का पालन करते हैं तो हमें यह समझ में आ जायेगा कि बच्चे स्वच्छता के महत्त्व को समझते है।
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ReplyDeleteबच्चों को खाना खाने के पहले अपने हाथ धोना चाहिए तथा सोच जाने के पश्चात हाथ साबुन से धोना चाहिए
ReplyDeleteBacchon ko apne aas paas ka parivesh saaf suthra rakhna chahie AVN khana khane ke pahle hath dhona chahie
ReplyDeleteबच्चों की शारीरिक स्वच्छता बाल नाखुन कटे हुए हो हाथ धो कर खाना खाना चाहिए आदि
ReplyDeleteबच्चे साफ सफाई से स्कूल आएं एवं वह खाना खाने से पहले अच्छे से साबुन से हाथ धोएं इस पर विशेष ध्यान दें तथा उन्हें यह समझाइश देते हैं कि अपने परिवेश घर मैं भी साफ सफाई का विशेष ध्यान देना चाहिए इस कोविड-19 काल में हाथों को बार-बार साबुन से धोना चाहिए इस तरह उन्हें स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाता है
ReplyDeleteसकीना बानो
ReplyDeleteबच्चों की व्यक्तिगत शारीरिक स्वच्छता देखेंगे इसके साथ ही परिवार एवम् आस पड़ोस की स्वच्छता हेतु जागरूक करेंगे।
Bacche Pratidin Saala mein saaf Safai se aaen khane ke bad Hathon ko acchi Tarah Se a khane Se Pahle Hathon ko acchi Tarah Se kaksha Ki Apne khel Maidan ki ki saaf Safai rakhen Is Tarah ham unhen Jagruk kar sakte hain hain aur Swasthya ke Prati sajag Rakh sakte hain
ReplyDeleteबच्चो के साथ बच्चे बन जाए तो आसानी बच्चो को बेहतर तरीके से जुड़ा जा सकता है
ReplyDeletePositive reinforcement diya jaaye agar bacchon ko safai rakhne par to voh iska mahatav samjhnge aur isse unhe saaf rehne ka motivation milega
ReplyDeleteआस-पास की स्वच्छता एवं व्यक्तिगत शारीरिक स्वच्छता के लिए जागरूक करेंगे।
ReplyDeleteहम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें तथा हाथ धोने के अतिरिक्त दैनिक जीवन की समस्त गतिविधियों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और अपने वातावरण को स्वच्छ बनाकर जीवन को स्वस्थ बनाने का प्रयास करें| बच्चे देखकर स्वयं करके जल्दी सीखते हैं। अतः बच्चो को हम अच्छी आदतों, साफ सफाई अपने आस पास के परिवेश को किस प्रकार साफ एवं स्वच्छ रख सकते हैं। स्वयं करके बताना चाहिए।
ReplyDeleteबच्चे साफ सफाई से स्कूल आएं एवं वह खाना खाने से पहले अच्छे से साबुन से हाथ धोएं इस पर विशेष ध्यान दें तथा उन्हें यह समझाइश देते हैं कि अपने परिवेश घर मैं भी साफ सफाई का विशेष ध्यान देना चाहिए इस कोविड-19 काल में हाथों को बार-बार साबुन से धोना चाहिए इस तरह उन्हें स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाता है|
बच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे,स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे,अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें,साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे। यदि बच्चे इन सभी बातों पर खरे उतरते हैं तो हमें यह समझ में आ जायेगा कि बच्चे स्वच्छता के महत्त्व को समझते है।nknownOctober 9, 2021 at 6:45 AM
ReplyDeleteबच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे,स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे,अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें,साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे
Bachche khane ke bad khud ko aurapne aaspas ki jagah ko saf rakhe
ReplyDeleteBachche swamko apne parivesh kosaf rakhe
ReplyDeleteबच्चे किसी भी कार्य को स्वयं, दी गई उन गतिविधियों को जल्दी से सीखने का प्रयास करते हैं, उनके द्वारा किया गया कार्य स्थाई बना रहता है।
ReplyDeleteवे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें तथा हाथ धोने के अतिरिक्त दैनिक जीवन की समस्त गतिविधियों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और अपने वातावरण को स्वच्छ बनाकर जीवन को स्वस्थ बनाने का प्रयास करें
ReplyDeleteबच्चे स्वयं करके गतिविधियों से समझ के साथ सीखते हैं।
ReplyDeleteबच्चे शौच के पश्चात् एवम भोजन के पूर्व अपने हाथों को ठीक ढंग से sumank विधि से साबुन पानी से धोएं तथा दांतों, नाखूनों एवम शारीरिक सफाई पर ध्यान दें। साथ ही अपने परिवेश की साफ सफाई का अच्छी तरह ध्यान रखें । इन सभी क्षेत्रों की निगरानी एवम उचित मार्गदर्शन देना आवश्यक है
ReplyDeleteDakchata sambandhi chatro ko saf safai aatmgyan sankhya gyan samanya gyan apne swasth ke prati sajag rehana hi dakchata ka ek hi mool ussesya hai
ReplyDeleteHum basic education ko support karte hain kyuki isse students ka overall development hota hai
ReplyDeleteबच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे,स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे,अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें,साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे। यदि बच्चे इन सभी बातों पर खरे उतरते हैं तो हमें यह समझ में आ जायेगा कि बच्चे स्वच्छता के महत्त्व को समझते है।
ReplyDeleteअर्चना राऊत
प्राथ.शिक्षक
अमरवाड़ा
जिला-छिंदवाड़ा
ReplyDeleteकिसी भी जगह या किसी भी वस्तु को छूने के बाद हाथ धोना चाहिए।
बच्चों में यह आदत लत के रूप में विकसित करनी होगी ताकि स्वच्छता को वह अपने जीवन में अंगीकार कर सकें।
बच्चे अपने हाथों को अच्छे से धोएं अपने नाखूनों को साफ रखें खाने से पहले और खाने के बाद अच्छी से हाथ धोएं और अपने आसपास सफाई रखें।
क्योंकि स्वच्छता में ही देवत्व का निवास होता है इस बात को हम बच्चों को भलीभांति समझा दे ताकि वह अपने जीवन में स्वच्छता संबंधी बातों को अपना सकें और अपने जीवन को बेहतर बना सकें।
Iहमेशा बच्चों से खाने के पहले हाथ धोना और किसी भी ना खाने वाली वस्तुओं को छूकर मुंह हाथ नाक मे ना लगाने को सिखाएंगे। हम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें तथा हाथ धोने के अतिरिक्त दैनिक जीवन की समस्त गतिविधियों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और अपने वातावरण को स्वच्छ बनाकर जीवन को स्वस्थ बनाने का प्रयास करें।
ReplyDeleteबच्चों को रोज विद्यालय में कक्षा में जाने से पहले उनकी गणवेश नाखून बाल दांत आदि रोज चेक करेगे और उन्हें स्वच्छ रहने के लिए रोज प्रोत्साहित करेगें।
ReplyDelete
ReplyDeleteSmt prabha rattnel
स्वस्थ शरीर मे स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है,स्वस्थ मस्तिष्क को बनाने के लिए स्वच्छता अत्यधिक आवश्यक है इसलिए हम सभी प्यारे बच्चों को स्वच्छता सम्बंधित बातें करवाते है और सिखाते है तो बच्चे करते भी है।धन्यवाद
बच्चों में अच्छी आदतों के विकास तभी सम्भव है जब उन्हें प्रतिदिन इसका अभ्यास कराया जाए।क्योंकि स्वस्थ शरीर मे ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है
ReplyDeleteहमे बच्चो को प्रारंभ से ही अच्छी आदतों को सिखाना चाहिए मुख्य रूप से स्वछता। यदि हम साफ स्वच्छ रहेंगे तो कभी बीमारनहीं होंगे।
ReplyDeleteThere are many ways to analyse students good habits or manners. They come from different stratas of society. Some may come middle class where as many comes from poor families. There way of clothing,standing, sitting, speaking are different. It shows their background. As per it we should try to enculcate good manners, etiquettes and basic skills to express and so on.
ReplyDeleteFLN will help us to know them n a better way and to improve them in each and every field of life.
विद्यालय में बच्चों की स्वछता पर ध्यान देंगे उन्हे खाना खाने से पहले और बाद मे अपनी स्वछता का ध्यान रखे के लिए प्रेरित करेंगे और सबसे स्वच्छ बच्चे को पुरीकृत करेंगे जिससे उनमे स्वच्छता के प्रति प्रतिष्प्रधा का भाव उत्पन्न हो जायेगा।
ReplyDeleteहम बच्चों को स्वयं, परिवार और उनके आसपास के सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक होने की प्रेरणा देकर समय-समय पर प्रोत्साहित करते रहेंगे ताकि वे अपने मानस पटल पर सम्पूर्ण वातावरण को स्वच्छ बनाये रखने की सर्वदा के लिए एक आदत बना लें।
ReplyDeleteसफाई से रहने की आदत का विकास किया जावे। साफ सफाई का महत्व समझाया जाए हम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वे स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें
ReplyDeleteLaxmi Sharma P S karnya kheldi
साफ सफाई की आदतों का विकास करना। साथ ही यह निगरानी करना कि बच्चे अपने आसपासकी साफ सफाई किस प्रकार करते हैं। भोजन से पहले एवं शौच के बाद हाथों को अच्छी तरह धो रहे हैं या नहीं ।
ReplyDeleteसफाई से रहने की आदत का विकास किया जावे साफ सफाई का महत्व समझाया जाए बच्चो को स्वच्छता के बारे मे जागरूक करे सत्यनारायण गुप्ता एकीकृत शा मा वि पाडलिया मारू मन्दसोर मध्य प्रदेश
ReplyDeletebacche sab kapde pehnate Hain Naha dhokar Vidyalay aati Hain apne aap ko sanitizer karte hain hathon ko khana khane se pahle vah bad mein hath dhote Hain
ReplyDeleteबच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे: बच्चे भोजन करने से पहले साबुन से अपने हाथ धोते है एवं साफ सफाई से रहते है। साफ सफाई का महत्व समझते हैं इन सब बातों की निगरानी रखेंगे
ReplyDeleteबच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम उनकी शारीरिक स्वच्छता देखेंगे। हम उनकी शारीरिक स्वच्छता देखेंगे । हम बच्चों को समझाएंगे की सफाई से रहने की भारत का विकास किया जाए सफाई का महत्व समझाएंगे, हम बच्चों से यह अपेक्षा रखेंगे कि वह स्वयं एवं अपने परिवार तथा आस-पड़ोस सभी लोगों को स्वच्छता के संबंध में जागरण करें। क्योंकि सफाई रहती है तो हम स्वस्थ रहते हैं और पढ़ाई मैं मन लगता है। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है ।
ReplyDeleteBacho ko saff safai ka mahatwa smjhaya jaye awam aas bdos ke priwaro ko apne privesh ki saff saffai ke liye btaya Jay.
ReplyDeleteBache bhojan ke pahle apne hatho ko saff dhoye awam apne privesh ki saff safai rkhe
ReplyDeleteबच्चों को स्वाच्छता के प्रति जागरूक करेंगे
ReplyDeleteबच्चों को प्रतिदिन सफाई संबंधित गतिविधियां कराई जाए स्वच्छता के विषय में प्रतिदिन बताया जाए
ReplyDeleteBachchon ko pahale samjhakar batayenge ki humein swayam saf rahna hai tatha aas paas ko bhi saaf rakhna hai. Fir sabhi ko daily check karenge.
ReplyDeleteसर्वप्रथम बच्चों के नाखून चेक करेंगे उनके बाल चेक करेंगे उनके कपड़े देखेंगे कि वह स्वच्छ है कि नहीं बच्चे रोज नहा कर आते हैं कि नहीं बच्चों के पास रूमाल है कि नहीं ।
ReplyDeleteरवि स्वच्छता संबंधी कमियां बच्चों में पाई जाती है तो आवश्यक निर्देश देकर उन्हें दूर करने का प्रयास करेंगे
बच्चो की दैनिक दिनचर्या विद्यालय में
ReplyDeleteउठने बैठने खाने खेलने सौंच के बाद के कार्य उनका पहनावा आदि पर ध्यान देंगे
बच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों की निगरानी में सर्वप्रथम बच्चों की शारीरिक स्वच्छता देखेंगे,स्वच्छता संबंधी प्रश्न पूछेंगे,अच्छी आदतों पर चर्चा करेंगें,साफ-सुथरा रहने के फायदे बताए जायेंगे। यदि बच्चे इन सभी बातों पर खरे उतरते हैं तो हमें यह समझ में आ जायेगा कि बच्चे स्वच्छता के महत्त्व को समझते है।
ReplyDeleteG.P. SOLANKI
PRIMARY TEACHER
G.P.S. MANA KESLA DISTT. HOSHANGABAD M.P.
Yah nishchit karne ke liye ki bacche Swasthya sambandhi aadaton ka pagal kar rahe hain ke liye Ye UN ki nimnalikhit Chetan ka adhyayan Karenge sabse pahle yah Dekhenge ki vah group se Unki swachhata dekhenge Tariq Satta ke upar Humko bataenge Pratidin Nahana Kyon Jaruri avashya khana khane ke pahle vah Hath Dhote Hain Ki khana khane ki pehli aur khana khane ke bad Hath dhona Ati avashyak Hai Iske alava Bhi Jab Bhi Kahin Se Khel kar Aaye ya Kahin Se Bhi Aaye To Hath dhona ATI avashyak hi hi
ReplyDeleteयह निश्चित करने के लिए कि बच्चे स्वच्छता संबंधी अच्छी आदतों का प्रयोग कर रहे हैं या नहीं उनके अभिभावक से संपर्क करेंगे एवं शाला समय में उनको साफ सुथरा रहने से क्या लाभ होता हैं
ReplyDeleteया
क्या करना है क्या नहीं करना है इसके बारे कहानी के द्वारा जानकारी प्रदान करेंगे
प्रतिदिन स्नान करना, साफ-सुथरे (साफ धुले हुए) गणवेश में आना, दांतो को सुबह-शाम ब्रश करना, नाखूनों और अपने बढ़ते हुए बालों को समय-समय पर काटना, पौष्टिक आहार लेना, समय-समय पर अपने हाथों को धोना, अपने बैठने की जगह को स्वच्छ और साफ बनाए रखना आदि बातों को ध्यान में रखकर हम यह पता लगा सकते हैं कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं
ReplyDeleteयह सुनिश्चित करने के लिए कि बच्चे मे अपनी स्वच्छता संबंधी आदतों का विकास हो रहा है या नहीं इसके लिए हमें
ReplyDeleteकक्षा में बच्चो बच्चों की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखनी होगी जैसे कि यदि कोई बच्चा किसी अन्य बच्चे की कॉपी, स्लेट,पुस्तक एवम यूनिफॉर्म में पेन, पेंसिल या चाक से कुछ लिखता है तो उस बच्चे द्वारा क्या प्रतिक्रिया दी जाती है।या कक्षा में कागज फैलाना तथा फैले हुए कचरे को उठाना।या उठाकर बाहर फेकना आदि आदि गतिविधियां बच्चे की स्वच्छता सम्बन्धी आदतों को प्रदर्शित करते हैं।
बच्चों में स्वच्छता संबंधी आदतों को विकसित करने के लिए सबसे पहले बच्चों के शारीरिक स्वच्छता से संबंधित प्रश्न पूछेंगे एवं उनसे चर्चा करेंगे और उन्हें समझाएंगे की स्वच्छता की आदतें कैसे डालें। जैसे बच्चों से कहेंगे की वह खाना खाने से पहले एवं शौच से आने के बाद साबुन से हाथ धो लेंगे एवं अपने घर परिवार में भी देखेंगे की सभी सदस्य इसका पालन कर रहे हैं या नहीं इस प्रकार के क्रियाकलापों के द्वारा हम बच्चों में अच्छी स्वास्थ्य की आदतें विकसित करेंगे एवं विद्यालय विद्यालय में प्रार्थना के बाद बच्चों से इस पर चर्चा करेंगे एवं उन्हें स्वास्थ्य संबंधी अच्छी आदतों के बारे में बताएंगे।
ReplyDeleteधन्यवाद,
महावीर प्रसाद शर्मा
प्राथमिक शिक्षक
शासकीय प्राथमिक विद्यालय गिंदौरा
विकासखंड बदरवास जिला शिवपुरी मध्य प्रदेश
बच्चे खाना खाने से पहले एवं खाना खाने के बाद हाथ धो रहे हैं अथवा नहीं। बच्चे की शारीरिक स्वच्छता जैसे नाखून साफ है हांथ धुले हुए हैं बाल ठीक है कपड़े साफ है आदी का ध्यान रखेंगे। वर्तमान परिपेक्ष में कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन कर रहे हैं अथवा नहीं।
ReplyDeleteबच्चें स्वच्छता संबंधित आदतों का पालन प्रदिदिन कर रहे है की नहीं उनके माता पिता आभिवक से पूछ कर और विद्यालय में बच्चों से स्वच्छता संबंधित आदतों के महत्व के बारे में जानकारी देकर जिससे आदतों को अपने जीवन में शामिल कर सकें ।
ReplyDeleteBacche ke swakshta sambhandhi nigrani rakhenge jaise khane ke baad hath dhona khane ke pahle hath dhona kapdo ki swakshta bacccho ke Baal or nakkhoon ki nigrani rakhe ka pristab rakhe ge .
ReplyDeleteबच्चे अपने हाथों को सेनेटाइजर से साफ़ करें और साबुन से हाथ धोने के बाद खाना खाये और खाना खाने के बाद हाथ धोएं अपने आसपास चीजों को साफ रखें
ReplyDeleteगिरवर सिंह लोधी p s राजपुर
Baccho ko hamesha, shaala me thatha ghar me ya aas pados me swachta ka dhiyan rakhna chiye. School me aate samay puri savdhani rakhni chiye.
ReplyDeleteबच्चे स्वयं अपने आदतो को विकसित करते है। हमे उन्हे देखना पडेगा कि उनकी आदते कैसी हैं। उन पर विशेष ध्यान देना होगा जैसी बच्चा शाला स्तर ५र हाथ कैसे धुलने का प्रयास कर रहा है।अव्यादि बच्चो को स्वास्थ से संम्बंधी अच्छी आदतो के बारे मे बतायगे
ReplyDeleteबच्चों की स्वच्छता संबंधी आदतों को चैक करने से पूर्व उन्हें शारीरिक स्वच्छता से अच्छे से अवगत करा देंगे फिर बाद में उन्हें प्रार्थना स्थल में प्रार्थना के पूर्व या बाद एक निर्धारित समय में प्रतिदिन सप्ताह में दो दिन सर्वप्रथम उनके नाखून चैक करेंगे । फिर क्रमशः उनका शौच के बाद और भोजन के पूर्व हाथ साबुन से धोने की आदत को अपने बैठने के स्थान एवं कक्षा और शाला प्रांगण की साफ-सफाई के बारे में जानेंगे ।
ReplyDeleteदेखेंगे कि बच्चा खाने से पहले और शौच के बाद हाथ धोने शरीर की सफाई आसपास की कपड़ों की सफाई पर ध्यान दे,सफाई को आदत मे सामिल करले ।साथ ही करोना गाइड लाइन केप्रति भी जागरूक रहे ।
ReplyDeleteसर्व प्रथम तो शिक्षक परिवार को विद्यालय परिशर को स्वच्छ रखना होगा उसके बाद प्रतिदिन उनसे उस पर प्रार्थना सभा में चर्चा करना होगी कि हम यदि यह स्वच्छता नही रखेगे तो क्या हमे अच्छा लगेगा ,उसके बाद उनके उनको कहे कि हमे घर ,घर के आस पास ,साफ सफाई हमेशा रखना चाहिए जिससे हमारे आस पास कभी किसी प्रकार कि बीमारी का डर नही होगा /सुबह जब जग जाये तो सबसे पहले दांत साफ करे उसके बाद ही कुछ ग्रहण करे ,विद्यालय जाये तो नहा कर जाये जो बच्चे प्रतिदिन अच्छे साफ स्वच्छ आये उनको प्रार्थना में मोटिवेशन करे जिससे जो नही नहाते वे भी नहा कर आये और स्वच्छता पर प्रतिदिन प्राथना में चर्चा होना चाहिए ,सप्ताह एक दिन निर्धारित कर उनके दांत व् नाख़ून कि जाच करना चाहिए /
ReplyDeleteचक्र दत्त मेहता
प्राथमिक शिक्षक
एकीक्रत शाला ,रेहली
जिला शाजापुर
Asha Dongre PS sethiyadhana
ReplyDeleteBachho ko apne aas pas ki safai rakhne ke liye prerit rakhma chaiye sath hi unki saririk swachta snan, bal, nakun, saf ho
बच्चों में स्वच्छता संबंधी आदतों का विकास के लिए सामाजिक परिवेश घर परिवार एवं साला परिवार का विशेष योगदान रहता है बच्चे साफ एवं स्वच्छ हैं इस बात की हमें रोज निगरानी रखना है साथ ही हमें समय-समय पर स्वच्छता संबंधी आदतों के बारे में बच्चों को समझाना है इस क्रिया के बार-बार दोहराने से बच्चों में स्वच्छता की आदत हमेशा के लिए निहित हो जाएगी एकीकृत माध्यमिक शाला कठोदा संकुल बेलखादू
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